रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-9
“चुदाई का हर एक का अपना अपना तरीका है – मगर मकसद एक ही है मजे देना और मजे लेना “। तो पढ़िए एक मज़ेदार चुदाई की कहानी और आनंद लीजिये।
Real XXX desi kahani
“चुदाई का हर एक का अपना अपना तरीका है – मगर मकसद एक ही है मजे देना और मजे लेना “। तो पढ़िए एक मज़ेदार चुदाई की कहानी और आनंद लीजिये।
रजनी बोली, “सालो पढ़ाई करने आये हो या चुदाई करने, उतारो अपने अपने कपड़े” और फिर शुरू हुआ चुदाई का खेल दो लंड और दो चूत के बीच में।
अब हम सोच रहीं थीं, क्या होगा जब दो लंड होंगे दो चूतें होंगी और दो ही गांड के छेद – “कहीं भूचाल ना आ जाये”।
चुदाई एक से ही करवानी चाहिए – “हमने अपनी भोसड़ी का भोसड़ा थोड़े ही बनवाना है – ये भोसड़ी तो हमारे भावी पतियों की अमानत है “।
रजनी की चूत का गरम गरम नमकीन पानी मेरे मुंह में गया – क्या मज़ेदार और जायकेदार था। अब पता लगा लड़की को नमकीन भी क्यों कहते हैं।
पढ़िए ये कहानी कैसे सब कुछ खुल चूका था एक परिवार में जहा माँ, बेटी और नौकरानी सबकी चुदाई होती थी और करने वाला भी कौन था?
अब माँ की चुदाई के बाद जब मुझसे रहा नहीं गया तो मैं जाके दीपक के लन्ड के पास बैठ गयी और उसका लन्ड मुँह में ले लिए जब वो नींद में था।
पढ़िए कैसे मैंने अपने ही घर में मेरी माँ को किसी पराये मर्द से चुदते देखा जिससे मेरी चूत गीली हो गयी, और मुझे किसी ने देख लिया माँ की चुदाई देखते हुए।
पढ़िए एक दिन मैंने मेरे घर में एक अजीब नज़ारा देखा, मेरी सगी माँ मेरे ही सौतेले भाई से चुद रही थी और मैं देख रही थी, जानिए ये सब कैसे और सब से हुआ।