मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-33

पिछला भाग पढ़े:- मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-32

एक लड़की: राजेंद्र जी, अमित को अनीता की बूर में लंड घुसाये सिर्फ़ एक घंटा चालीस मिनट ही हुआ है। अनीता को भी हमारे साथ पार्टी में जाना है, लेकिन अमित छोड़ेगा तब ना जा पायेगी।

अनीता: दीप्ति, मैं कितनी बार झड़ गई मालूम नहीं। लेकिन ये बहनचोद बहुत ही मस्त कर रहा है। रेणु मुझे कोई क़ीमत नहीं चाहिए, मैं तो अमित के साथ ही रहूंगी।

राजेंद्र आगे आया और अनीता की 34 इंच की चूचियों को दोनों हाथों से दबाया।

राजेंद्र: अनीता, तू बढ़िया से जानती है कि एस.पी. साहब सिर्फ़ तुम्हारे साथ की मस्ती के लिए ही पार्टी में आयेगा। तू नहीं जायेगी तो वह बहुत ही नाराज़ हो जायेगा। हम सब को परेशान करेगा। आज उसे खुश कर दे। मैं वादा करता हूं कि अगले रविवार को अमित फिर तुम्हारी बूर के अंदर होगा।

अमित ने 8-10 जोरदार धक्के मारे और लंड को बाहर निकाला।

अमित: हर रविवार को होस्टल से बाहर रहना संभव नहीं है। लेकिन अनीता प्रॉमिस करता हूं कि अगले रविवार को सिर्फ़ तुम दोनों, तुम्हारे और रेणु के लिए आऊंगा।

अमित ने अनीता को टेबल से नीचे उतारा और होंठों को बार-बार चूमा।

अमित: मां, ये सभी खूबसूरत लड़कियां तुम्हें नंगा देखना चाहती है। इन्हें अपनी मर्दों को पागल करने वाली जवानी दिखा दो।

इंदिरा को विश्वास नहीं हुआ कि दो बार चोद लेने के बाद भी बेटा उसे बेटी की उम्र की लड़कियों के सामने नंगा करेगा। सभी आश्चर्य से देखते रहे, और अमित ने अपनी मां को दूसरी 9 लड़कियों और एक 65 साल के आदमी के सामने नंगा कर दिया। सभी लड़कियों ने इंदिरा की नंगी जवानी को बहुत पसंद किया।

एक लड़की: इंदिरा, तुम हमसे 20-22 साल बड़ी हो लेकिन हर एक आदमी हमसे पहले तुम्हें चोदेगा। हमसे ज़्यादा कीमत भी देगा। तुम भी हमारे साथ पार्टी में चलो। सभी तुम्हें ही पहले चोदना चाहेंगे।

राजेंद्र: अंजली आज नहीं, इंदिरा रात भर के लिए बुक है। तुम लोग अपने-अपने काम पर जाओ।

इधर सभी बातें कर रहे थे, और रेणु के दिमाग़ में ख़ुराफ़ात चल रहा था। अमित ने ख़ुद अपनी मां को नंगा किया तो रेणु को लगा कि इंदिरा ने राजेंद्र से चुदवाया, और वेटर को बदन छूने दिया, वो अमित को पसंद नहीं आया, और वो अपनी मां को बेइज्जत करना चाहता था।

रेणु का सोचना सही था। अमित ने इंदिरा को इसलिए बुलाया था कि एक सप्ताह अपनी मां को ख़ुद चोद सके, लेकिन इंदिरा रंडी बन कर रुपया कमा रही थी।

रेणु: इंदिरा 15 मिनट में बिना किसी से चुदवाए दो लाख कमाओगी?

इंदिरा: हर कोई कमाना चाहेगी। मुझे क्या करना होगा?

रेणु ने पहली बार इंदिरा के अंग-अंग को दबाया, सहलाया।

रेणु: बहुत ही छोटा काम है। तुम्हें यहां से रेस्टोरेन्ट में होते हुए अपने रुम 301 तक नंगा चलना है।

राजेंद्र: रेणु, पागल हो गई हो क्या? इस समय रेस्टोरेन्ट पूरा भरा रहता है। और वैसे भी लाला आ ही रहा है। वो अकेले ही इंदिरा को बहुत देगा।

लेकिन इंदिरा के लिए भी 2 लाख बहुत था।

इंदिरा: राजेंद्र, यहां मुझे कौन जानता है, पहचानता है? तुम भी मुझे ठीक से नहीं जानते। घर में नंगी रहती हूं, यहां अपनी बेटी की उम्र की लड़कियों के सामने नंगी हूं। अगर कोई मेरी बेटी भी मेरे साथ नंगी रहेगी तो मैं चलने को तैयार हूं। जो भी मेरे साथ चलेगी, मैं उसे अपनी कमाई का आधा दूंगी।

एक लड़की ने तुरंत हाथ उठाया। लड़की का नाम जरीना था।

जरीना: दो घंटा किसी के साथ नंगी रहती हूं, घटिया-घटिया काम करती हूं, तब बीस हज़ार मिलता है। यहां बिना चुदवाये रह कर आधे घंटे में ही एक लाख मिलेगा तो क्या बुरा है? इंदिरा, मुझे एक लाख दोगी?

इंदिरा: इतने लोगों के सामने बोला है, मुकर कैसे सकती हूं? दूंगी बेटी, ज़रूर दूंगी। और हम दोनों नंगी रंडी के साथ सिर्फ़ रेणु रहेगी। बाक़ी सब आधे घंटे के बाद रुम में आ सकते हो। चल जरीना, हम लोगों को अपनी जवानी दिखा कर पागल करते हैं। रेणु हमें रास्ता दिखा, बाक़ी सब यहीं रहो। कोई बाहर नहीं आयेगा।

पहले रेणु बाहर निकली, और उसके तुरंत बाद दोनों नंगी औरतें एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर बाहर आई। बाक़ी सभी, राजेंद्र भी हॉल में ही रह गये।

शोभा: मुझे मालूम है कि तुम सभी अमित के लंड को बूर में लेना चाहती हो, लेकिन अभी समय नहीं है। अमित हम आधा घंटा यहां है। कुछ करना चाहते हो तो करो।

शोभा का बोलना ख़त्म हुआ और अमित ने उसे अपने बाहुपाश में लिया और होंठ और गालों को चूमने लगा। चूमते हुए, चूची और बूर को खूब मसला। दोनों हाथों से चूत्तड़ों को भी मसला।

अमित: बहुत मस्त माल हो शोभा। अगली बार सबसे पहले तुम्हें ही प्यार करूंगा, तुम्हें चोदूंगा।

शोभा को छोड़ कर अमित ने एक दूसरी लड़की को पकड़ा। एक-एक कर अमित ने सभी सात माल को खूब रगड़ा, खूब चूमा। सभी सात माल ने अमित के लंड को थोड़ी थोड़ी देर चूमा। उसके बाद सभी लड़कियों ने कपड़े पहने और बाहर चली गई। अब हॉल में सिर्फ़ तीन राजेंद्र, शोभा और अमित रह गये।

राजेंद्र: होस्टल छोड़ दो। हमारे होटल में रहो। यहीं से कॉलेज आओ-जाओ और रात में हर रात बढ़िया-बढ़िया माल के साथ मस्ती मारो। इतना ही नहीं तुम हमारे साथ रहे तो तुम्हें हर महीना डेढ़-दो लाख की कमाई भी होगी।

अमित को लालच हो गया। लेकिन उसने अपनी एक्साइटमेंट को उजागर नहीं किया।

अमित: मैं सोच कर बताऊंगा। मां को गये एक घंटा हो रहा है हम भी रुम में चलते है।

और अचानक राजेंद्र ने लंड को पकड़ लिया। शोभा मुस्कुराती रही।

शोभा: सर, शरमाने की ज़रूरत नहीं है। ऐसा-ऐसा बढ़िया लंड कभी-कभी ही देखने को मिलता है। जितना चूसना है चूस लीजिए।

अमित ने थोड़ा सच कहा थोड़ा झूठ।

अमित: शोभा दीदी, एक अनीता को छोड़ कर अब तक जितने को चोदा है सब ने मेरे लंड से निकला रस पिया है। आज इन दोनों के सामने रेणु ने भी पिया। सुबह में मां को भी पिलाया था। कलकत्ता में मेरे एक गुरु हैं उनका कहना है कि किसी भी जवान और मस्त माल की बूर में लंड को थोड़ी देर रखने के बाद अगर किसी दूसरी लड़की, औरत, या मर्दों से उस लंड को चुसाया जाए, तो वैसे लंड का रस पीने वाला आदमी भी उस आदमी के जैसा ही चोदने लगता है, जो उसे रस पिलाता है। कॉलेज में दो टीचर ऐसे हैं जो अपनी पत्नी के सामने मेरा लंड चूसते हैं,‌ रस पीते हैं।

शोभा: ये तो मैंने भी पढ़ा और सुना है कि बढ़िया चोदने वाले का लंड चूसना और वैसे लंड से निकला रस पीने का बहुत ही ज़्यादा फ़ायदा है।

राजेंद्र: आज तो अमित की मां को दो बार बढ़िया से चोद लिया, लेकिन अब लगता है कि समिरा, अपनी बहु को आज नहीं चोद पाऊंगा।

अमित: अंकल, मेरी चुदाई देख कर, मेरा लंड चूस कर आप भी बढ़िया से चोद पायेंगे। अब चलिए देखते हैं कि नंगे परेड करने के बाद आपकी नई रंडी, मेरी कुतिया मां क्या कर रही है। शोभा, मुझे बता दो किस रुम में रहोगी। मैं आज रात ही तुम्हें प्यार करना चाहता हूं। मुझे सुबह-सुबह होस्टल पहुंचना ज़रूरी है।

शोभा: रुम नंबर 107, राजेंद्र जी का स्पेशल रुम। मैं इंतज़ार करूंगी।

अमित: ज़रूर आऊंगा।

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