आत्माराम की बीवी और बेटी बनी रंडियां-6

पिछला भाग पढ़े:- आत्माराम की बीवी और बेटी बनी रंडियां-5

नमस्कार दोस्तों, अपनी TMKOC सेक्स कहानी का अगला भाग लेके मैं आप सब के सामने फिर से हाजिर हूं। उम्मीद है आप सब ने इस कहानी का पिछला पार्ट पढ़ा होगा, और उसको पढ़ कर आप सब को मजा भी आया होगा। अगर अभी तक आपने पिछला पार्ट नहीं पढ़ा है, तो कृपया उसको पहले जा कर पढ़ ले।

पिछले पार्ट में आपने पढ़ा, कि माधवी की चुदाई के बाद जेठालाल उसको सोनू की चुदाई के लिए बोलता है। पहले तो माधवी नहीं मानती, लेकिन जब जेठालाल उसको 200000 रुपए का ऑफर देता है, तब वो मान जाती है। फिर सोनू घर पर आती है, तो माधवी उसको नहाने के लिए बोलती है। उसके बाद सोनू बाथरूम में जाके नंगी हो जाती है, और अपने बूब्स और चूत दबाने और रगड़ने लगती है। अब आगे-

अब सोनू अपनी पैंटी के ऊपर से चूत रगड़ रही थी। फिर वो पैंटी निकाल देती है, और चूत में उंगली डाल कर अंदर-बाहर करने लगती है। उसके मुंह से आह आह की आवाजें निकल रही थी। जेठालाल को ये सब देख कर बहुत मजा आ रहा होता है, और वो अपना लंड लगातार मसल रहा होता है।

फिर कुछ ही देर में सोनू की चूत पानी छोड़ देती है, और फिर वो नहाने लगती है। उधर जेठा के लंड का पानी भी निकल जाता है। वो सोचता है कि सोनू उसको चुदाई में बहुत मजा देगी। ये सोच कर वो वहां से चला जाता है।

कुछ देर बाद सोनू नहा कर बाहर आती है, और तैयार होती है। फिर वो खाने के लिए बैठ जाती है। तब माधवी उसके पास बैठ जाती है और उसको कहती है-

माधवी: सोनू मुझे तुमसे एक बात करनी है।

सोनू: बोलिए मम्मी।

माधवी: देख सोनू बेटा, तू तो जानती ही है कि हम इस घर के नौकर बन कर रह रहे है, और हमें पैसों की बहुत जरूरत है।

सोनू: हां पता है मम्मी।

माधवी: देख मुझे 200000 रुपए का ऑफर मिला है, और इतने पैसों से हमारी बहुत मदद हो सकती है।

सोनू: सच्ची मम्मी? लेकिन 200000 कहां से आएंगे और कौन देगा?

माधवी: ये 200000 तुझे मिलेंगे।

सोनू: मुझे कैसे मिलेंगे?

माधवी: क्योंकि तुझे इन पैसों के लिए सिर्फ एक बार…।

सोनू: एक बार क्या मम्मी?

माधवी: बेटा तुझे एक बार सेक्स करना पड़ेगा।

माधवी के मुंह से सेक्स करने की बात सुन कर सोनू एक्साइटेड हो जाती है। लेकिन वो माधवी को ये चीज नहीं दिखाती, और नॉर्मल रह कर पूछती है-

सोनू: लेकिन किसके साथ मम्मी? कौन है जो मेरे साथ सेक्स करने के इतने पैसे दे रहा है?

माधवी: जेठालाल जी।

सोनू: जेठा अंकल!

और ये बोल कर सोनू जान-बूझ कर उदास सा चेहरा बना लेती है।

फिर कुछ सेकंड के अंतराल के बाद सोनू बोलती है-

सोनू: ठीक है मम्मी, मैं तैयार हूं। अगर इससे हमारी हालत में सुधार आएगा तो यहीं सही।

माधवी ये सुन कर खुश हो जाती है। फिर वो जल्दी से जेठालाल के पास जाती है, और उसको बताती है कि सोनू तैयार हो चुकी थी। जेठालाल भी ये सुन कर खुश हो जाता है। वो उसी वक्त सोनू को लाने के लिए कहता है। जब माधवी सोनू को लाने के लिए जाने लगती है, तो जेठालाल उसके हाथ में एक डिब्बा देता है। वो कहता है-

जेठालाल: उसको ये कपड़े पहना के भेजना।

और वो अपने कमरे में चला जाता है। फिर माधवी सोनू के पास जाती है, तो उसको वो डिब्बा देके तैयार होने को बोलती हैं। सोनू जब डिब्बा खोलती है, तो माधवी और सोनू दोनों एक-दूसरे की तरफ देखने लगती है। उस डिब्बे में ब्लैक बिकिनी होती है। फिर सोनू बाथरूम में जाती है, और वो बिकिनी पहन लेती है। उसका सेक्सी बदन उस बिकिनी में तबाही मचा रहा था। वो खुद को शीशे में देख कर बहुत खुश होती है। उस बिकिनी में उसके बूब्स के निपल्स, और नीचे चूत वाली जगह ढकी होती है। बाकी सब कुछ नज़र आ रहा होता है।

फिर वो सीधे जेठालाल के रूम में चली जाती है। जैसे ही वो दरवाजा खोल कर उसके रूम में दाखिल होती है, तो वो हैरान हो जाती है। जेठालाल नंगा अपने बिस्तर पर लेटा होता है, और उसका लंड खड़ा होता है। सोनू को बिकिनी में देख कर जेठालाल की आंखों में चमक आ जाती है।

वो उसको बोलता है: आजा मेरी जान, मेरा लंड चूसना शुरू कर।

सोनू उसके बिस्तर पर चढ़ती है, और उसकी टांगों के बीच अपने घुटनों पर बैठ जाती है। असल में सोनू भी लंड की प्यासी होती है। वो तो कब से लंड लेने को तड़प रही होती है। लेकिन मौका उसको आज मिलता है। फिर सोनू जेठालाल के लंड की तरफ झुकती है, और उसको हाथ में लेती है। उसका गरम-गरम सख्त लंड हाथ में लेके सोनू की चूत में एक-दम से करेंट सा लगता है।

फिर एक बार वो जेठालाल के लंड पर जीभ फेरती है। उसको जेठालाल का टोपा बड़ा सॉफ्ट लगता है, और वो उसको चाटना शुरू कर देती है। कुछ देर चाटने के बाद वो लंड को अपने मुंह में भर कर चूसना शुरू कर देती है। जेठालाल को उसके लंड चूसने से बड़ा मजा आने लगता है। वो सोनू के सिर पर हाथ रखता है, और उसको अपने लंड पर दबाने लगता है। इससे सोनू की सांसे रुकने लगती है, लेकिन फिर भी उसको मजा आता है। कुछ ही देर में जेठालाल का लंड सोनू की थूक से पूरा गीला हो जाता है।

फिर वो सोनू को बालों से पकड़ कर अपने ऊपर खींच लेता है, और उसके होंठ चूसने लगता है। सोनू भी उसका साथ देने लगती है। एक-दूसरे के नंगे जिस्मों को महसूस करके दोनों को बड़ा मजा आने लगता है। जेठालाल अपने ऊपर लेटी सोनू के होंठो को इतनी शिद्दत से चूस रहा होता है, कि सोनू का सांस लेना मुश्किल हो जाता है।

कुछ देर बाद वो सोनू के होंठो को आजाद करता है। अब दोनों की सांसे चढ़ी हुई होती है, और दोनों एक-दूसरे की आंखों में देख रहे होते है।

इसके आगे क्या होता है, वो आपको इस सेक्स कहानी के अगले पार्ट में पता चलेगा। कहानी की फीडबैक कमेंट करके जरूर दें।