बेटे के साथ मिल कर मां को चोदा-6

पिछला भाग पढ़े:- बेटे के साथ मिल कर मां को चोदा-5

हैलो दोस्तों, मैं विक्रम अपनी साली की चुदाई कहानी का अगला पार्ट लेके आया हूं। उम्मीद है आप सब ने मेरी सेक्स कहानी का पिछला पार्ट पढ़ा होगा, और आप सब को पसंद भी आया होगा। जिन्होंने भी अभी तक पिछला पार्ट नहीं पढ़ा है, वो कृपया उसको पढ़ ले।

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि अपनी साली की चुदाई के मजे लेते हुए मैं ये भूल गया था, कि मुझे उसके बेटे चिंकू से भी उसको चुदवाना था। फिर मैंने इसके लिए प्लान बनाया, और साली को अपने साथ होटल ले गया। वहां चिंकू कोई और बन कर आया, और हम दोनों उसकी मां को चूसने लगे। साली अब नीचे जमीन पर अपने घुटनों पर नंगी बैठी हुई थी। अब आगे बढ़ते है-

साली के नीचे बैठते ही मैंने और उसके बेटे ने कपड़े उतार दिए, और अपने खड़े हुए लंड को उसके सामने कर दिया। हम दोनों के लंड देख कर साली की आंखों में चमक आ गई। फिर उसने अपने दोनों हाथ हम दोनों के लंड पर रखे, और सहलाने लगी। चिंकू अपनी आँखें बंद करके अपनी मां से मुठ मरवाने का मजा ले रहा था, और मैं उसकी मां के सर पर हाथ फेर रहा था।

फिर साली ने मेरे लंड को अपने मुंह में डाल लिया, और चिंकू के लंड को दूसरे हाथ से सहलाती रही। कुछ देर मेरा लंड चूस कर उसने अपनी थूक से पूरा गीला कर दिया। फिर उसने मेरा लंड अपने मुंह से बाहर निकाला, और चिंकू का लंड मुंह में डाल लिया। अब वो चिंकू के लंड को चूस रही थी, और मेरे लंड को हाथ से हिला रही थी। मैं उसका एक निप्पल मसल रहा था। चिंकू को इतना मजा आया, कि वो कुछ देर में अपनी मां के मुंह में ही झड़ गया। उसकी मां ने उसका सारा पानी पी लिया।

उसके बाद वो फिर से उठी, और मुझे अपने गले से लगा लिया। उसके जिस्म की गर्मी मुझे मेरे जिस्म पर महसूस होने लगी। पीछे से चिंकू भी अपनी मां के नंगे बदन से चिपक गया। फिर मैंने साली को बिस्तर पर सीधा लिटाया, और उसके ऊपर आ कर अपना लंड उसकी चूत पर रगड़ने लगा। साली मजे में आह आह करने लगी। फिर मैंने लंड का दबाव बना कर उसको चूत के अंदर डालना शुरू किया।

साली आह आह करती रही, और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में समा गया। फिर मैंने तेज धक्कों के साथ उसकी चूत चुदाई करनी शुरू की। मैं साली को चोद रहा था, और उसका बेटा अपनी मां को रंडी जैसे चुदते हुए देख रहा था। अगले 5 मिनट मैं फुल स्पीड पर साली की चूत मारता रहा। मैंने देखा कि हमारी चुदाई देख कर अभी तक चिंकू का लंड फिर से खड़ा हो गया था, तो मैंने उसको पास आने का इशारा किया।

जब चिंकू पास आया, तो मैंने उसको बेड पर सीधा लेटने को कहा। वो लेट गया। उसका लंड पूरा तन्ना हुआ था। फिर मैंने अपना लंड उसकी मां की चूत से बाहर निकाला, और उसको अपने बेटे के लंड पर चढ़ने के लिए कहा। उसने ऐसा ही किया, और अपने बेटे के ऊपर आ कर, उसके लंड को अपनी चूत पर सेट करके, आह आह करती हुई लंड पर बैठ गई। चिंकू का पूरा लंड उसकी मां की चूत में था। मां की चूत की गर्मी महसूस करके, चिंकू के चेहरे पर जो खुशी थी, वो साफ नजर आ रही थी।

फिर साली ने अपने दोनों हाथ चिंकू की छाती पर रखे, और गांड ऊपर-नीचे करके चूत चुदवाने लगी। जब थोड़ी देर में उनकी स्पीड बढ़ गई, तो मैं अपना लंड पकड़ कर साली के पीछे आ गया। फिर मैंने उसके चूतड़ पकड़े, और उनकी चुदाई रोकी। उसके बाद मैंने साली की गांड के छेद पर थूका, और उसमें उंगली करने लगा। उंगली अन्दर जाने से साली को दर्द होने लगा। मैं उंगली अन्दर घुमाने लग गया। चिंकू का लंड उसकी चूत में ही था।

जब साली की गांड का छेद थोड़ा खुल गया, तो मैंने लंड उसकी गांड के छेद पर टिकाया, और जोर का धक्का मारा। मेरे धक्का मारते ही मेरे लंड का टोपा उसकी गांड में घुस गया, और वो चीखें मारने लगी। तभी नीचे से चिंकू ने अपने होंठों से चिपका कर अपनी मां के होंठ बंद कर दिए। उसने अपनी मां को बाहों में कस लिया, ताकि वो किसी तरह को रुकावट ना पैदा कर सके।

फिर मैं धक्के मारता गया, और लंड एक-एक इंच करके अंदर घुसता गया। आखिरकार 10-15 धक्के मारने के बाद मेरा पूरा लंड मेरी साली की चूत में था। वो दर्द से तड़प रही थी, लेकिन ना तो मैं उस पर रहम करने के मूड में था, और ना ही उसका अपना बेटा। फिर हम दोनों ने साली की चूत में लंड अंदर-बाहर करने शुरू किए। थोड़ी देर के दर्द के बार अब मेरी साली आहें भरने लगी थी कामुकता भरी। इससे मैं समझ गया कि अब वो मजे ले रही थी।

फिर मैंने धक्कों की स्पीड और पावर दोनों बढ़ा दिए। अब जब भी मैं धक्का मारता, तो उसकी गांड पर प्रेशर पड़ने की वजह से वो आगे की तरफ होती, और आगे से उसके अपने बेटे का लंड उसकी चूत के अंदर तक चला जाता। थोड़ी देर में उसको इतना मजा आने लगा, कि वो हम दोनों को जोर-जोर से करने को बोलने लगी। हम दोनों ने भी अपना स्पीड बढ़ा दी, और जोर से उसकी चुदाई करने लगे।

लगभग 15 मिनट की चुदाई में चिंकू अपनी मां की चूत में झड़ गया। फिर वो नीचे से निकल गया, और उसकी मां मेरे सामने घोड़ी बन गई। अब मैं जोर-जोर से उसकी गांड चोदने लगा, और साली भी आगे-पीछे हो-हो कर मेरी चुदाई की ताल से ताल मिला रही थी। फिर मेरा भी निकलने वाला हो गया, और मैंने अपना माल उसकी गांड में ही निकाल दिया। अब तक साली भी 2 बार झड़ चुकी थी।

फिर हम सब थक कर नंगे ही बिस्तर पर लेट गए। तभी मैंने साली से पूछा-

मैं: मजा आया?

साली: बहुत मजा आया। काश हम ये रोज कर सकते।

ये बात सुन कर मुझे लगा कि यहीं सही मौका था उसको उसके बेटे के बारे में बताने के लिए, तो मैंने कहा-

मैं: हां हम कर सकते है।

साली: वो कैसे?

मैं: इसको रोज़ बुला लेंगे।

साली: ये रिश्तेदार थोड़ी है हमारा, जो फ्री में आ जाएगा।

मैं: क्यों, रिश्तेदार होती तो बुला लेती?

साली: हां, कम से कम पैसे तो नहीं देने पड़ते।

तभी मैंने चिंकू से कहा-

मैं: चिंकू मास्क उतार।

फिर उसने मास्क उतारा, और मेरी साली हैरान हो गयी। पहले तो उसने मुझे बहुत गालियां दी, लेकिन फिर मैंने उसको समझा कर मना लिया। अब मैं और चिंकू जब चाहे उसको चोदते है। बहुत मजा आता है। अगर आपको भी मजा आया हो, तो कमेंट करके फीडबैक जरूर देना।