पिछला भाग पढ़े:- भांजे की शादी में मस्ती-1
मेरी Xxx हिंदी अन्तर्वासना कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि मैं अपनी बीवी को दूसरे आदमी से चुदते देखना चाहता था। लेकिन वो मानती नहीं थी। फिर शादी की पार्टी में विक्रम और पुल्कित मेरी बीवी को किसी दूसरे के साथ सेक्स करने को उकसाते है, और उसको चैलेंज करते है। अब आगे-
उन्होंने नेहा को यह चैलेंज यूं ही कर दिया था, लेकिन अगले ही पल मेरी वाइफ को कुछ सूझ गया। कुछ ही देर में नेहा मेरे पास आई और बोली उसे मार्केट से कुछ जरूरी सामान लेकर आना था, और वह पुल्कित को अपने साथ लेकर जा रही थी। क्योंकि हम जालंधर शहर से नहीं है, तो हम मार्केट से अंजान थे। नेहा के साथ उसके दोनों दोस्त पीछे से उसकी गांड को घूरते हुए उसके साथ मदद करने चल दिए। नेहा ने मुझसे कार की चाबी ली और वहां से निकल पड़ी।
मैंने नेहा की उन दोनों लड़कों से हुई बात-चीत सुन ली थी और मेरे दिमाग में एक्साइटमेंट के साथ दिल में लड्डू फ़ूटने लगे थे। दो-तीन मिनट तक कुछ सोचने पर मुझे लगा कि मुझे उसके साथ जाना चाहिए। इसलिए मैं भी अंडरग्राउंड कार पार्किंग के सेकिंड लैवल पर आ गया। मेरी गाड़ी एक कोने में खड़ी थी, और उसकी पिछली सीट लगभग आंखों से छिपी थी। इस लैवल पर कम ही लोग आए थे, और मैंने खुद मौका मिलता तो नेहा को पार्किंग में कार सीट पर चोदने का प्लान बनाया था।
गाड़ी के पास पहुंचने पर मैंने देखा कि पुल्कित हमारी कार के बाहर खड़े होकर स्मोकिंग कर रहा था, और अंदर झांक रहा था। अंदर पिछली सीट पर मेरी वाइफ विक्रम के साथ मेक आउट कर रही है। दोनों काफ़ी इंटिमेट किसिंग कर रहे थे। विक्रम नेहा की गर्दन पर चूमने लगा, और कुछ हल्की किसीस के साथ ही उसने नेहा की चोली उतार दी और नेहा के बूब्स पूरे-पूरे नंगे उसके सामने आ गए।
यह देख कर बाहर खड़े पुल्कित से भी रहा नहीं गया और वह भी अब दूसरी तरफ से नेहा के साथ मेक आउट करने बैठ गया।
नेहा की नज़रें मुझ पर पड़ती तो वह घबरा जाती। पर मैंने भी छिप कर चुप-चाप सब देखा। उस वक्त दोनों लड़के उसके बूब्स दबाने और चूसने में लगे थे। तो नेहा भी किसी रंडी की ही तरह जान बूझ कर उनके बालों में हाथ फेरने लगी, और उनको अपने बूब्स पकड़ कर चूसने के लिए उत्साहित कर रही थी।
हालांकि मैं दूर से सिर्फ उनके बालों को देख पा रहा था, पर नेहा के एक्सप्रेशन से साफ हो रहा था कि वह दोनों अच्छी तरह से नेहा के बूब्स चूस रहे थे। मुझसे नहीं रहा गया और मैंने भी अपने लंड को बाहर निकाल लिया और मानों जैसे नेहा को दिखा कर धीरे-धीरे हिलाने लगा।
तभी पुल्कित नेहा के आगे किसी तरह खड़ा हो गया और मैंने देखा कि उसके सूट की पैन्ट नहीं थी, और उसने नेहा के मुंह को जबड़े से ही अपने हाथ से कस कर पकड़ लिया, जिससे नेहा ने अपना मुंह खोल दिया। अब उसने आगे बढ़ कर नेहा के मुंह में अपना लंड घुसा दिया।
इसके पहले कि वह अपने मुंह से उसके लंड को बाहर निकाल पाती, उसने नेहा के बाल पकड़ कर उन्हें खींच दिया। नेहा ने दर्द में चिल्लाने कि कोशिश की, लेकिन वह कुछ कर नहीं पाई, उसके उल्टा अब पुल्कित ने अपना लंड नेहा के गले तक अंदर घुसा दिया था।
नेहा का सर कार सीट के हैड-रैस्ट से सटा था, और मैं दूर से देख रहा था कि मेरी वाइफ के खुले हुए मुंह में एक दूसरे आदमी का लंड था, और उसकी झांटों में मेरी वाइफ का फेस रगड़ रहा है। उसकी गोटियां नेहा की चिन से टकरा रही थी। इसके साथ ही विक्रम ने भी मेरी बीवी के बूब्स दबाने और चूसने में बहुत मज़ा लिया।
पुल्कित को ज़्यादा वक्त नहीं लगा क्योंकि कुछ देर में ही नेहा मानो उल्टी करने लगी और उसकी नाक से एक गाढ़ी सफेद चीज निकल गई। मुझे समझते देर नहीं लगी कि उसने नेहा को अपनी लंड की लस्सी पिचकारी छोड़ कर पिला दी थी।
अब उसने नेहा को कुछ कहा और उसके मुंह में से अपने लंड को बाहर निकाल लिया। पुल्कित के लंड मुंह से निकालने पर मुझे लगा कि नेहा नाराज होकर गुस्सा करेगी। लेकिन फिर मेरे सामने मेरी वाइफ ने पिचकारी छोड़ते हुए उसके लंड को अपने हाथों में लेकर दबाया, और उसकी मुठ मारनी शुरू कर दी, और अपने बूब्स पर उसकी लस्सी गिराने लगी।
कुछ पिचकारियां अपने मम्मों पर गिराने के बाद नेहा ने एक बार फिर उसके लंड को अपने मुंह में लेकर चूस लिया, तो मेरी जलन की सारी हदें पार हो गई। रह-रह कर नेहा पुल्कित के लंड को अपने मुंह से बाहर निकाल कर उसकी मुठ मार कर फिर अपने मुंह में लेकर चूसने लगती।
दस-पंद्रह मिनट तक ऐसे मेरी वाइफ से ब्लोजॉब लेकर अचानक पुल्कित कार से बाहर निकल आया। उसने लैग्स में कुछ भी नहीं पहना था और कमर से नीचे पूरी तरह नंगा था। उसने कार डोर खोला और नेहा को घोड़ी बन कर चुदवाने को कहने लगा। पुल्कित ने नेहा को कार से बाहर निकाल लिया और नेहा को सीट पर झुका कर वह उसकी प्लाजो को नीचे उतार रहा था।
लेकिन मानो नेहा घबराहट में उसे रोक रही थी। तभी अंदर बैठे विक्रम ने अपना सूट उतार दिया था और कार में पूरा नंगा था। उसने कार का दरवाजा खोला और बाहर निकल आया। एक बार तो उसकी टोण्ड बॉडी को देखते ही मेरे दिल में भी उससे अपनी गांड चुदवाने की इच्छा होने लगी।
उसने नेहा को बाहों में लिया और बहुत पैशनेट स्मूच करने लगा। मेरी वाइफ भी उसके होंठों को चूसने में बिज़ी हो रही थी। फिर उसने नेहा को बालों से कस कर पकड़ लिया और उसके बूब्स दबाने के साथ नेहा को कार की बैंक सीट पर ले गया और खुद अंदर बैठ गया।
स्मूच करने की वजह से नेहा को भी अंदर घुसना था, लेकिन उसी समय पुल्कित ने नेहा को पीछे से उसकी कमर से पकड़ लिया और अपनी तरफ़ खींचा। ऐसा करने से पुल्कित का लंड नेहा के चूतड़ों से रगड़ने लगा। अब मेरी बीवी वहां किसी रंडी की तरह ठरक भरी आवाजें करते हुए अपने चूतड़ों को पीछे गोल-गोल पुल्कित के लंड पर रगड़ने लग गई।
कुछ देर तक नेहा के चूतड़ों पर अच्छी तरह अपना लंड बाहर रगड़ कर पुल्कित ने अपना लंड नेहा की फुद्दी में अंदर तक घुसा दिया, और उसके पीछे से नेहा के चूतड़ पकड़ लिए, और मेरी बीवी को कुतिया बना कर चोदने लगा। नेहा खुली पार्किंग में कार की सीट पर घोड़ी बनी हुई थी, और उसकी फुद्दी से चुदवाने की खच्च फच्च खच्च फच्च खच्च फच्च खच्च फच्च और उसकी आहों की आवाज़ सारी पार्किंग में गूंज रही थी।
इसके आगे क्या हुआ, वो आपको इस Xxx हिंदी अन्तर्वासना कहानी के अगले भाग में पढ़ने को मिलेगा।
अगला भाग पढ़े:- भांजे की शादी में मस्ती-3