बेटी की सेक्सी सहेली की चुदाई

मेरा अच्छा काम चलता है। मैं पेशे से एक सहकारी कांट्रैक्टर हूं, तो मेरी कमाई भी बहुत है। मैंने अपनी बेटी को भी खुली छूट दे रखी है। मैं बाहर जा कर, पैसे दे कर, अपनी सेक्स की भूख मिटाता हूं।

हम बाप-बेटी बहुत खुश रहते थे, पर एक दिन मेरी जिन्दगी ही बदल गई। रीना अपनी नानी के घर गई हुई थी। मैं घर में अकेला था, और साईट पर जाने को तैयार हो रहा था। तभी घर के दरवाजे की घंटी बजी‌। मैंने दरवाजा खोला। मेरे सामने एक बहुत ही सेक्सी लड़की खड़ी थी। उसने जीन्स-टॉप पहन रखा था।

मैंने पूछा: कौन?

तो वो लड़की बोली: सर मैं रीना की सहेली हूं सपना।

मैं बोला: रीना अपनी नानी के घर गई है।

सपना बोलने लगी: मुझे पता है सर।

मुझे आपसे ही काम है। क्या मैं अंदर आ सकती हूं?

मैंने हां में सर हिला दिया‌। सपना अंदर चली गई। मैं भी दरवाजा बंद करके अंदर आ गया। हम दोनों सोफे पर बैठ गए।

मैंने सपना को पूछा: क्या बात करनी है आपको मेरे साथ?

सपना थोड़ा सोचते हुए बोलने लगी। मैंने सपना को पानी दिया।

सपना गिलास पकड़ कर बोली: सर मुझे कुछ पैसों की जरूरत है‌।

मैं: कितने चाहिए?

तो सपना बोली: 50000 की जरूरत है मुझे।

मैं बोला: इतने पैसे बिना जान-पहचान नहीं दे सकता।

मैं रीना से बात कर लेता हूं। वो बोल देगी तो 50000 क्या 200000 दे दूंगा। यह सब मेरी बेटी का ही तो है।

मैं जैसे ही फोन उठाने लगा तो उसने मेरा हाथ पकड़ लिया।

वो बोली: सुरजीत जी मुझे पता है आप बाहर जाते हो अपनी सेक्स की आग बुझाने के लिए।

मैं सपना के मुंह से यह बात सुन कर चौंक गया।

सपना मुझे देखते हुए बोलने लगी: मैं भी आपके साथ सब कर सकती हूं, और मैं अभी तक कुंवारी हूं। मुझे बस आप महीने के 50000 दे दिया करो। उसके बदले जब आप बोलोगे मैं आपको खुश कर दिया करुंगी।

मैं सोच में पड़ गया। फिर सपना ने अपना टोप निकल दिया और मुझे बोली: एक नज़र मेरे जिस्म पर डाल लो।

मैंने उसकी तरफ देखा। उसके चूचे ब्रा फाड़ कर बाहर निकलने को हो रहे थे। फिर सपना ने अपना टॉप पहन लिया, और अपना नम्बर मुझे देकर चली गई। उस दिन सपना के बारे में सोचता रहा। साइट पर भी नहीं गया। मेरी आंखों के सामने उसके ब्रा फाड़ कर बाहर आने को तैयार चूचे ही नजर आ रहे थे। शाम तक बहुत सोचा सपना के बारे में। उसकी उम्र की मेरी बेटी भी है, पर अपने खडे लंड के आगे हार गया मैं।

मैंने रात 8 बजे सपना को फोन किया। सपना ने एक दम फोन उठाया और बोली: क्या सोचा सर फिर आपने?

उसकी बात सुन कर मैं हैरान रह गया। उसके पास पहले से ही मेरा नम्बर था।

मैं बोला: मैं तैयार हूं।

सपना: ठीक है अभी आना है या सुबह?

मैं बोला: अभी आ जाओ। और यह सब मेरे और तुम्हारे बीच ही रहना चाहिए।

सपना बोली: ठीक है।

और फोन कट कर दी। 9:30 पर सपना ने दरवाजे की घंटी बजाई। मैंने दरवाजा खोला‌। सपना एक-दम से अंदर आ गई। मैंने दरवाजा बंद कर दिया। सपना ने सलवार कमीज पहन रखी थी।

सपना बोली: आपने तो जल्दी हां कर दी। मेरे साथ जो भी करना है दिल खोल कर कर सकते हो। मैं रीना को कुछ नहीं बताऊंगी।

फिर मैंने उसको एक गिलास वाईन का दिया। सपना और मैंने वाईन का गिलास पी लिया। सपना वाईन पीते ही कुछ नशे में हो गई।

मुझे बोलने लगी: आज हमारी सुहागरात है, और इतना टाइम लगा रहे हो।

और वो मेरे पास आ कर मुझे किस करने लगी। मैं भी उसको किस करने लगा। फिर मैंने सपना को उठा लिया और उसको कमरे में ले आया। आते ही उसको बैड पर लिटा दिया, और खुद उसके ऊपर चढ़ गया। फिर सपना के रसीले होंठ चूमने लग गया। कभी सपना के पूरे चेहरे को चूमता, तो कभी उसके होंठ को। सपना भी मेरा साथ दे रही थी।

फिर मैंने सपना की कमीज को उतार दिया, और ब्रा के ऊपर से ही सपना के चूचों को चूसने लगा। 34″ के चूचों को मुंह में लेने लगा। सपना ने खुद ही अपनी ब्रा उतार दी। मैं अब सपना के आजाद हुए चूचों पर टूट पड़ा। मैंने सपना के दोनों चूचों को चूस-चूस कर लाल कर दिया। अब मैंने सपना को पूरी नंगी कर दिया, और खुद भी नंगा हो गया।

सपना मेरा लंड देख कर हैरान रह गई और बोली: आपका तो बहुत बड़ा है। मेरी चूत में कैसे जाएगा?

मैं: आज तूने ही मेरी आग जलाई है, तो तुझे बुझानी भी पड़ेगी।

फिर मैंने सपना की पेंटी खोली, तो पेंटी खोलते ही सपना पर बहुत गुस्सा आ गया। सपना की झांटों से भरी हुई चूत थी। मैंने उसकी चूत से झांट खींच दी। सपना जोर से चिल्लाई। मैंने सपना के मुंह पर 1-2 थप्पड़ लगा दिये।

सपना रोते हुए बोलने लगी: मैं रंडी नहीं हूं जो आप मेरे साथ ऐसा कर रहे हो।

मैं थोड़ा नरम हो गया और प्यार से बोला: सपना मैं जिस भी रंडी की चुदाई करता हूं, उसको पता होता है मुझे झांट से भरी हुई चूत पसंद नहीं है। रीना की मां भी हमेशा अपनी चूत साफ रखती थी, और तू पहली बार आई और झांट से भरी हुई चूत लेकर। मुझे तभी तेरे ऊपर गुस्सा आया।

सपना बोलने लगी: अगली बार आपको मेरे पूरे शरीर पर एक भी बाल नहीं मिलेगा।

मैंने अपना लंड सपना के आगे कर दिया। सपना लंड के ऊपर किस करने लगी। फिर लंड के टोपे को मुंह में लेकर चूसने लगी। आराम-आराम से सपना लंड को मुंह में लेकर चूसने लग गई। मुझे मजा आने लगा। मैं सपना का सर पकड़ कर लंड सपना के मुंह के अंदर-बाहर करने लगा। एक हाथ से सपना की चूत में उंगली डालता रहा। 20-25 मिनट बाद मैं सपना के मुंह में झड़ गया।

सपना के मुंह में लंड होने के कारण उसको मेरे लंड का पानी पीना पड़ा। जैसे ही मैंने लंड बाहर निकाला, सपना उठ कर बाथरूम चली गई। मैं भी पीछे-पीछे चला गया। सपना बैठ कर उल्टी कर रही थी, तो मैंने पीछे खड़े होकर सपना पर पेशाब करना शुरु कर दिया। सपना पीछे देखने लगी तो पेशाब की धार सपना के मुंह पर भी गिर गई। मैंने पेशाब करके सपना के पास हेयर रिमुवर क्रीम फेंक दी और बोला-

मैं: जब अच्छे से बाल साफ हो जाए, तो बाहर आ जाना।

फिर मैं बाथरूम से बाहर आ गया, और अपने कमरे में बैठ कर वाईन पीने लगा। काफी टाइम बाद सपना बाथरूम से बाहर आई। सपना की चूत एक-दम से साफ थी, और चिकनी भी लग रही थी। मैंने सपना को कुर्सी पर बिठा दिया। अब सपना की चूत पर में वाईन डाल कर चूत को चाटने लगा।

चूत चाटने से सपना भी गर्म होने लगी‌। सपना मेरे सर के बालों से खेलने लगी। मैं एक कुत्ते की तरह सपना की चूत चाटता रहा। सपना की चूत ने पानी छोड़ दिया, और मैं पानी चाटने लगा। फिर मैंने सपना को उठा कर बैड पर डाल दिया, और खुद सपना के ऊपर आ गया।

मैंने सपना की चूत के मुंह पर लंड सेट किया। आज मैं दूसरी बार कुंवारी चूत चोदने जा रहा था। मैंने सपना के होंठो को अपने होंठो पर कस लिया। फिर अपने लंड का एक धक्का मारा। लंड सपना की चूत फाड़ता हुआ अंदर चला गया। सपना की चूत फटते ही सपना तड़प उठी। उसके मुंह से चीख निकल आई, पर अंदर ही रह गई। उसकी आंखों से आंसू निकल आए। मैंने फिर से एक और झटका मारा, और लंड पूरा सपना की चूत में समा गया।

सपना बहुत तड़पी, पर मैंने लंड बाहर नहीं निकाला‌। मैं अब सपना की चूत में लंड आराम से अंदर-बाहर करने लगा। कुछ देर बाद सपना का दर्द कम हुआ, तो मैंने धककों की स्पीड तेज कर दी। सपना को भी मजा आने लगा।

सपना भी अपनी गांड उठा-उठा कर पूरा लंड अन्दर लेने लगी।मैंने सपना की दोनों टांगो को कन्धे पर रख लिया, और सपना को चोदता रहा। सपना चुदाई के दौरान फिर से झड़ गई, पर मैं सपना की चुदाई करता रहा।

काफी देर बाद सपना और मैं दोनों एक साथ झड़ गए। जब मैंने लंड बाहर निकाला, तो सपना मेरे लंड पर लगे हुए खून को देख कर डर गई।

मैं बोला: सपना आज तू कली से फूल बन गई है। अब तू आराम से चुदाई का मजा ले सकती है।

सपना की चूत से हम दोनों का पानी और खून निकल रहा था, तो सपना चूत साफ करने बाथरूम चली गई। फिर जब वापिस आई, तो मैंने सपना को पेन किलर की गोली खिला दी। उस रात मैंने सपना की चूत की 3 बार चुदाई की। सुबह मैंने सपना को पैसे दिये। सपना खुश हो कर चली गई। मैं भी सपना की चुदाई कर के बहुत खुश था।

कैसी लगी मेरी कहानी जरूर बताना, और कोई जरूरत मंद लड़की को पैसा चाहिए हो, तो भी बताना।