पहले सहेली के साथ फिर अफ्रीकन के साथ चुदाई-2

पिछला भाग पढ़े:- पहले सहेली के साथ फिर अफ्रीकन के साथ चुदाई-1

मेरी हिंदी चुदाई कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मेरा अपनी क्लासमेट मीनाक्षी के साथ सेक्स हुआ। फिर हम जयपुर एग्जाम देने गए तो वहां हमें जॉर्ज नाम का आदमी मिला। फिर उसने हमारे साथ घूमने के लिए पूछा तो हमने भी हां कह दी। अब आगे-

मैंने मीनाक्षी से कहा: मीनाक्षी मुझे उस जॉर्ज का इरादा ठीक नहीं लगता।

तो मीनाक्षी बोली: वह अफ्रीकन है। उसके पास लंबा लंड है, और हमारे पास एक अच्छा मौका है बड़े लंड से चुदवाने का। इसलिए ज्यादा सोच मत, और कल घूमने चलो।

फिर दूसरे दिन सुबह मैं और मीनाक्षी वन पीस ड्रेस पहन कर जॉर्ज के होटल पहुंच गए। वहां पर वह हमारा इंतजार कर रहा था, और जॉर्ज के साथ ही ब्रेकफास्ट करने के बाद हम लोग कर टैक्सी में जयपुर घूमने चले गए। उस दिन हमने उसके साथ आमेर किला, नाहरगढ़ फोर्ट, हवा महल, जंतर-मंतर, अल्बर्ट हॉल म्यूजियम, और कई जगह घूमी। दिन में हमने जॉर्ज के साथ लंच भी किया। दिन में जब हम घूम रहे थे, तब जॉर्ज रह-रह कर कभी मीनाक्षी तो कभी मेरे साथ चिपकने की कोशिश करता था। शाम को वह हमें अपने साथ अपने होटल लेकर गया, और वहां हमने साथ में कॉफी पी।

मैं बोली: जॉर्ज अब हम लोग अपने होटल जाते हैं।

तो वह बोला: खाना यही खाकर जाना।

तो मैं बोली: हमें लेट हो जाएगा.

फिर वह बोला: आज यहीं रुक जाओ।

तो मीनाक्षी ने कहा: यहां तो सिर्फ एक बेड है। हम तीनों कैसे रूक सकते हैं?

तो जॉर्ज बोला: हम तीनों एक साथ भी तो सो सकते हैं।

मीनाक्षी बोली: तुम्हें कोई तकलीफ तो नहीं होगी?

जॉर्ज बोला: तुम दो हसीनाएं अगर मेरे साथ रात में रहेंगी, तो मुझे क्या तकलीफ होगी?

मीनाक्षी बोली: जॉर्ज तुम्हारा इरादा क्या है, बता दो?

तो जॉर्ज बोला: अब तुम समझ ही रही हो कि मेरा इरादा क्या है। मैं तुम दो हसीनाओं के साथ आज रात एंजॉय करना चाहता हूं। क्या तुम तैयार हो?

तो मीनाक्षी बोली: हमें क्या फायदा होगा जॉर्ज? तुम्हें तो हमारी दो चूत चोदने को मिलेगी। हमें क्या मिलेगा?

तो जॉर्ज बोला: तुम्हें क्या चाहिए? मैं तुम्हें देने को तैयार हूं।

तो मीनाक्षी बोली: तुम क्या दे सकते हो?

जॉर्ज बोला: तुम जो मांगो मैं देने को तैयार हूं।

तो मीनाक्षी बोली: क्या तुम हमें पेमेंट कर दोगे?

तो जॉर्ज बोला: तुम जितना कहोगी मैं उतना पेमेंट कर दूंगा। बस तुम दोनों आज रात मेरे साथ रुक जाओ।

फिर मीनाक्षी बोली: ठीक हैं।

फिर जॉर्ज के साथ हम लोगों ने खाना खाया, और वापस उसके रूम में चले गए। वहां हम लोग सोफे पर बैठ कर बातें कर रहे थे। थोड़ी देर बातें करने के बाद जॉर्ज ने मुझे अपनी गोद में बिठा लिया, और मेरे बूब्स को दबाने लगा। उसने मीनाक्षी को भी अपने पास बुला लिया, और मेरे वन पीस सूट के ऊपर से ही मेरे बूब्स को दबा रहा था।

थोड़ी देर बूब्स दबाने के बाद वह बोला: तुम दोनों नंगी हो जाओ।

फिर वह खड़ा हुआ। उसने अपने सारे कपड़े निकाल दिए, और नंगा हो गया। हम उसके लंबे लंड को देखते रह गए। उसका लंड बहुत ज्यादा काला और 10 इंच लंबा और 4 इंच मोटा था।

मैंने मीनाक्षी को कहा: मीनाक्षी आज तो यह हमें मार ही देगा।

मीनाक्षी बोली: ऐसा लंड लेने का मौका हमें बार-बार नहीं मिलेगा। इसलिए आज जी भर के चुदाई करने का मौका है। मजे से सेक्स का मजा लो।

फिर जॉर्ज ने हमें नंगा कर दिया। हम तीनों नंगे खड़े थे। जॉर्ज ने खड़े-खड़े ही मुझे किस्स करना शुरू कर दिया। वह मुझे किस्स करते हुए मेरी गांड को दबा रहा था। वह अपने बड़े-बड़े हाथों से मेरी गांड को बहुत ज्यादा दबा रहा था। फिर वो सोफे पर बैठ गया, और मुझे अपने लंड पर बिठा लिया। उसका लंड बहुत ज्यादा लंबा था, इसलिए मुझे दर्द होने लगा। लेकिन उसने कोई परवाह नहीं की, और मेरी चूत में अपना लंबा काला लंड घुसा दिया।

फिर उसने मीनाक्षी को पास बुलाया और उसका बूब्स अपने मुंह में लेकर चूसने लगा। मैं उसके लंड पर ऊपर-नीचे हो रही थी, और उसका पूरा लंबा काला लंड मेरी चूत में घुस रहा था। मुझे ऐसा लग रहा था कि आज मेरी चूत फट जाएगी, क्योंकि जॉर्ज का लंड मेरे हस्बैंड से कई गुना ज्यादा बड़ा था।

थोड़ी देर बाद वह उठा और बेड पर लेट गया। उसने मीनाक्षी को अपने लंड पर बिठा लिया, और मुझे बोला: तुम तुम्हारी चूत मेरे मुंह पर रख दो।

मैं उसके मुंह पर अपनी चूत रख कर बैठ गई, और मीनाक्षी उसके लंड पर बैठ कर चुदवाने लगी। वह मेरी चूत के बहुत अंदर तक जीभ डाल कर चोद रहा था। मीनाक्षी और मैं एक-दूसरे के बूब्स दबा रहे थे। जॉर्ज बहुत तेजी से हम दोनों को एक साथ चोदने का मजा ले रहा था। थोड़ी देर बाद मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया, और जॉर्ज मेरी चूत का सारा पानी पी गया। फिर मैं पास में बैठ गई, और मीनाक्षी अभी भी उसके लंड पर ऊपर-नीचे होकर सेक्स का मजा ले रही थी। कुछ देर बाद जॉर्ज ने मीनाक्षी की चूत में ही अपना स्पर्म गिरा दिया, और फिर वह दोनों भी अलग हो गए।

दस-पन्द्रह मिनट तक हम लोग आपस में बातें करते रहे। फिर जॉर्ज का लंड वापस खड़ा हो गया तो वह बोला: मीनाक्षी तुम बेड पर बैठ जाओ। मालविका तुम्हारी चूत चाटेगी, और मैं मालविका को डॉगी स्टाइल में पीछे से चोदूंगा।

फिर मीनाक्षी बेड पर बैठ गई‌। मैंने उसकी टांगों को फैलाया, और उसकी चूत चाटने लगी। जॉर्ज ने मुझे डॉगी स्टाइल में किया, और पीछे से मेरी चुदाई करने लगा। अब उसका लंबा लंड मेरी चूत की गहराई तक अंदर जा रहा था, और वापस बाहर निकाल कर वह बहुत तेज-तेज धक्के लगा रहा था। मीनाक्षी अपनी चूत चटवाते हुए मेरे बूब्स को मसल रही थी, और मेरा सिर पकड़ कर चूत पर दबा रही थी।

जॉर्ज मेरी गांड पर तेजी से मर भी रहा था। इस कारण मुझे दर्द भी हो रहा था, लेकिन उसके लंबे लंड के कारण मुझे मजा भी बहुत आ रहा था। जॉर्ज करीब 10 मिनट तक इसी पोजीशन में हमें चोदता रहा। मेरी चूत ने दो बार पानी छोड़ दिया था, लेकिन जॉर्ज का लंड अभी भी तना हुआ था और वह तेजी से चोद रहा था।

जॉर्ज ने फिर कहा: अब तुम दोनों अपनी पोजीशन बदल लो।

अब मैं बेड पर बैठ गई और मीनाक्षी मेरी जगह डॉगी स्टाइल में उससे चुदवाने लगी।

थोड़ी देर बाद मीनाक्षी बोली: जॉर्ज तुमने मेरी चूत को तो अपने स्पर्म से भर दिया है। मालविका की चूत में भी तो अपना स्पर्म गिराओ।

तो बोला: कोई बात नहीं। इस बार मेरा रस इस पर मालविका की चूत में ही गिरेगा।

फिर थोड़ी देर बाद उसने मीनाक्षी की चूत से अपना लंड निकाला, और बेड पर आकर मिशनरी पोज में वह मुझे चोदने लगा। वह बहुत तेज स्पीड से धक्के लगा रहा था। करीब दो-तीन मिनट तक वो मेरी चूत में बहुत तेज-तेज धक्के लगाने लगा, और अपना सारा रस मेरी चूत में भर दिया। फिर उसने अपना लंड बाहर निकाल दिया मेरी चूत से। उसका स्पर्म भी बाहर आने लगा, तो मैंने उसे टॉवल से साफ किया। फिर मैंने मीनाक्षी को अपने बैग में से निकाल कर चॉकलेट दी। हमने चॉकलेट खाई, और थोड़ी देर बातें करते रहे।

फिर जॉर्ज ने बोला: तुम दोनों 69 की पोजीशन में एक-दूसरे की चूत चाटो।

मैं बेड पर लेट गई, और मीनाक्षी मेरे मुंह पर अपनी चूत रख कर मेरी चूत चाटने लगी, और मैं उसकी चूत चाटने लगी। फिर जॉर्ज आया, और उसने मीनाक्षी की गांड पर क्रीम लगाई। फिर अपनी एक अंगुली अंदर करने लगा।

मीनाक्षी बोली: जॉर्ज तुम्हारा बहुत बड़ा है, तुम धीरे-धीरे करना।

तो वह धीरे-धीरे अपनी अंगुली अंदर-बाहर कर रहा था। फिर उसने अपनी दो उंगलियां मीनाक्षी की गांड में डाल दी। कुछ देर बाद उसने अपने लंड पर क्रीम लगाई, और वह मीनाक्षी की गांड मारने लगा। मीनाक्षी को दर्द हो रहा था, इसलिए वह आहें भरने लगी। जार्ज पांच छः मिनट तक उसकी गांड मारता रहा। फिर उसने मुझे अपने सामने लिटाया और बोला-

जॉर्ज: अब मैं तुम्हारी गांड में अपना लंड डालूंगा।

तो मैंने कहा: धीरे-धीरे डालना।

फिर उसने मेरी गांड पर भी क्रीम लगाई और धीरे-धीरे अपना लंड घुसाने लगा। थोड़ी देर बाद उसने अपना पूरा लंड मेरी गांड में घुसा दिया, और 5 मिनट तक लगातार उसने मेरी गांड मारी। फिर उसने मुझे अपने सामने बिठाया और मेरे बूब्स पर अपना स्पर्म गिरा दिया। हम तीनों अब थक चुके थे, तो हम तीनों सो गए।

रात में 3:00 बजे जॉर्ज उठा, और उसने मीनाक्षी को मिशनरी पोजीशन में चोदना शुरू कर दिया। मेरी भी नींद खुल गई थी। मैंने देखा जॉर्ज बहुत तेज स्पीड से मीनाक्षी की चूत में धक्के लगा रहा था। यह देख कर मैं भी गर्म हो गई, और मैं भी मीनाक्षी के बूब्स को दबाने लगी, और जॉर्ज को किस्स करने लगी। थोड़ी देर बाद उसने मुझे सामने से गोद में उठाया, और मेरी चूत में अपना लंड डाल कर चोदने लगा।

वह खड़े-खड़े मुझे बहुत तेज स्पीड से चोद रहा था। मीनाक्षी बेड पर लेट कर यह देख रही थी जॉर्ज करीब छः सात मिनट तक इसी तरह खड़े-खड़े मुझे चोदता रहा।

फिर मीनाक्षी बोली: जॉर्ज मालविका को अकेले ही चोदोगे या मुझे भी चोदोगे?

तो जॉर्ज बोला: तुम भी आ जाओ।

फिर उसने मीनाक्षी को भी अपनी गोद में उठा लिया, और खड़े-खड़े चोदने लगा। फिर उसने हम दोनों को अपने-सामने बिठाया, और हम दोनों के मुंह पर अपना स्पर्म गिरा दिया और बोला-

जॉर्ज: तुम यह स्पर्म चाट लो।

तो हमने उसका स्पर्म चाट लिया। फिर हम लोग सो गए। सुबह सात बजे हम लोग उठे।

मीनाक्षी बोली: जॉर्ज अब हम अपने होटल जा रहे हैं।

तो जॉर्ज बोला: अभी एक बार और चुदाई करने दो। फिर तुम चली जाना।

मीनाक्षी बोली: जॉर्ज हमने तो चुदाई करने दी। लेकिन तुमने अपना वादा नहीं निभाया।

तू जॉर्ज बोला: मुझे मेरा वादा याद है।

फिर उसने एक लिफाफा मीनाक्षी को दिया। मीनाक्षी ने वह लिफाफा खोल कर देखा तो उसमें एक लाख रुपये थे।

जार्ज बोला: तुम खुश हो या और चाहिए?

तो मीनाक्षी बोली: जॉर्ज हम खुश हैं।

फिर जॉर्ज नंगा ही बेड से खड़ा हुआ, और बोला: तुम दोनों मेरा लंड मुंह में लेकर चूसो।

फिर मैं और मीनाक्षी बारी-बारी से उसका लंड अपने मुंह में ले रहे थे। जॉर्ज ने फिर हमें बेड पर लिटा दिया, और मुझे मिशनरी पोजीशन में चोदने लगा। वह करीब छः सात मिनट तक तेज स्पीड से मुझे चोदता रहा।

फिर बोला: मीनाक्षी अब तुम आ जाओ।

वो पांच छः मिनट तक चोदता रहा फिर उसने मेरे मुंह में अपना पूरा स्पर्म गिरा दिया और बोला: मालविका तुम इसे पी जाओ।

मैं उसका पूरा स्पर्म पी गई। फिर उसने मीनाक्षी को डागी स्टाइल में चोदना शुरु कर दिया। वो मीनाक्षी को दस मिनट तक तेज स्पीड से चोदता रहा। फिर उसने मीनाक्षी को सामने बिठाया, और अपना लंड मीनाक्षी के मुंह में डाल दिया, और अपना स्पर्म मीनाक्षी के मुंह में गिरा दिया। फिर हम वहां से वापस अपने होटल आ गए। उस दिन हम दिन में जयपुर घूमने गए।

मीनाक्षी ने मुझे पचास हजार दिए और बोली: ये लो जार्ज का गिफ्ट।

फिर उस दिन शाम को हम वापस ट्रेन से दिल्ली आ गए। उसके बाद जार्ज कई बार दिल्ली आया, और मैंने और मीनाक्षी ने उसके साथ चुदाई की।
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