मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-18

पिछला भाग पढ़े:- मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-17

डाक्टर मालिनी असलम को रबड़ के लंड की फायदे समझा चुकी थी। असलम समझ चुका था कि शादी के बाद अगर वो नसरीन, अपनी अम्मी की चुदाई नहीं करेगा तो उसकी अम्मी अपनी चूत का पानी रबड़ का लंड चूत में लेकर कैसे छुड़ाएगी।

थकी हुई मैं अंदर बिस्तर पर लेट गयी, और असलम के साथ हुई मस्त चुदाई याद करने लगी।

सोच रही थी काश ऐसी ही मस्त चुदाई असलम के साथ दुबारा हो जाए। असलम का लंड तो मस्त था ही, असलम चुदाई भी मस्त करता था।

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