मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-9

पिछला भाग पढ़े:- मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-8

जमाल के दुबई जाने के बाद असलम एक दिन अपनी अम्मी नसरीन के लिए दुकान से चुदाई के कैसेट और पेन का कवर ले आया जो नसरीन अपनी चूत में डाला करती थी। उस रात नसरीन फिल्म देखते हुए कवर अपनी चूत में आगे-पीछे कर रही थी कि असलम वहां आ गया।

असलम ना कुछ बोल रहा था ना कुछ कर रहा था, बस खड़ा नसरीन की चूत की तरफ एक टक देखता जा रहा था। तभी अचानक असलम खड़े लंड के साथ बिना पायजामा उतरे ही अपनी अम्मी के ऊपर लेट गया, और चुदाई की तरह धक्के लगाने लगा।

नसरीन अपनी बात रिकार्ड करवा रही थी, “असलम पायजामे के ऊपर से ही खड़े लंड से मेरी चूत पर धक्के लगाता जा रहा था, जैसे मेरी चुदाई कर रहा हो। मुझे साफ़ महसूस हो रहा था कि असलम का लंड खड़ा था और सख्त भी हुआ पड़ा था।”