भाई का खेल और बहन की चुदाई-1

नमस्कार दोस्तों, मैं प्रितंका गुप्ता अपनी अगली हिंदी सेक्स स्टोरी लेके हाजिर हूं। उम्मीद है मेरी पिछली सेक्स कहानियों की तरह ये भी आपको पसंद आएगी। सबसे पहले मैं आप सब को अपने बारे में बता देती हूं। नाम तो मैंने बता ही दिया है। मेरी उमर 23 साल है, और मैं पंजाब के लुधियाना में रहती हूं। फिगर मेरा 34-29-46 है।‌ रंग मेरा गोरा है, और मुझे देख कर लड़कों के दिलों की धड़कन तेज हो जाती है। चलिए अब अपनी कहानी पर आती हूं।

मैं काफी दिनों से देख रही थी, कि मेरा छोटा भाई मुझे घूर-घूर कर देखता था। मैं घर पर लेगिंग्स और टी-शर्ट पहनती हूं। जब कभी मैं झुकती, तो मेरा भाई मेरी गांड को घूर रहा होता था। अगर कभी मेरी क्लीवेज दिख रही होती, तो उस पर भी उसकी नज़र रहती थी। उसकी इन हरकतों को देख कर मैं समझ चुकी थी कि उसकी नीयत मेरी तरफ से साफ नहीं थी।

फिर एक दिन रात को 10 बजे मैं पानी पीने उठी। मेरा रूम भाई के रूम के साथ ही है। मैं अपने रूम से बाहर आई, और किचेन की तरफ पानी लेने चल पड़ी। रास्ते में भाई का रूम आता है। जब मैं उसके कमरे के सामने से गुजरी, तो दरवाजा थोड़ा खुला था। मुझे अंदर अचानक से रोशनी की झलक पड़ी। मेरा भाई अक्सर रात में अपने लैपटॉप पर गेम्स खेलता है। मैंने सोचा उसको सोने को बोलूं, तो मैं अंदर जाने लगी।

जैसे ही मैंने दरवाजा खोला, तो अंदर का नज़ारा देख कर हैरान हो गई। मेरा भाई लैपटॉप पर मेरी फोटो लगा कर अपना लंड हाथ में लेके बैठा था। वो लंड को ऊपर-नीचे करके मुठ मार रहा था।‌ वो बोल रहा था-