पिछला भाग पढ़े:- मां की चुदाई की कोशिश-1
अगर तुम में से कोई यह सोच रहा है कि मेरी मां ने कहा चलो अपने बेटों से चुदवा लेते हैं, तो ऐसा उसने कुछ नहीं कहा। मेरी मां ने जो बात कही थी, वह यह थी कि, “आज-कल तो लड़के-लड़कियां 18-19 की उम्र में चोदने लगे हैं”। मेरी मां की इस बात के बाद सब औरतों ने एक ही बात बोली कि, “अगर हम भी आज के ज़माने में पैदा हुई होती, तो चुदाई का पूरा मजा लेती”।
दोस्तों मां की इस बात के बाद मैंने यह प्लान बनाया कि एक रंडी को पैसे देकर अपने घर लाऊंगा, और कुछ ऐसा इंतजाम करूंगा कि मां मुझे उसको चोदते हुए पकड़ ले। इसके आगे का प्लान दोस्तों आप कहानी में सुनो।
एक दिन मां बाहर गई हुई थी। तो मैंने उस रंडी को बुलाया और हम दोनों मस्त चुदाई करने लगे। मैंने दरवाजे को जान-बूझ कर ताला नहीं लगाया था, तांकि जब मैं चुदाई कर रहा हूं, तो मां मुझे उस रंडी के साथ पकड़ सके। और ठीक ऐसा ही हुआ। दोस्तों मां आई, और मां ने हम दोनों को चुदाई करते पकड़ लिया। उसके बाद मां बहुत गुस्सा हुई।
सबसे पहले तो उसने उस रंडी को गालियां देकर बाहर निकला। दोस्तों यह जिंदगी में पहली बार था जब मैंने अपनी मां के मुंह से इतनी गालियां सुनी थी। सच में बहुत मज़ा आया था, क्यूंकी किसी को चोदने में बहुत मजा आता है जब एक-दूसरे को गालियां देते हैं।
दोस्तों इसके बाद बारी थी प्लान के दूसरे हिस्से को आज़माने की। रंडी के चले जाने के बाद पहले तो मां ने मुझे गालियां दी, थोड़ा मारा, और यह धमकी दी कि, “तेरे पापा को बताऊंगी”। लेकिन दोस्तों मुझे पता था कि मां यह सब नहीं करेंगी।
दोस्तों वो दिन ऐसे ही निकल गया। अगले दिन सुबह पापा चले गए। मैंने मां से पूछा कि, “आपने पापा को बताया क्यूं नहीं?” तो पहले तो मम्मी कुछ नहीं बोली।
मेरे दो तीन बार पूछने पर वह गुस्सा होकर बोली, “तुझे अपनी गांड तुड़वाने का बहुत शौक है। बता दूंगी तेरे बाप को तो बाहर निकल देगा ना तुझे घर से मादरचोद”।
मैंने कहा, “बाहर क्यों निकल देगा, मैं गलत क्या कर रहा था? मैं वहीं तो कर रहा था जो आपने बोला था”। दोस्तों यह सुन कर मां चकित हो गई। फिर मां ने बात संभालते हुए बोला कि, “मैंने कब कहा रंडी कि चुदाई करने को?”
दोस्तों मैंने वहीं बात मम्मी को याद दिलाई कि, “आपने ही तो कहा था अपनी सहेलियों के सामने कि आज-कल के लड़के-लड़कियां 18 साल की उम्र में चुदाई करने लग जाते हैं”। इसके बाद दोस्तों मां कुछ नहीं बोली, और मैं नहाने चला गया।
जब मैं और मम्मी साथ लंच कर रहे थे। तो मां धीरे से मेरे पास आकर बोली, “देख अक्षय मैं समझती हूं कि तेरी उमर में सेक्स करने का मन करता है। लेकिन किसी रंडी के साथ मत किया कर। एक तो इन लोगो से बीमारी होने का खतरा रहता है। दूसरा कभी पुलिस ने पकड़ लिया तो पूरे घर की इज़्ज़त चली जाएगी। तू गर्लफ्रेंड बना और उसके साथ यह सब कर”।
दोस्तों मैंने तपाक से बोला, “मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, और मुझसे बनेगी भी नहीं। अब बताओ मैं क्या करूं?” दोस्तों मां कुछ बोलती उससे पहले ही मैंने बोल दिया कि, “मां आप मेरी गर्लफ्रेंड बन जाओ ना”। ये सुन के मां फिर गुस्सा हो गई, और बोली, “तेरा दिमाग खराब हो गया है क्या? कैसी बातें कर रहा है? अब तो तेरे पापा को बताना ही पड़ेगा”।
तो मैंने कहा, “फिर मैं भी पापा को बता दूंगा कि वह तुमको ढंग से चोद नहीं पाते हैं। और यह बात तुम अपनी सहेलियों के सामने डिंढोरा पीट-पीट कर बताती हो”। दोस्तों ये सुन के मां कुछ नहीं बोली, और चुप-चाप रसोई में चली गई। मैं मां के पीछे-पीछे चला गया। मां बर्तन धोने के लिए खड़ी थी, तो उस समय मैंने पीछे से मां को पकड़ लिया, और मैं कुछ कर नहीं रहा था, बस मां को गर्म करने की कोशिश कर रहा था।
मां बोली: छोड़ दे मुझे।
फिर मैंने मां से कहा: चलो ना मां कमरे में, बात करनी है।
मम्मी बोली: मुझे कोई बात नहीं करनी। तू मुझे अकेला छोड़ दे।
दोस्तों मैंने कई बार बोला पर फिर भी मां नहीं मानी तो मैंने गुस्से से कहा-
मैं: ठीक है, मत करो बात अब। मैं भी तुमसे कोई बात नहीं करूंगा, और रोज रंडी से चुदाई करूंगा, और शादी भी किसी रंडी से ही करूंगा।
दोस्तों उसके बाद मैं अपने कमरे मैं आ गया। थोड़ी देर बाद मम्मी मेरे कमरे मैं आई और मेरे पास
बैठ के बोली, “तू समझता क्यों नहीं है, मैं तेरी मां हूं। हम दोनों ये नहीं कर सकते। मैंने कहा, “क्यों नहीं कर सकते?” तो वह बोली, “कभी देखा है मां बेटे को चुदाई करते हुए?” मैंने कहा, “हां”।
तो वह बोली, “ला दिखा मुझे”। फिर मैंने तुरंत उसको ऑनलाइन मां बेटा पोर्न चुदाई की वीडियोस दिखानी स्टार्ट कर दी। उन वीडियोस को देख के मां भी
गर्म होने लगी। लेकिन उसने खुद पे कंट्रोल किया और मुझसे बोली, “फिर भी मुझे ये बेकार लगता है”।
मैंने कहा, “आपने कभी तो ट्राय नहीं किया, तो फिर कैसे पता आपको कि ये बुरा है? एक बार ट्राय करो, फिर बुरा लगे तो बताना”। तो वो कुछ देर सोच के बोली, “ठीक है”।
मैंने कहा, “ठीक है तो फिर कल पापा के दुकान जाने के बाद हम करेंगे”। वो बोली, “ठीक है”। उस दिन रात को जब मां सोने जाने लगी तो मैंने मां से बोला कि, “मुझे चाय पीनी है, चाय बना दो”। जब वो मेरे लिए चाय बना के लाई, तो मैंने उसको पकड़ के दीवार के सहारे लगाया, और उसके बूब्स दबाने लगा। ऐसा मजा आ रहा था दोस्तों की क्या बताऊं। बिल्कुल आम जैसे मस्त बोबे थे मेरी मां के। थोड़ी देर
बाद वो भी मजा लेने लगी। मेरे बाल पकड़ के खींचने लगी। फिर मैं रुका और मैंने उसको एक लम्बा किस दिया, और बोला कि, “अब जाओ”।
तो वो बोली: साले मादरचोद, अपने बाप की तरह गर्म करके ठंडा ही छोड़ेगा क्या?
मैंने बोला: अब बहुत लंड चाहिए तुझको रांड। कल सुबह आना, ऐसा मस्त चोदूंगा कि याद रखेगी।
दोस्तों उसके अगले दिन मां ने नौकरानी को काम पे आने से मना कर दिया।
जब मैं सुबह उठा तो पहले मैंने देखा पापा घर पे थे या नहीं। उसके बाद मैं रसोई में गया तो पीछे से मां को पकड़ के बोला, “कैसी हो मेरी जान? लंड की याद आई या नहीं?”
तो वो बोली: इसके लिए तो तड़पी जा रही हूं पूरी रात से मेरे राजा।
इसके आगे की कहानी, अगले पार्ट में।
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