गोवा ट्रिप पर अंजान लड़के ने मांगी बीवी की चूत-6

मेरी हिंदी सेक्स कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, कि होटल के मालिक और उसके मैनेजर ने जी भर कर मेरी बीवी को लौड़ा चुसवाया, और फिर उसकी चूत चूसी। अब आगे-

फाइनली जब तीनों ओरल सेक्स से सैटिस्फाइड हो गए थे, मैंने उनसे पूछा कि क्या मुझे उनके लिए कुछ कंडोम लाने चाहिए? मुझे तीनों में से किसी ने भी कोई जवाब नहीं दिया। लेकिन यह तो साफ ही था कि अब क्या होने वाला था।

मालिक ने अपने मैनेजर की ओर देखा जिसने उसे आगे बढ़ने का संकेत दिया क्योंकि वह उसका बॉस था। अब बॉस ने नेहा को थोड़ा जोर से पकड़ा और उसे मेरे सामने कांच के शीशे पर धकेल दिया। नेहा शीशे के खिलाफ़ धकेल दी गई, और उसके खर्बूजे क्यूबिकल की कांच की दीवार से दब गए थे। मैं भी बेहतर दृश्य के लिए आगे बढ़ा।

मेरी आंखों के सामने ही मेरी वाइफ को एक बार फिर अपनी कुतिया बना कर, मालिक ने मेरी वाइफ की फुद्दी पर अपने लौड़े को रगड़ते हुए, उसके मुंह से “फक मी फक मी प्लीज, मुझे चोद दो, मैं तुम्हारी रंडी बनना चाहती हूं”, जैसी हॉर्नी बातें कहलवाते हुए धीरे-धीरे अपने लौड़े को नेहा की चूत में घुसा दिया।

इस बार कांच की दीवार के पार उसके ठीक सामने खड़े होकर, मैं वो सभी एक्सप्रेशंस को देख सकता था, जो मैं पिछली रात नहीं देख पाया था। नेहा का चेहरा ऐसे-ऐसे लस्टफुल एक्सप्रेशंस दे रहा था कि क्या कहना। उसका फेस लस्ट का ट्रेज़र प्वाइंट था। उसके चेहरे पर अपनी फुद्दी पर रगड़ते हुए लंड की फीलिंग साफ़-साफ़ दिख रही थी, और फिर जैसे ही उसकी चूत में लौड़े ने पैनिट्रेट किया था, तो मैंने देखा कैसे अपनी आंखें पूरी पीछे घुमा कर मेरी बीवी मज़े में थी, और उसके अंदर घुस रहे लौड़े को पूरा एंजॉय कर रही थी।

क्योंकि मेरे मुकाबले उस लड़के का लौड़ा काफ़ी बड़ा और मोटा था, नेहा को डेफिनेटली उससे चुदवाने के लिए अपनी चूत कुछ हैवी फक्किंग से खुलवाने के बाद ही असली मज़ा आता। अभी तो साथ में स्ट्रेच हो रही फुद्दी में दर्द भी हो रहा था।

क्यूबिकल के अंदर मैनेजर को एक सेक्सी औरत बैठे बिठाए चुदवाती देखने मिल रही थी। उसकी मुस्कुराहट ने साफ बताया कि उसे क्यूबिकल में नेहा की रंडी जैसी सिसकियां और उसकी चीखों और जंगली कुतिया जैसे कराहना कितना एक्साइटमेंट दे रहा था। वह अपने बॉस को उस रंडी को कुतिया बना कर चोदते हुए देख रहा था, और खुश हो रहा था, क्योंकि वह जानता था कि बॉस के बाद उसका लंड भी जल्दी ही उस रंडी की चूत को भोसड़ा बनाएगा।

उधर मालिक ने नेहा की टांगें चौड़ी कर दी थी, और अब वह अपनी कमर को जोर जोर से आगे-पीछे करने लगा था। और नेहा को क्यूबिकल पर और ज्यादा धक्का देते हुए उसको चोद रहा था।

उसकी बढ़ती स्पीड के साथ ही अब नेहा के बूब्स जोर-जोर से क्यूबिकल से टकराते जा रहे थे, और अपनी दोनों आंखें पूरी तरह पीछे घुमाएं मेरी वाइफ भी और ज्यादा अपनी कमर झुका कर उसे अपने अंदर घुसवा रही थी। लगातार एक गली में चुद रही कुतिया ही की तरह गुर्राने के साथ आहें भर रही थी आह आह।

हर धक्का ज़ोरदार था, और नेहा के मुंह से निकल रही आहें उसकी सैटिस्फेक्शन बयान कर रही थी। तभी धक्के धीरे होने लगे, और मेरी वाइफ भी अब अपने चूतड़ों को पीछे धकेल कर अपनी चूत में लौड़े को ज्यादा से ज्यादा अंदर घुसवा कर अपने क्लाइंट को मज़ा देती हुई कोई रंडी लग रही थी। मैंने देखा नेहा अपनी कमर भी हिला रही थी, और अपने चूतड़ों से अपनी चूत के अंदर मालिक के को ग्राइंड करके निचोड़ रही थी। तभी मैनेजर के इशारे पर मैंने देखा कि उसकी दोनों टांगों पर ऊपर से नीचे सफेद सीमन की लस्सी बह रही थी।

नेहा के पीछे उसके चूतड़ों में घुसा बॉस, उसकी कमर को पकड़ कर, अपने लौड़े को मेरी वाइफ के अंदर घुसा कर, अपना लंड उसकी फुद्दी के अंदर खाली करने की पूरी कोशिश कर रहा था। बहुत सारी सीमन नेहा की चूत में अंदर घुस भी गई थी, और काफ़ी सारी लस्सी की तरह मेरी वाइफ की चूत में से अब उसकी टांगों से नीचे बह रही थी। कल भी उसने मेरी वाइफ की चूत में ही अपनी सीमन छोड़ कर मेरी वाइफ को चोदने के मज़े लिए थे, और आज भी अब अपने लौड़े को मेरी वाइफ के अंदर घुसा कर अपनी पिचकारी छोड़ दी थी, और अपने दोनों टट्टे मेरी वाइफ के अंदर निचोड़ दिए थे।

फिर जैसे ही बॉस पीछे हटा, और उसने नेहा के अंदर घुसा हुआ अपना लंड बाहर निकाल दिया, तो अपनी कमर सीधी करते हुए मैंने अपनी वाइफ के चहरे पर एक सैटिस्फेक्शन भरी स्माइल देखी। मेरी आंखों में देखते हुए नेहा घूम गई और मेरी तरफ अपनी पीठ करके नीचे झुक गई। उसके ऐसा करने से वह मेरे सामने कुतिया पोज़िशन में थी, और मैं उसकी फुद्दी को अच्छे से देख सकता था।

नेहा की फुद्दी किसी कुतिया के भोसड़े जैसी चुदी हुई दिखाई दे रही थी। उसकी चूत का मुंह खुला था, और अंदर से सीमन और जूस निकल रही थी। नेहा एक बार फिर पलटी तो मैंने उसकी आंखों में खुशी की चमक देखी, क्योंकि उसके चेहरे पर एक एक्साइटमेंट भरी स्माइल थी।

अब मैनेजर उसके पास आ गया था। नेहा ने उसके लिए मुड़ने की कोशिश की, क्योंकि वह उससे भी पीछे से अपनी फुद्दी को चुदवाना चाहती थी। लेकिन उस मैनेजर ने उसकी कमर पकड़ ली और उसे अपनी बाहों में जकड़ लिया।

मेरी वाइफ को हल्का सा झटका लगा। वह कुछ समझ पाती इससे पहले ही मैनेजर ने उसे अपनी बाहों में खींच लिया, और उसके गुलाबी होठों को अपने होंठों से चूसने लगा। मेरी बीवी तो इस वक्त उन दोनों की रंडी ही थी, और वह दोनों चाहे जैसे उसको चोद सकते थे। बिना कुछ सोचे नेहा ने भी अपने होंठों से पलट कर मैनेजर के होंठों को भी चूसना शुरू कर दिया। अब दोनों काफ़ी वाइल्ड स्मूचिंग करने लगे और मैनेजर ने नेहा को क्यूबिकल से सटा दिया। फिर उसके खर्बूजे दबा कर उसके निपल्स को हल्के-हल्के नोचने लगा।

ऐसा करते हुए वो अपने हाथों को उसकी जांघों तक ले आया। उसने अपनी बाहें नीचे डाली, और फिर नेहा को उठाते हुए खड़ा हो गया। मेरी पत्नी के मुंह से एक्साइटमेंट में चीख निकल गई। जब उसने उसे अपने लंड पर बिठा दिया, और उसके ऐसा करने से उस मैनेजर का लौड़ा नेहा की चूत में अंदर तक घुस गया।

नेहा की फेस पर अजीब सी एक्साइटमेंट थी, जब उसने महसूस किया कि वह इस वक्त मैनेजर की गोद में ही थी, और मैनेजर ने उसकी चूत में अपना लौड़ा घुसेड़ दिया है। उस मैनेजर की झांटों के बाल अब मेरी बीवी की गांड पर रगड़ रहे थे। नेहा ने अपनी टांगों को उसकी कमर पर कस लिया, और उसको टाइट हग करते हुए अपनी कमर आगे-पीछे करते हुए उसके लौड़े पर अपनी फुद्दी ग्राइंड करने लगी।

मैनेजर ने बहुत आराम से नेहा को क्यूबिकल के सपोर्ट से, अपनी गोद में लिए हुए ही पूरे जोश से चोदना शुरू किया। उस पोजीशन में भी उस मैनेजर ने मेरी बीवी की अच्छी खासी चुदाई कर डाली।

नेहा हमेशा से ही इस पोजीशन में गोद में चढ़ कर चुदना चाहती थी, और आज जिस जोश से मैनेजर मेरी बीवी को अपनी गोद में उठा कर चोद रहा था, उसकी खुशी और एक्साइटमेंट का कोई ठिकाना नहीं था।

मेरी पत्नी को दीवार से लगा कर 10-15 मिनट तक चोदने के बाद, मैनेजर नेहा को अपने लौड़े पर लिए हुए ही पीछे हट गया और एक तरफ मुड़ गया। उसका बॉस उनके करीब आया और अपने लौड़े से नेहा के चूतड़ों पर मारना शुरू कर दिया। उन्होंने कुछ कहा और मैंने देखा कि नेहा उत्साहित और हैरान दिख रही थी, क्योंकि वह ऐसा ना करने के लिए अपना सिर हिलाती रही।

लेकिन वे लोग मेरी पत्नी की दलील सुनने के लिए वहां नहीं थे। मालिक ने अपने लौड़े को उसकी गांड में घुसाना शुरू कर दिया। उसका लंड अभी भी उनके पिछले सेशन से लव जूस में भीगा हुआ था, और अच्छी तरह से लूब्रिकेटिड था। क्योंकि वह नेहा की गांड में घुस रहा था, मैं यह दृश्य देख कर बहुत रोमांचित था। उन्होंने मेरी पत्नी में डबल पेनिट्रेशन किया।

नेहा चिल्ला रही थी और सिसकियां ले रही थी। यहां तक कि दर्द में मैनेजर की गर्दन को भी काट रही थी, क्योंकि बॉस ने अपना विशाल लंड उसकी छोटी सी मुश्किल से इस्तेमाल की जाने वाली गांड में घुसा दिया था।

कुछ मिनट पहले जिस तरह से उसने उसकी चूत को चोदा था, उसके विपरीत उसने उसे अपने बड़े लंड के साथ एडजस्ट होने के लिए समय नहीं लिया। उसने उसकी गांड में जंगली पावरफुल धक्कों के साथ शुरुआत की।

मैनेजर ने उसे अपनी बाहों में ले लिया, और उसका लंड मेरी पत्नी की चूत में गहराई तक दबा हुआ था‌। जबकि उसके बॉस ने अपना लंड उसकी गांड में मशीन गन की तरह घुसाया। हालांकि वह उसकी गांड के छेद में और भी कम समय तक टिका रहा, लेकिन बॉस ने नेहा की गांड को सही मायने में चोदा और उसे अपनी क्रीम से भर दिया।

उसने बाहर नहीं निकाला बल्कि उसकी गांड में ही रखा। बल्कि उसने अपने हाथों को नेहा के चूतड़ों के नीचे सटा लिया, और उसे अपनी जगह पर पकड़ लिया, क्योंकि अब उसके मैनेजर ने अपने लंड के पावरफुल धक्कों के साथ अंदर धकेलना शुरू कर दिया।

नेहा पूरी तरह से मदहोशी में थी। एक आदमी ने अपना लौड़ा उसकी गांड में घुसा रखा था, और उसके सीमन नेहा की गांड में फूट रही थी, और उसे अपने ऊपर टिकाए हुए था, और उसके मम्मों को अच्छी तरह से पकड़ रहा था, और निप्पलों को सहला रहा था। जबकि दूसरी तरफ मैनेजर जिसकी कमर पर अपनी दोनों टांगों को लपेट कर नेहा को लग रहा था, जैसे उसकी गोद में उसकी चूत में कोई पिस्टन जोर से धक्का दे रहा था, और उसके घनी झांटों का पैच नेहा की टपकती क्लीन शेव फुद्दी से रगड़ रहा था।

आखिर मैनेजर ने भी नेहा की चूत को अपने दही से भर दिया। बॉस के मुकाबले में मैनेजर ने बहुत ज्यादा और गाढ़ा सीमन छोड़ कर मेरी वाइफ के अंदर भर दिया था। फाइनली जब उन दोनों ने नेहा को उतार दिया, तब भी नेहा ने अपने अंदर से मैनेजर की सीमन को फील करते हुए अपनी उंगली अंदर बाहर की। तब उसको समझ आया कि मैनेजर ने बहुत ही गाढ़ी सीमन से उसकी चूत भर दी थी।

नेहा अब बिल्कुल बेहाल हो गई थी और वहीं लेट गई। उन दोनों लड़कों ने एक शावर लिया, और खुद को साफ़ करके जल्दी ही चले गए। मैंने नेहा को उठाया और उसके वीर्य को धोने के बाद उसे कमरे में ले आया। फिर वह मेरी बाहों में सो गई। मैं भी आज बहुत खुश था,आखिर गोवा आना अच्छी तरह वसूल हो गया था।