भांजे से गांड मरवायी

हेलो दोस्तों, मेरा नाम राज है। मैं 28 साल का हूं, और मेरा मुंह बोला भांजा 19 का है। वो मेरे घर पर रह कर ही पढ़ाई करता था, और मेरे पास ही सोता था। एक बार मैंने गे विडिओ देखा था, और उस रात मुझे सेक्स का बुखार चढ़ गया था।

मैंने देखा मेरा भांजा सो रहा था। मैंने हिम्मत करके धीरे से उसके लोवर में हाथ डाला, तो उसका लंड छोटा सा था। पर जब मैंने थोड़ा सहलाया, तो लंड खड़ा हो गया। अब मैंने उसके लंड को मुंह में ले लिया, और चूसने लगा, और मुझे मजा आने लगा। फिर अचानक मुझे महसूस हुआ कि वो मेरे सर पर हाथ से मुझे अपने लंड पर दबाने लगा, और मैं समझ गया उसे मजा आ रहा। करीब 5 मिनट में ही वो झड़ गया, और उसने सारा माल मेरे मुंह में ही छोड़ दिया।

फिर मैंने धीरे से उसके कान मे कहा: संजु (भांजे का नाम), क्या तुम मेरी गांड मे लंड पेलोगे?

तो उसने कहा: मामा मैं तो कब से आपकी गांड चोदना चाहता था।

मैंने कहा: तो देर किस बात की है? पेल दे मेरी गांड।

संजु: मामा लंड तो खड़ा करो।

मैंने उसके लंड को मुंह में फिर से ले लिया, और चूसने लगा। थोड़ी ही देर मे लंड खड़ा हो गया।‌ फिर मैं उसकी तरफ पीठ करके पलट गया, और कहा-

मैं: संजु पेल दे मामा की गांड में लंड।

और संजु लंड को मेरी गांड मे डालने की कोशिश करने लगा, पर नहीं जा रहा था। फिर मैंने ढेर सारा थूक अपनी गांड के छेद पर लगाया और बोला अब डालो। फिर उसने एक धक्का मारा और लंड का सुपाड़ा गांड मे चला गया। फिर दूसरे धक्का में पूरा 6.5 इंच का लंड चला गया। मुझे दर्द तो हुआ पर चुदाई के नशे में सब भूल गया।

अब संजु बोला: मामा आपकी गांड मस्त है।

मैं बोला: मार मामा की गांड, फाड़ दे आज इसे।

संजु: मामा अब तो आपकी रोज गांड मारूंगा। मरवाएंगे ना?

मैं: रोज क्या, जब चाहे चोद मेरी गांड भांजे।

फिर करीब 20 मिनट मेरी गांड मारने के बाद वो झड़ गया। उस रात उसने 3 बार मेरी गांड मारी।‌ अगली सुबह गांड दर्द हो रही थी।‌ फिर मैंने पेन किलर खाकर आराम किया। भांजा 2 बजे कॉलेज से आया, और बोला-

भांजा: क्या हाल है मामा? मजा आया रात को?

मैं: बहुत मजा आया, पर दर्द हो रहा था। अब ठीक है।

संजु: मामा हथियार खड़ा हो गया, कुछ करेंगे?

मैं: वो काम तो नहीं वो पाएगा। पर शांत कर सकता हूं।

मैं उसे बाथरूम में आने को बोला और वो आ गया। फिर उसने अपना लंड बाहर कर दिया। मैं लंड मुंह मे लेकर चूसने लगा।

संजु: वाह मामा अहह। और जोर से।

करीब 7 मिनट बाद वो मेरे मुंह मे झड़ गया।

फिर वो बोला: मामा आज रात को रंडी की तरह चोदूंगा। बोलो चुदोगे ना?

शाम को खाने खाने के बाद सब सोने को चले गए, और मैं और संजु भी अपने कमरे मे आ गए। कमरे आते ही संजु अपने कपड़े निकाल कर बेड पर बैठ गया, और बोला-

संजु: मामा आज आपकी नए तरीके से चुदाई होगी।

फिर उसने अपने लंड पर गीला चाकलेट लगा कर बोला: मामा चूसो अब।

और मैं उसका लंड चूसने लगा। उसका लंड खड़ा हो गया।

फिर उसने कहा: मामा पेट के बल लेटो।

और मैं लेट गया। फिर उसने चाकलेट को मेरी गांड में उंगली से डाल दिया, और फिर लंड से चुदाई शुरु कर दी। पूरे कमरे में थप थप की आवाज़ आने लगी, और उस रात उसने मेरी गांड फाड़ने का इरादा बना लिया था। करीब आधे घंटे वो गांड मारता रहा, और फिर झड़ गया।

जब मैं बैठा, तो मेरी गांड से उसका रस गिर रहा था, और मैंने देखा कि मेरी गांड का छेद खुल गया था। आराम से उसमें मेरी दोनों उंगलियां चली जा रही थी।

मैं: संजु तूने तो मेरी गांड फाड़ ही दी।

संजु: अभी तो ये कुछ नहीं गांडू। अभी तो बहुत कुछ बाकी है।

मैं: और क्या बाकी है?

संजु: क्या आप और भी लंड लेना चाहेंगे?

मैं: ये कैसे होगा?

संजु: बस हां बोलो। उससे पहले मेरी गर्लफ्रेंड और मैं आपके साथ सेक्स करना चाहते है।

मैं: गर्लफ्रेंड भी है तुम्हारी?

संजु: हां, 2 साल से। पर वो वाइल्ड सेक्स पसंद करती है, और उसे आपके बारे मे सब पता है।

मैं (संकोच करते हुए बोला): वो क्या करेगी मेरे साथ?

संजु: वो उसे मिलोगे तो जान जाओगे।

फिर उसका लंड सलामी देने लगा। इस बार वो मुझे डोगी स्टाइल मे चोदने लगा। उसने 20 मिनट तक मेरी चुदाई की।

मैं: आह, और जोर से पेलो।

मैं चुदाई के नशे में बोल पड़ा: काश कोई और होता, और सफर में चुदाई होती मेरी। मजा आ जाता।

संजु‌‌ बोला: चलो आज रात ही तुम्हारी ये तमन्ना पूरा करते है।

और उसके झड़ने के बाद वो बोला: चलो बाहर घूम कर आते है।

और मैं बस निक्कर डाल कर चल दिया। उसका माल मेरी पूरी जांघ पर लगा था। अंधेरा होने के कारण कोई ध्यान नहीं दे रहा था।

संजु बोला: चलो स्टेशन चलते है।

हमारे स्टेशन से 10 किलोमीटर के लोकेशन पर लोकल ट्रेन हर 2 घंटे मे आती-जाती थी। और हम एक ट्रेन में चढ़ गए, और भीड़ भी काफी थी।

संजु: अब एक काम करो। अपनी निक्कर आधी गांड के नीचे कर लो।

मैंने ऐसा ही किया। कुछ देर बाद मेरी गांड पर किसी ने हाथ चलाना शुरू कर दिया। मैंने देखा एक 45 साल का आदमी था। मैंने कुछ नहीं कहा तो वो मेरी निक्कर में हाथ अंदर करने लगा। फिर एक उंगली से मेरी गांड के छेद मे उंगली डालने लगा। फिर भी मेरे विरोध ना करने पर वो बोला मेरे कान में-

आदमी: क्यूं बे गांडू। किससे गांड मरवा कर आ रहा है? पूरी गांड माल से भरी हुई है! चल मेरा भी दिल खुश कर दे।

मैं बोला: ठीक है।

फिर मैं उसका लंड निकाल कर चूसने लगा। अंधेरा होने के कारण किसी को पता नहीं चल रहा था। मैं भी खुश था इस एडवेंचर भरी चुदाई से। उसका लंड करीब 8 इंच का होगा। मैं मजे से चुसाई कर रहा था। फिर उसने मुझे कहा चल टॉइलेट रूम में, और मैं चल दिया। फिर उसने तुरंत मेरी निक्कर नीचे करके मेरी गांड मे अपना लंड पेल दिया। वो जोर-जोर से लंड अंदर-बाहर करने लगा।

मुझे भी मजा आ रहा था, और मैं बोल रहा था: और तेज पेलो, और आह, मेरी गांड चोदो।

वो बोला: एक नंबर का गांडू है तू। तेरी गांड मस्त है। लगता है खूब ठुकाई हुई है। कितने लंड लिये है साले अभी तक?

मैनें कहा: तुम दूसरे हो।

वो बोला: ले साले मेरा पूरा लंड खा।

20 मिनट की दमदार चुदाई के बाद उसने मेरी गांड मे अपना वीर्य छोड़ दिया।

फिर बोला: चल रंडी मेरा लंड साफ कर।

फिर मैंने उसका लंड अपने मुंह से चाट कर साफ किया।

तो दोस्तों कैसी लगी मेरी ये सेक्स कहानी? अगर अच्छी लगी हो तो कमेन्ट करके बताए। तो आगे की स्टोरी लेकर आऊंगा।