मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-13

पिछला भाग पढ़े:- मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-12

नसरीन के पूछने पर असलम जमाल के साथ होती रही नसरीन की चुदाई के पीछे की कहानी बता रहा था। इधर कहानी खत्म हुई, उधर असलम का लंड फिर से खूंटे की तरह खड़ा हो गया। नसरीन की चूत भी उसकी अपनी और जमाल की चुदाई की कहानी सुनते-सुनते गीली हो चुकी थी।

नसरीन अपनी कहानी जारी रखे हुए थी और टेप रेकार्डर चालू था, “जमाल के मुझे चोदने के पीछे की कहानी सुनाते-सुनाते ही असलम का लंड फिर खड़ा हो गया। असलम ने उंगली मेरी चूत में डाल दी, और ऊपर-नीचे उंगली हिलाने लगा। मेरी चूत में उंगली हिलाते-हिलाते असलम साथ-साथ बोलता जा रहा था, “आअह अम्मी आह आह अम्मी अम्मी आआह।”

“इधर मुझसे भी रहा नहीं जा रहा था। चूत मेरी चिकनी हुई पड़ी थी, और मैं अब ज्यादा इंतजार करने के मूड में भी नहीं थी।