ग्रुप सेक्स – समूह में चुदाई – भाग 1
वैसे आजकल लड़कियां ना भी चुदें तो भी चूत में उंगली तो करती ही हैं। अब ऐसे में चूत की सील कहां बचेगी। लड़की ना भी चुदी हो तो भी सील खत्म हो जाती है।
Real XXX desi kahani
वैसे आजकल लड़कियां ना भी चुदें तो भी चूत में उंगली तो करती ही हैं। अब ऐसे में चूत की सील कहां बचेगी। लड़की ना भी चुदी हो तो भी सील खत्म हो जाती है।
मौसी ने कहा, “वरुण तेरा लंड जच्छ खासा लम्बा है, कुछ ऐसे चोद कि पूरा का पूरा लंड बाहर निकले और फिर अंदर जाये – एक झटके से। आह मजा आ जाएगा “।
मैंने मौसी से कहा, ”सच कहूं मौसी आप सच में हो तो बहुत सेक्सी – एकदम कड़क”। मौसी हंस कर बोली, “अच्छा ? फिर तो मेरी बहन, तेरी अम्मां, वो भी सेक्सी होगी”।
अब बताओ वरुण तुमने मुझे आगे भी चोदना है या नहीं ? अगर तुमने मुझे चोदना है तो अगर मम्मी तुम्हें चुदाई के लिए कहे तो चोद देना उसे। यहां आना जाना बना रहेगा”।
मेरा हाथ अपने आप ही मेरी चूत पर चला गया, और मैंने चूत रगड़नी शुरू कर दी। पांच मिनट में ही मुझे अजीब सा लगने लगा, जैसे पूरा शरीर झनझना रहा है।
काजल तौलिये से अपने हाथ साफ़ किये और मेरे लंड पर लगे पानी को भी साफ़ किया और मेरी और देख कर बोली, “इतनी जल्दी कैसे निकल गया वरुण?
विपिन बोला, “भाभी, जवाब तो आप दोनों भाभियों का भी नहीं। क्या मस्त टाइट चूत और टाइट ही गांड का छेद है आप के। गांड के छेद तो लगता था कुंवारे ही हैं।
विपिन ने सोचा इतने लेसदार पानी तो एक गांड क्या चार गाँडों को चोदा जा सकता है। विपिन ने उस लेसदार पानी को सूंघा।
“कूरियर है मैडम”, आवाज सुनते ही मुकुल की चूत ने एकदम पानी की पिचकारी छोड़ी। चलने में भी पता चल रहा था की पानी जांघों के गीला कर रहा थ।
साहिल अब क्या करना है बता। पता नहीं कितनी बार पानी निकला आज मेरा। बड़ी किस्मत वाली है तेरी भाभी गुंजन जिसे तेरी जैसी मस्त चुदाई करने वाला देवर मिला है