बाप बेटी की चुदाई – मालिनी अवस्थी की ज़ुबानी-10

पिछला भाग पढ़े:- बाप बेटी की चुदाई – मालिनी अवस्थी की ज़ुबानी-9

डाक्टर मालिनी के जापान से वापस आने पर दो-तीन दिन के बाद ही रागिनी आलोक को लेकर मालिनी के क्लिनिक में पहुंच गयी। आलोक को वहां छोड़ कर जाते-जाते रागिनी ने अपनी गांड से साड़ी निकालते हुए मालिनी को याद भी करवा दिया और इशारा भी कर दिया – आलोक से गांड चुदवाने का। आगे क्या हुआ ये पढ़िए इस भाग में।

“44 का आलोक, पांच फुट ग्यारह इंच लम्बा, बहुत ही आकर्षक व्यक्तित्व वाला मर्द था। रागिनी जवानी में आलोक के साथ फंसी थी तो ठीक ही फंसी थी। आलोक को देखते ही मेरी आंखों के सामने आलोक का लम्बा लंड घूम गया, और मेरी अपनी चूत एक-दम से गीली हो गयी”।

“अलोक भले ही लम्बे लंड का मालिक था और चुदाई का उस्ताद भी, मगर मुझे आलोक देखने में शर्मीला आदमी लगा। रागिनी ने ठीक ही कहा था, कि लड़की पटाना और पटा कर चोदना आलोक के बस की बात नहीं थी। मैंने आलोक को सहज करने के लिए पहले उसकी CA वाले कारोबार से बात की। इधर-उधर की बातें करने के बाद मैं सीधा मुद्दे पर आ गयी”।

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