मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 12 – असली क्या और नक़ली क्या नक़ली

रूबी बोली, “सच पूछो विक्की तो असली चुदाई एक ही तरीके से होती है। औरत नीचे, चूतड़ों के नीचे तकिया, चूत को ऊपर उठाने के लिए।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 11 – शनिवार के रात सेक्स टॉयज़ का धमाल

अगर कभी औरत की चूत गीली हो जाए और उसमें खुजली मच जाए तो जब तक वो चूत चुद ना जाये और झड़ ना जाए औरत को चैन नहीं लेने देती।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 10 – धर्मपुर की सैर और सेक्स टॉयज

लड़कियों के मूतने की आवाज शररर्र फर्रर्रर्र में भी एक लय और संगीत होता है – सेक्सी संगीत। बड़े बड़े ब्रह्मचारियों का लंड खड़ा कर देता है।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 9 – रूबी की ‘हां’ और और रितु की लंड चुसाई

दिन की रोशनी में गांड का छेद दिखाई दे रहा था। गुलाब की छोटी गोल पंखुड़ी जैसे रितु की गांड की छेद के किनारे कल रात की गांड चुदाई के कारण लाल हुए पड़े थे।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 8 – रितु की काम क्रीड़ा

रितु की टाइट चूत – उतनी ही टाइट गांड। रितु की गांड का गुलाबी छेद मेरी आँखों के आगे घूम रहा था – गुलाब के फूल की पंखुड़ी जैसा छोटा सा बंद गुलाबी गांड का छेद।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 7 – रितु की कुंवारी गांड की चुदाई

मैंने रूबी से कहा, “रूबी, रितु की गांड अब तक चुदी नहीं है, बहुत टाइट है। ये घबरा कर गांड का छेद बंद भी कर रही है जिससे लंड अंदर नहीं बैठ रहा”

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 6 – दिन में क्लब में रूबी से लंड चुसाई

रूबी ने झीनी नाईटी पहनी हुई थी, नीचे ना ब्रा पहनी थी ना चड्डी पहनी थी। चूचियां, निप्पल, चूत और चूतड़ों की लाइन सब दिखाई दे रहे थे.

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 5 – तीसरा दिन, बुधवार की रात

मैंने लंड थोड़ा अंदर की तरफ दबाया। उन्नीस – बीस साल की रितु चुदी हुई तो थी – चूत की सील फट चुकी थी, मगर फुद्दी अभी टाइट ही थी।

मेरे बचपन का प्यार रूबी – भाग 4 – दूसरा दिन बुधवार, रूबी की चुदाई के किस्से

चुदाई के वक़्त जब मर्द ऊपर लेटता है या जब बाहों में भींचता है, कमर को पकड़ कर धक्के लगाता है उसका भी तो अपना मजा है”।

मेरे बचपन का प्यार रूबी- भाग 3- और सपना सच हुआ, रूबी की पहली चुदाई

अगर एक औरत की चुदाई हो रही हो और वो भी एक उन्नीस बीस साल कि तंदरुस्त लड़की कि मौज़ूदगी में तो क्या उसका मन चुदाई का नहीं करेगा?