विधवा मां का रंडीपना-4

आधे घंटे बाद जब मैं वापस आया, तो मम्मी को आवाज दी। अंदर से कोई जवाब नहीं आया। तभी मम्मी ने देर से दरवाजा खोला।

मम्मी: इतनी जल्दी आ गए!

मैं: हां वो दुकान में ज्यादा भीड़ नहीं थी। आपने देर कर दी। काम कर रही थी क्या?

मम्मी: हां वो रूम में झाड़ू लगाने वाली थी।

अंदर गया तो विजू बैठा था। उसके बाल बिखरे थे। पेंट की जिप भी खुली थी।

विजू: अच्छा मैडम, मैं चलता हूं।

मम्मी: अच्छा बेटा, जाओ फिर।

फिर मैं मम्मी के रूम में गया तो वहां बिस्तर पर मुझे सफेद पानी की बूंदे दिखी। मैंने मोबाइल लिया और अपने रूम में गया। फिर रिकॉर्डिंग चालू‌ की। तो मैंने देखा मम्मी और विजू रूम में आए और कस के हग करने लगे। मम्मी ने विजू के बाल पकड़े और किस्स करने लगी।

ऐसा लग रहा था कि मम्मी उसके होठों को चूस‌ के उसकी जीभ को चूस रही थी। तभी मम्मी ने साड़ी ऊपर उठाई और चड्डी निकाली। फिर विजू को कुछ बोली।

विजू तभी नीचे बैठा और साड़ी के अंदर मुंह डाल कर चूत चाटने लगा। मम्मी एक हाथ से साड़ी ऊपर उठा कर एक हाथ से उसके बाल पकड़ कर चूत पर सर दबा रही थी। मम्मी अपनी आंखे बन्द करके सिसकारियां ले रही थी।

तभी मम्मी ने उसे खड़ा किया, और नीचे बैठ कर उसका पैंट और चड्डी नीचे घुटनों तक की। फिर लंड हिला कर कुछ बोल रही थी, और फिर चूसने लगी। विजू ने मम्मी के बाल पकड़े और लंड को मुंह में धक्के देने लगा।

कुछ देर लंड चूसने के बाद मम्मी उठी, साड़ी और पेटीकोट क़मर तक उठाया, और बेड पर लेट गई। विजू भी बेड पर आया, और चूत में लंड डाल कर मम्मी को किस्स करने लगा, और दोनों दातों से मम्मी के ब्लाउज के ऊपर से ही बूब्स पकड़े, और दबाते हुए चोदने लगा।

मम्मी ने उसे कस कर पकड़ लिया था। पैरों से उसकी क़मर जकड़ ली थी। तभी मम्मी ने ब्लाउज के बटन खोले, और ब्रा नीचे करके बूब्स को आजाद किया। विजू अब मम्मी के निपल्स चूस रहा था, और जोर से चोद रहा था। तभी मम्मी ने उसे अपने ऊपर से हटाया।

फिर डॉगी स्टाइल में होकर उसे कुछ बोल रही थी। इशारों से मुझे लगा वो विजू को पीछे से चोदते वक्त बाल पकड़ने को बोली। विजू ने चूत में लंड डाला और मम्मी के बाल खींचते हुए चोदने लगा। तभी मम्मी की गांड पर थप्पड़ मार रहा था। मम्मी मुस्कुराते हुए सिसकारियां ले रही थी। तभी विजू ने स्पीड बढ़ाई और जोर से चोदने लगा, और चूत में झड़ गया।

फिर मम्मी उठ कर उसका लंड चूसने लगी। फिर उसकी गोटिया चूसने लगी, और कुछ बातें भी कर रही थी। फिर दोनों 69 की पोजिशन में आए। विजू बेड पर लेट गया, और मम्मी साड़ी ऊपर उठा कर उसके मुंह पर चूत रख कर बैठी। फिर झुक की लंड चूसने लगी।

मम्मी की चूत से विजू का पानी निकल रहा था, जो विजू चाट रहा था। 5 मिनट बाद विजू का लंड फ़िर खड़ा हो गया। फिर मम्मी उसके  लंड को चूत में लेके बैठ गई, और गांड हिला कर मज़ा लेना लगी।

फिर वो जोर से ऊपर-नीचे होने लगी, और सिसकरियां लेने लगी। विजू नीचे से उसका साथ दे रहा था। तभी दोनों झट से उठे, और दरवाजे की तरफ देखने लगे। मम्मी ने ब्लाउज की बटन लगाई, और साड़ी ठिक करके आने लगी।

विजू भी पेंट पहन कर मुंह पोंछ कर बेडरूम से बाहर आया। मैं समझ गया मम्मी का पानी अभी नहीं निकला था, और वो चूत में उंगली जरूर करेगी। मैं मम्मी के पास गया तो वो थोड़ी नाखुश थी। मैं मम्मी को बाहर जाने के लिए पूछा तो मुझ पर भड़क गई। चुदाई अधूरी रहने के कारण मम्मी उदास थी।

तभी मैंने राजीव जी को कॉल करके घर पर बुलाया। मम्मी उनको जानती थी। जब राजीव जी आए तो मैं और वो बातें करने लगे, और मम्मी चाय बनाने लगी। मैंने राजीव जी को सारी बात बताई और बोला-

मैं: मम्मी की चुदाई अधूरी रह गई है, मैं बाहर जाता हूं, आप चुदाई पूरी करना। और हां, बेडरूम में करना मम्मी के।

फिर मैं मम्मी के रूम में मोबाइल रिकॉर्डिंग चालू करके बाहर आया।

मैं मम्मी को बोला: मेरे लिए चाय ना बनाओ। मैं बाहर जा रहा हूं, मुझे आने में देर होगी।

और मैं चला गया। दोस्तों के साथ टाइम पास करते हुए 8:30 बज गए। मुझे लगा पता नहीं दोनों के बीच कुछ हुआ भी होंगा या नहीं। अगर हुआ होगा तो राजीव जी अपने घर चले गए होंगे। फिर मैं घर गया तो मम्मी टीवी देख रही थी।

मेरे आते ही मम्मी ने मुझे खाना खाने को बोली। मैं उनके बेडरूम में गया, और मोबाइल निकाल कर विडियो चेक करने लगा। मैंने देखा तो बहुत देर तक कोई नहीं आया। फिर मम्मी अंदर आई और हाथ से बुलाने का इशारा करने लगी।

तभी राजीव जी रूम में आये। दोनों के बीच में कुछ बाते चली। फिर मम्मी राजीव जी के गले लगी, और फिर वो किस्स करने लगे। तभी मम्मी ने नीचे बैठ कर उनका पजामा उतारा, और कच्छा उतार कर लंड चूसने लगी। राजीव जी ने मम्मी के बाल पकड़े और मुंह चोदने लगे।

फिर मम्मी को बेड पर डॉगी स्टाइल में किया, और साड़ी ऊपर करके चूत चाटने लगे। वो गांड के कूल्हे को फैला कर गांड के छेद पर अपनी जीभ फेरते हुए चाटने लगे। मम्मी अपनी आंखे बन्द करके एक हाथ से चूत रगड़ने लगी। फिर मम्मी ने उन्हें कुछ कहा, और राजीव जी ने मम्मी की चूत में लंड डाल कर चोदना स्टार्ट किया।

वो गांड पर जोर से थप्पड़ मरते हुए चोदे जा रहे थे।

कुछ देर बाद मम्मी ने उन्हें नीचे लिटाया, और लंड को चूत में लेकर बैठ गई, और राइड करने लगी। मम्मी जोर-जोर से उछलने लगी। तभी मम्मी उठी, और राजीव जी के मुंह के ऊपर आई। फिर चूत में उंगली डाल कर जोर से सहलाने लगी।राजीव जी ने मुंह खोला। तभी मम्मी की चूत ने पानी छोड़ दीया। राजीव जी मम्मी का पानी पीने लगे। कुछ बूंदे उनके दाढ़ी और मूछों पर लगी थी, वो मम्मी चाटने लगी।

फिर राजीव जी ने मम्मी की गांड चाटी और उंगली डालने लगे। फर गांड में लंड डालने लगे। पहले तो अंदर नहीं जा रहा था। मम्मी ने चूस कर गीला किया, और राजीव जी मम्मी की छेद पर थूक लगाई। फिर अंदर डालने लगे। धीरे-धीरे पूरा लंड ऐसे अंदर डाला, कि मम्मी को ज्यादा दर्द भी नहीं हुआ। फिर धीरे-धीरे चोदने लगे।

कुछ देर बाद स्पीड बढ़ाई और मम्मी की गांड में झड़ गये। फिर किस्स करके कपड़े पहने और चले गए। मैंने राजीव जी को कॉल करके पूछा-

मैं: आपने कैसे मनाया मम्मी को?

तो उन्होंने बताया: मैं और तुम्हारी

मम्मी तुम्हारे बारे में बात कर रहे थे, पर मेरा ध्यान तुम्हारी मम्मी पर था। और जैसा तुमने बताया उसकी चुदाई अधूरी रह गई थी, तो मैं भी हिम्मत जुटाने लगा। मेरा लंड तेरी मां को देख कर ही खड़ा हो गया था। जब तुम्हारी मां ने देखा तो वो मुझसे हस्ते हुए बात करने लगी।

राजीव: हमने चाय पी, और मैंने हिम्मत जुटा के उसकी जांघों पर हाथ रखे। वो कुछ नही बोली, और इधर-उधर देखने लगी। तो मैं जांघें कस के दबाने लगा और कमर में हाथ डालने लगा। तभी मैंने एक हाथ से उसके बूब्स दबाए। तो वो भी मेरे पास आई। फिर मैंने उसके गाल चूमे और गर्दन पर किस्स करने लगा।

राजीव: फिर वो उठ के बैडरूम की तरफ़ आने को बोलीं, और किसी को इस बारे में पता नहीं चलना चाहिए ऐसा बोल कर हमने चुदाई स्टार्ट की। चुदाई के बाद हमने अगले हफ्ते मेरे घर पर चुदाई करने का प्लान बनाया। किसी लड़के को भी साथ लाने वाली है।

फिर मैंने उन्हें बोला: अब तुम्हारा काम हो गया, मेरा भी जल्दी करना।

तो वो बोले: तेरे बारे में वसीम को बताता हूं।

इसके बाद मैं वसीम अंकल और विजू से कैसे चुदा, ये अगले पार्ट में बताता हूं।