मामा के घर जाके श्रेया के साथ पहला सेक्स-1

दोस्तों नमस्कार, आपके प्यार भरे मेल मिलते हैं तो दिल को सुकून मिलता है कि आपको मेरी स्टोरी हद से ज्यादा पसंद आ रही हैं। मेरी इच्छा होती है कि और लिखूं आपके लिये। आइए आज मैं अपनी और एक सच्ची घटना से आप सब को रूबरू कराने जा रहा हूं।

ये बात उन दिनों की है जब गर्मियो में मैं छुट्टियां बिताने नानी के घर जाया करता था। हमारे नानी के घर से सटे हुए मुस्लिम घर हैं जिनका सबसे अच्छा मेल-जोल है। घर पे बस मामा-मामी थे, और नानी-नाना काफी पहले गुजर चुके थे।

मामा सुबह ड्यूटी चले जाते थे, तो मैं अकेले बोर होने लगता था। फिर मैं छत पे चला जाता था। दोस्तों यू ही मैं नहीं जाता था छत पे, वहां जाने की कुछ वजह भी थी।

छत पे एक कमरा बना था जिसमें एक खिडकी लगी थी, जिसमें से बगल के एक परिवार का पूरा घर दिखता था। उस परिवार में 3 लड़कियां थी। दोपहर को वो अपने आंगन में नल के पास खुले में नहाती थी। उन्हें ही देखने मैं रोज समय से छत पे जाके दरवाजा बंद करके बस खिड़की के पास कुर्सी लगा के बैठ जाता था।