मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-35

पिछला भाग पढ़े:- मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-34

राजेंद्र: लाला, पहले किसे चोदोगे, अपनी बेटी को?

रंभा: मुझे किसी और से नहीं सिर्फ़ अमित से ही चुदवाना है। रेणु, मुझे और अमित को कोई दूसरा रूम दो।

राजेंद्र: नहीं, कोई दूसरा रूम नहीं, अगर चुदवाना है तो इसी रुम में सब के सामने चुदवाना होगा।

रंभा: तुम तो दुनिया के सबसे बड़े हरामी हो ही। अपनी बहु और बेटी को चोदते हो। तुम चाहते हो कि मेरा बाप भी तेरे जैसा अपनी बेटी को चोदे, तो वो कभी नहीं होगा। लेकिन हरामी को अपनी बेटी की नंगी जवानी और चुदाई देखने दो। ख़ुद ही पछतायेगा कि बेटी को नंगा क्यों देखा।

लाला: रेणु, अमित और रंभा को दूसरे रूम में सुहागरात मनाने दो। अमित का मूसल देख कर मेरा लंड किसी को नहीं चोद पायेगा। इन दोनों को जल्द बाहर निकालो। मेरी बात नहीं मानोगी तो मैं फिर कभी इस होटल में नहीं आऊंगा।

लेकिन रेणु इस सोने का अंडा देने वाली मुर्ग़ी को नाराज़ नहीं करना चाहती थी। लाला का एक हाथ पकड़ कर समिरा का ब्लाउज़ के अंदर डाला और दूसरा हाथ इंदिरा की चूची पर रखा।

रेणु: लाला, नाराज़ क्यों होते हो? ये दोनों माल आपके लिए ही है। इन दोनों को चूस कर भी लंड को शांति ना मिले तो 107 में आ जाइएगा। मैं और रंभा आपके साथ रहेंगे, और अमित को इन दोनों की गांड मारने भेज दूंगी।

लाला: सच रेणु, तुमने बिल्कुल सच कहा था। ये तो बहुत ही मस्त माल है। अमित, तुम मेरी बेटी को लेकर जाओ, मैं तुम्हारी मां के पेट में एक और बच्चा डालता हूं।

लाला ने समिरा के ब्लाउज़ से हाथ बाहर निकाला, और दोनों हाथों से इंदिरा की चूचियों का मज़ा लेने लगा।

इंदिरा: लाला, पहले हमारी क़ीमत दो।

साली तीन घंटा से ज़्यादा समय से नंगी थी। फिर भी लाला से अपनी क़ीमत मांग रही थी। लाला का एक हाथ इंदिरा की चूचियों पर ही रहा, और दूसरे हाथ से बैग उठा कर इंदिरा को दिया।

लाला: ले रंडी, तू भी क्या याद करेगी। रेणु ने तीन माल का 5 लाख मांगा था, लेकिन ये 5 लाख सिर्फ़ तेरे लिए। रेणु और समिरा तो यहीं रहेंगी, उन्हें देता ही रहूंगा। आज की पूरी रात के लिए तू सिर्फ़ मेरी है। रेणु, सिर्फ़ ये माल मेरे साथ रहेगी। बाक़ी सब को लेकर तू दूसरे रुम में जा।

तभी 2 वेटर खाने-पीने का सामान लेकर आये। लाला नाम से लगता था कि कोई मारवाड़ी सेठ होगा, पेट निकला होगा, वजन बहुत ज़्यादा होगा, ऐसा नहीं था। लाला देहरादून के सबसे अमीर लोगों में से एक था। कई फैक्ट्री का मालिक था, कई पेट्रोल पंप थे। नाटा क़द का आदमी था, लंबाई सिर्फ़ 5 फ़ीट ही थी। उसकी बेटी 5 फ़ीट 3 इंच की थी। लेकिन ऐसा कहा जाता था कि देहरादून और आस-पास के इलाक़ों में लाला से बढ़िया चोदने वाला कोई नहीं था।

घर और ऑफिस में 30 बहुत ही खूबसूरत, जवान, सभी 30 साल से कम की औरतें काम करती थी। लाला इन सभी को चोदता ही था, पिछले 7-8 सालों में रेणु ने जिस किसी भी माल को लाला से चुदवाया, औरतें तो खुश होती ही थी, लाला भी बहुत खुश होता था।

लाला: आज फिर रेणु ने साबित कर दिया कि बढ़िया माल की पहचान अपनी रेणु को हम सब से कहीं बढ़िया है। रेणु, तुमने जैसा कहा था ये औरत (इंदिरा) बहुत ही बढ़िया माल है। अमित, मैं तुम्हारी मां को तीन-चार दिन अपने घर में रखना चाहता हूं। तुम जो क़ीमत बोलोगे मैं दूंगा।

मां को 2 बार चोद कर ही अमित के मन से मां को चोदने का शौक़ ख़त्म हो गया था। वो भी अब रेखा को नहीं अपनी मां के ही उम्र की संपा को रात-दिन चोदना चाहता था। अमित का जी कर रहा था कि उड़ कर जल्दी से संपा की बूर में घुस जाये।

लाला ने समिरा के ब्लाउज़ से हाथ निकाल कर इंदिरा की चूचियों को पकड़ लिया तो समिरा को बेहद ग़ुस्सा आया। सुबह घर जा कर आनंद ने समिरा को बता दिया कि रात उसने समिरा को नींद की दवा खिला कर इंदिरा को रात भर चोदा था। समिरा ने ज़बाब दिया था, “अरे, मेरे सामने भी चोदते तो क्या मैं मना करती! मैं तो ख़ुद चाहती हूं कि तुम लोग जितना हो सके दूसरी रंडियों को चोदो।”

और यहां देखा कि उसका ससुर जो अपनी बहु की तारीफ़ करते थकता नहीं, वो भी इंदिरा के लिए पागल हो गया था, और लाला बोलता है कि इंदिरा को 2-3 दिन घर में रखेगा। लाला नाटा था लेकिन उसका गठीला बदन समिरा को बहुत भा गया था। लेकिन जब उसने देखा कि लाला ने समिरा के ब्लाउज़ से हाथ निकाल कर इंदिरा की चूची पकड़ी, तो उसे बढ़िया नहीं लगा। समिरा बेड पर आई और अमित के लंड को सहलाने लगी।

समिरा: रंभा देख ले, हम दोनों जवान लड़कियों को छोड़ कर ये दोनों बेटीचोद अपनी मां की बूर ही चाटना चाहते हैं, तो इन्हें चाटने दो. हम इन हरामियों के सामने इस घोड़े (अमित) से चुदवाते है। मैं नंगी होती हूं, तू भी नंगी हो जा। हम तीनों यही मस्ती मारते हैं। दिखा अपने बाप को अपनी जवानी। विश्वास रख, तुझे नंगा देख साला लंड हिलायेगा। आज तो मैं तेरे बाप से नहीं चुदवाने वाली। अमित, रंभा का बूर चूस, मुझे लंड चूसने दे।

समिरा ने इतनी धीमी आवाज़ में कहा कि थोड़ी दूर बैठे लाला या इंदिरा को नहीं सुनाई पड़ा। रंभा कसमसाती रही, ना-नहीं करती रही, लेकिन दोनों समिरा और अमित ने रंभा को नंगा कर दिया। अमित ने अपने रुम में मां-बेटी की जोड़ी को चोदा था। बेटी, सीमा की बूर झांटों से भरी थी। उसके बाद उस समय एक दूसरी 21-22 साल की लड़की रंभा की बूर पर झांटो का जंगल देख रही थी। समिरा को लगा कि ये रंभा वर्जिन थी, लेकिन उसने कुछ कहा नहीं।

एक तरफ रंभा ना मुकर कर रही थी, वहीं दूसरी तरफ़ अमित के लंड को मसल रही थी। रंभा ने धीरे से कहा “और जो करना है बाद में करना, मुझे तुम्हारे लंड से बहुत डर लग रहा है, इसे मेरी बूर के अंदर डाल दो।”

रंभा की बात सुन दोनों को लगा कि रंभा पहले भी चुदवा चुकी थी।

समिरा: अमित देख क्या रहे हो? मेरी बूर सुबह से ही खुजला रही है। रंभा को जल्दी ठंडा करो।

अमित ने रंभा को बेड पर सीधा लिटाया। रंभा बहुत ना-ना करती रही, लेकिन अमित  झांटों को अपनी अंगुलियों से अलग कर रंभा की बूर को चूसने लगा।

इंदिरा: मुझे नहीं मालूम था कि मेरा बेटा ऐसा कुत्ता निकलेगा। सीधा चोदो ना, ये बूर चाटने की क्या ज़रूरत है? लाला, मेरी बूर खुजलाने लगी है मुझे चोदो।

इंदिरा उठी और रंभा के बगल में बेड पर लेट गई। अमित रंभा की बूर चूस रहा था और इंदिरा लड़की की चूचियों को चूसने लगी। उस समय रुम में इंदिरा के अलावा रेणु, समिरा और रंभा थी। सबसे कम उम्र की रंभा थी, और सबसे ज़्यादा उम्र की थी इंदिरा। सबसे प्यारा, खूबसूरत चेहरा समिरा का था, लेकिन आकर्षक बदन रंभा का था। लेकिन जैसा सब ने कहा लंड को सबसे पहले टाइट करने वाली इंदिरा ही थी।

लाला: अब मैं बर्दाश्त नहीं कर सकता हूं।

बोलते हुए लाला भी नंगा हो गया। रेणु ने झट से लंड पकड़ लिया।

रेणु: सच लाला, रंडियां झूठ नहीं बोलती हैं। तुम्हारे लंड से प्यारा लंड और कोई नहीं है। पहले मुझे चोदो।

लाला ने कपड़ों के उपर से ही रेणु की चूचियों को मसला।

लाला: रेणु रानी, दुनिया की सारी रंडियां एक तरफ और मेरी रेणु रानी अकेली दूसरी तरफ़। फिर कहता हूं अपने घरवाले को तलाक़ देदे, और मुझसे शादी कर ले। रानी तुझे तो प्यार करूंगा ही, तेरी सहेली (रंभा) मुझे ललचा रही है, मैं भी कुतिया की पिल्ली को ललचाऊंगा। रंडी को दिखाता हूं कि चुदाई क्या होती है।

लाला ने इतना लाउडली कहा कि सब ने सुना।

रंभा: अमित जल्दी लंड पेलो नहीं तो मेरा बाप ही मुझे चोद लेगा।

रंभा की बात सुन कर अमित ने अपनी पोज़ीशन बदली। फिर रंभा की जांघो के बीच आया, एक कंधे को दबाया, और दूसरे हाथ से लंड को बूर पर दबाया। और इससे पहले कि लाला इंदिरा के उपर आता, अमित ने पूरी ताक़त से धक्का मारा। रंभा चीख उठी,

“बाप रे बहुत मोटा है, बहुत दर्द कर रहा है”।

अमित भी समझ गया कि लंड अनचुदी बूर के अंदर घुस रहा था। उसने लगातार धक्के मारे और लंड चूत की झिल्ली को फाड़ कर और भी अंदर घुस गया। अमित ने इस बात पर ध्यान नहीं दिया कि रंभा की आंखों से आंसू निकल कर चिकने गोरे गालों पर निशान बना रहे थे। रंभा का बदन लकड़ी जैसा कड़क हो गया है। अमित फिर भी धक्के पर धक्का लगाता रहा।

समिरा: बहुत ही क़िस्मत वाले हो अमित, बैठे बिठाए एक कुंवारी माल मिल गई।

अमित पेलता रहा।

अमित: हमें समिरा, मुझे भी लग रहा है कि मेरा लंड किसी खौलते तेल में डुबकी लगा रहा है। थैंक्यू समिरा तुमने मुझे इस लड़की को प्यार करने चोदने कहा।

लाला ने इंदिरा के उपर पोज़ीशन लिया और उसकी एक कंधा को दबाये हुए बूर में धक्का पेला।

अमित ने देखा कि लाला का लंड तो 5 इंच ही लंबा था, लेकिन उसके लंड से थोड़ा ज़्यादा मोटा था।

रंभा 21-22 साल की थी। वजन क़रीब 62 किलो था। लेकिन कहीं से भी, थोड़ी भी मोटी नहीं थी। लाला 5 फ़ीट लंबा था जबकि रंभा 5 फ़ीट 3 इंच थी। गोरा रंग, बड़ी-बड़ी काली आंखें, गोरे-गोरे गाल, चांद सा गोल मुखड़ा था लड़की का। गोलाई लिए हुए कंधे थे, और 34 इंच की प्यारी-प्यारी चूचियां थी।

उसकी चूचियों में थोड़ा भी ढीलापन नहीं था। कमर 28 इंच की थी, बूर का एरिया बड़ा था। 36 इंच के चूत्तड़ों को देख कर लगता था कि लड़की काफ़ी चुदवाती थी। लेकिन रंभा की चूत में पहली बार ही लंड घुसा था। इंदिरा को चोदते हुए लाला की नज़र अपनी बेटी के जांघों पर पड़ी। लाला ने हाथ बढ़ा कर जांघों पर के खून के धब्बे को रगड़ा।

लाला: रंभा बेटी, मैं तो समझ रहा था कि अनील तुम्हें महीनों से चोद रहा है। उसने तुम्हें चोदा नहीं तो फिर रोज़ तुम्हारे साथ क्या करता है?

अब रंभा थोड़ी कंफर्टेबल हो गई थी।

रंभा: मादरचोद ने नहीं चोदा इसीलिए तो रेणु की बात सुन कर चुदवाने आ गई। लेकिन कुतिया ने ये नहीं कहा था कि मुझे किसी आदमी से नहीं एक घोड़े से चुदवाना पड़ेगा।

रेणु सब सुन रही थी। वो नज़दीक आई और रंभा की दोनों चूचियों को ज़ोर से दबाया।

रेणु: मैडम जी, मैंने आपसे ऐसे ही नहीं कहा था। अमित से ख़ुद चुदवाने के बाद कहा था। मुझे एक घंटा चोदा, शोभा और इस रंडी इंदिरा से पूछ लो नीचे एक तेरी ही उम्र की लड़की को क़रीब 2 घंटा लगातार चोदा। अब अगर तुझे ये घोड़ा पसंद नहीं है तो हट जा, मैं फिर लूंगी।

रंभा: अब चूत फट ही गई है तो पूरा मज़ा लेने दे। बाबू जी रंडी कैसी है?

रंभा ने अपने बाप से इंदिरा के लिए पूछा।

लाला खूब रगड़-रगड़ कर इंदिरा को चोद रहा था। इंदिरा मस्ती की सिसकारी मारते हुए मज़ा ले रही थी।

इंदिरा: रंभा बेटी, मेरी ढीली बूर में लंड पेल कर तेरे बाबू जी को मज़ा आ रहा है कि नहीं मुझे नहीं मालूम। लेकिन मुझे हद से ज़्यादा, बहुत ज़्यादा मज़ा आ रहा है। लाला आज जो तुमने क़ीमत दी है वो तो मैं वापस नहीं करूंगी। लेकिन आगे से मुझे चोदने के लिए तुम्हें एक रुपया भी नहीं देना होगा। आज से अभी से मैं तुम दोनों, तुम्हारी और राजेंद्र की मुफ़्त की माल हूं। अमित, जब तक यहां हूं, मुझे यहीं रहने दो, तुमने मुझे, अपनी मां को चोद ही लिया। अब तेरे होस्टल जाकर क्या करूंगी।

इंदिरा की बात सुन कर अमित को बहुत ग़ुस्सा आया, और रंभा को चोदते हुए मां की चूचियों को ज़ोर से मसला।

अमित: रंडी, इस बार तो तुझे मेरे साथ चलना ही पड़ेगा। 2-3 दिन वहां रह कर वापस आ जाना, और दोनों बूढ़ों से जितना चुदवाना है चुदवाना।

अमित ने रंभा को चोदते हुए अपनी मां की चूचियों को मसला, तो लाला इंदिरा की बूर में दमदार धक्के मारते हुए अपनी बेटी की चूचियों को मसलने लगा। ना ही बेटी ने रोका ना ही अमित ने चूचियों के उपर से बाप का हाथ हटाया।

लाला: बेटी, पिछले 32-33 सालों में मैंने कम से कम तीन हज़ार लड़कियों और औरतों को चोदा है। हर देश की, अपने देश में हर राज्य की, हर तरह की माल को चोदा है। जो पहली लड़की मुझे सबसे ज़्यादा पसंद आई मैंने उससे शादी कर ली और तुम तीनों भाई-बहन पैदा हुए। उसके बाद जो भी माल मुझे पसंद आती गई उन सब को उनकी क़ीमत देकर अपने पास रखता हूं, और कुछ साल के बाद उन्हें विदा कर देता हूं।

लाला: दो साल पहले तुम्हारी मां हम सब को छोड़ कर चली गई। मैंने औरतों को चोदना नहीं छोड़ा, लेकिन तुम्हारी मां के बाद ये इंदिरा ही पहली औरत है जिसे मेरे लंड ने बहुत पसंद किया ही है, मेरे दिल ने भी बहुत पसंद कर लिया है। मैं इस रंडी इंदिरा से शादी करना चाहता हूं।

लाला ने कई बार अपनी बेटी की चूचियों को मसला, और उसके बाद दोनों हाथों से इंदिरा के गालों को दबाया, और धक्के मारते हुए होंठो को चूमा।

लाला: इंदिरा रानी, मुझ से शादी करोगी?

इंदिरा: पहले जो कर रहे हो उसे पूरा करो।

इंदिरा की बात सुन कर लाला को ख़ुशी हुई लेकिन अमित का ग़ुस्सा और भी बढ़ गया। लाला जैसा चोद रहा था चोदता रहा, लेकिन अमित बहुत ही बेदर्दी से रंभा को चोदने लगा। लेकिन अब रंभा को भी मज़ा आने लगा था। दोनों मस्ती की सिसकारी मार रही थी। कुछ समय गुज़रा।

इंदिरा: आह लाला बहुत मज़ा आया, मैं गई।

लाला: मैं भी भी झड़ने बाला हूं।

दोनों क़रीब साथ ही झड़े। अमित अपने तरीक़े से पेलता रहा। लाला ने बूर से लंड निकाला तो बिना साफ़ किए इंदिरा ने लंड को पकड़ा और चूसने लगी। क़रीब 10 मिनट और गुज़रे। रंभा ने अमित को ज़ोर से धक्का मारा।

रंभा: मादरचोद, कुछ बोल नहीं रही तो क्या ज़िंदगी भर ऐसा ही चोदता रहेगा क्या? मैं पूरी तरह से झड़ गई। अब चोट लग रही है, लंड बाहर निकाल।

बोलते हुए रंभा ने अमित को बहुत ज़ोर का धक्का मारा। अमित ने बूर से लंड निकाला और रंभा को बाहों में बांध कर बहुत देर तक चूमता रहा। फिर रंभा को अलग किया। रंभा को भी और दूसरों को भी दिखा कि लंड अब भी पूरे फ़ॉर्म में था।

इंदिरा तब भी लाला का लंड चूस रही थी। रंभा दोनों पांव को पूरा फैला कर लेटी थी। रंभा की बूर का छेद तब भी खुला ही था। गाढ़ा सफ़ेद रस बाहर टपक रहा था।

अमित ने दूसरी औरतों समिरा, रेणु और अपनी मां को देखा। इंदिरा नहीं-नहीं बोलती रही और अमित ने अपनी पोज़ीशन ली, और उस दिन तीसरी बार मां के बूर में धक्का मारा।

“बेटा नहीं”, लेकिन चौथे धक्के में बेटे का पूरा लंड मां की बूर के अंदर समा गया।

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