अजब गांडू की गजब कहानी-15

पिछला भाग पढ़े:- अजब गांडू की गजब कहानी-14

चित्रा वापस अपनी पहली चुदाई की कहानी पर आ गयी।

चित्रा बता रही थी, “अंकल मेरे ऊपर थे अंकल का लंड मेरी चूत में आगे-पीछे हो रहा था। अब मेरी चूत में अंकल का लंड दर्द या जलन नहीं मस्ती के रगड़े लगा रहा था। मुझे मजा आने लगा। अंकल बस यही बोलते जा रहे थे, “आआआह चित्रा… आआह… मजा आ गया… आअह चित्रा… आह चित्रा।”

“मेरे मुंह से भी आआआह अंकल… आआआह अंकल… आआआह अंकल निकलने लगा। पता नहीं कब मेरी टांगें उठी, और मैंने टांगें अंकल की कमर के पीछे करके अंकल को अपनी टांगों में जकड़ लिया। चुदाई के मजे के मारे मेरे चूतड़ नीचे से अपने आप ही ऊपर-नीचे होने लगे।”