खेल-खेल में बेटी को चोदा-4

पिछला भाग पढ़े:- खेल-खेल में बेटी को चोदा-3

मेरी पत्नी के सबसे पुराने आशिक, 63 साल के पहलवान से दिखने वाले आदमी ने मुझसे खुशामद किया कि मैं उसे और अपनी पत्नी को बदनाम ना करुं। मैंने उससे वादा लिया कि अब वो अपने बहु को कभी नहीं चोदेगा।

पहले तो संध्या ने मुझे कुर्सी पर ही उपर से चोदा। उसके बाद मैंने बिना बुर से लंड निकाले संध्या को उठाया और बग़ल में रखे सोफ़ा पर लिटाया और चोदने लगा। संध्या ज़ोर-ज़ोर से सिसकारी मारती हुई मस्ती लेती रही। दरवाज़ा पर नॉक किए बिना कोई अंदर घुसा और एक आदमी की आवाज़ सुनाई दी,

“नरेन भैया, कितने दिनों बाद ये खूबसूरत नजारा देखने को मिल रहा है। बाबू जी भी संध्या को चोदते हैं। लेकिन संध्या के चेहरे पर उस समय उदासी रहती है। पर देखिये, अभी मेरी पत्नी का चेहरा कितना खिल उठा है। कितना चमक रहा है।