बहन की चुदाई कहानी में आपका स्वागत। मुझे अभी ग्रेजुएशन पूरी किए हुए एक साल हो गया था। तब घर पर ही रहता था, तो नौकरी की तैयारी के लिए, तो कभी-कभी पढ़ने के लिए मैं अपनी छत पर बैठ जाया करता था। पड़ोस में ही मेरी कजिन सिस्टर रहती थी। उसका नाम जिया था। कभी-कभी कपड़े सुखाने या साफ-सफाई करते वक्त नज़र आ जाया करती थी। तो हम दोनों बहुत देर तक बातें करते रहते।
इंस्टाग्राम पर सुबह-शाम, रात-दिन बातें करते रहते। एक-दूसरे को मीम्स भेजते। फिर एक दिन हमनें नंबर एक्सचेंज कर लिए। फिर कॉल पर बातें करने लगे। धीरे-धीरे हम दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे, और मैंने उसे प्रपोज कर दिया।
मैंने कहा: हां ये गलत है क्योंकि हम रिश्ते में भाई-बहन लगते है। पर फिर भी मैं तुम्हें पसंद करता हूं।
उसने भी यहीं कहा: मैं भी तुम्हें बहुत ज़्यादा पसंद करने लगी हूं।
फिर एक दिन उसने बताया: मेरी शादी तय हो चुकी है, और अब हमें ये सब नहीं करना चाहिए।
हमने फिर दो दिन तक बात नहीं की। दो दिन बाद उसने मैसेज किया-
वो: मैं नहीं रह पा रही हूं तुमसे बिना बात किए।
हम ऐसे ही बात करते रहें और अचानक रोमांटिक बाते शुरू हो गई। हम दोनों बिना शर्म झिझक के चुदाई की बातें करने लगे थे। मेरा लंड अकड़ रहा था। मैंने उससे पूछा-
मैं: क्या तुम्हें भी कुछ महसूस हो रहा है क्या?
उसने भी कहा: हां बहुत ज़्यादा, काश तुम आ जाते पास।
मैंने पूछा: तो आ जाऊं!
उसने कहा: नहीं, घर पर सभी घरवाले है।
जिया ने ना तो कभी बॉयफ्रेंड बनाया था, और ना ही कभी किसी को किस्स या सेक्स किया था। वो साफ-सुथरी पवित्र थी। एक दिन वो भी घर पर अकेली थी, और मैं भी। सभी लोग पास में लड़के वालों के यहां शादी थी, वहां थे, और ठंड के दिन थे दिसंबर महीने में।
मैंने उसे बुलाया और कहा: कोई नहीं है आज घर पर, आ जाओ।
वो डर रही थी कि: नहीं, अगर कोई आ गया तो? देख लिया किसी ने तो? हम पकड़े जाएंगे।
मैंने उसे मनाया और उसे अपने घर ले आया। वो बहुत शरमा रही थी। मैंने उसका हाथ पकड़ा था। उसकी आवाज़ में मैं एक डर और शर्माहट महसूस कर पा रहा था। मैंने उसे थोड़ा हंसाया तो थोड़ा फ्री होने लगी।
हम दोनों खड़े-खड़े बात कर रहे थे। मैं उसे अपने पास खींच कर बैठ गया, और उसे अपनी गोद में बिठा लिया। मेरा लंड अकड़ने लगा। उसकी गर्म सांसे मेरी सांसों से मिल रही थी। हम दोनों इतना नजदीक आ गए कि कब किस्स करने लगे पता नहीं चला।
हम धीरे-धीरे किस्स करने लगे। मैं उसके लिप्स चूस कर जीभ चूस कर किस्स करने लगा। एक तरह से उसे चाट रहा था। उसकी सांसे ऊपर-नीचे होने लगी। वो तेज़-तेज़ सांसे ले रही थी। मैं भी तेज़ सांसे ले रहा था। वो एक-दम से किस्स करते-करते मानो पागल सी होने लगी। वो एक तरह से मुझे खाने लगी थी। मैं वैसे ही उसे गोद में बिठा कर लेट गया।
मेरा लंड गीला होने लगा था उतावलेपन से। हमारे शरीर इतने गर्म होने लगे मानो हममें आग लग गई हो। मैंने उसे कपड़े उतारने के लिए अलग किया। हम दोनों ने पजामा और कमीज़ ही पहने थे, घर पे ही थे तो। हम दोनों एक-दूसरे को चाट रहे थे। उसके शरीर से खेलने का ध्यान ही कहा था।
मैं जल्दी से आराम-आराम से उसकी चूत में लंड डालने लगा, तो वो दर्द के मारे मचल रही थी। उसे दर्द हो रहा था। वो मेरे ऊपर से उठना चाह रही थी। फिर मैंने उसे अपने ऊपर से हटा कर बेड पर लिटाया, और उसे किस्स करने लगा। उसकी नेक पर किस्स किया, और मेरी उंगलियां उसकी चूत पर सहला रही थी। वो तेज़ सांसे ले रही थी।
उसकी गर्दन को चाट कर मैं उसके चूचों को चूसने लगा। धीरे-धीरे उन्हें दबा कर निप्पल चूस रहा था। वो तो मानो ऐसे पागल हुए जा रही थी, जैसे मरने वाली हो। मैंने उसकी चूत चाटना शुरू कर दिया। उसकी चूत सारी गीली हो चुकी थी, और मेरा लंड भी गीला हो चुका था। वो सिसकियां भर रही थी आह आह आह।
उससे रहा नहीं जा रहा था और ना ही मुझसे। फिर वो उठी और किस्स करके उसने मुझे अपने ऊपर खींच लिया।
उसने खुद मेरा लंड पकड़ा और अपनी चूत में डाल लिया। हम दोनों नॉर्मल मिशनरी स्टाइल में चुदाई करने लगे। हमारे झटकों से बेड काफी हिल रहा था, और वो आहें भर रही थी आह… आए… आह… आए… आह…। जिससे मुझे और ज्यादा जोश चढ़ने लगा। बेड आवाज़ करने के कारण मैंने उसे गोद में वैसे ही डाले हुए लंड के साथ उठाया, और नीचे ज़मीन पर लिटा दिया, और खुद भी वैसे ही उसके ऊपर लेट गया।
लेटते ही उसे अपनी चूत पर झटका महसूस हुआ। मैं उसे चोदने लगा और वो जोरों से आह… आह… आए… आह… आह… कर रही थी। मैंने दो तीन झटकों के बाद लंड निकाल लिया, और कॉन्डम का पैकेट लिया। फिर लंड पर कॉन्डम लगाने लगा। उससे पहले जिया ने लंड पकड़ा और चूसने लगी। मुझे बेहद मज़ा आ रहा था, क्योंकि मैंने भी कभी सेक्स नहीं किया था।
कॉन्डम की वजह से सेक्स टाइमिंग और बढ़ गई जिससे वो पानी छोड़ने की कगार पर पहुंच चुकी थी। वो जैसे ही पानी छोड़ने लगी, उसका शरीर अकड़ सा गया। उसका चेहरा ऐसा हो गया जैसे कि वो मरने वाली हो। बेहोशी जैसे उसकी आंखें ऊपर की ओर हो गई थी।
मैं थोड़ा डर गया था। मैं उससे अलग हुआ और पूछा: तुम ठीक तो हो?
वो जोरों से हसने लगी और बोली: हां मैं ठीक हूं।
वो शरमा कर बोली: मैं झड़ गई थी।
वो फिर से मुझे किस्स करने लगी, और मेरे ऊपर बैठ गई। मैं भी अबकी बार कोई रहम ना दिखा कर उसे जोरो से चोदने लगा। इस बार हम दोनों ने पानी निकाल दिया, और दोनों झड़ गए। उसका चेहरा फिर वैसा ही हो गया था। शरीर अकड़ रहा था। हम दोनों उसकी इस हरकत पर हसने लगे।
फिर मैंने उससे पूछा कि: अगर तेरे पति को पता चल गया कि तूने सेक्स किया है पहले से, तो फिर क्या होगा?
वो कहने लगी: तुम फिक्र मत करो। उसे वक्त नहीं मिलेगा मेरी चूत देखने का कि फटी है या बंद।
हम दोनों ने कपड़े पहने और उसे उसके घर छोड़ आया, और घर आ कर मैं भी सो गया। अगले दिन मैं अपनी छत पर था। वो मुझे इस कदर देख रही थी कि मानो खा ही जाएगी। सब के घर पर होने के कारण कुछ नहीं कर सके। पर उससे बातें तो कर ही सकता था।
मैं उससे पूछने लगा: कैसा लगा तुम्हें कल?
उसने बोला: मुझे बहुत ही ज्यादा मजा आया।
मैंने कभी ऐसा एक्सपीरियंस नहीं किया था। सच में बेबी तुम्हारा लंड बहुत मोटा है, और लंबा भी है। तुम्हारे लंड की मोटी सी टोपी मेरी चूत की अंदर तक जा कर लग रही थी। जिससे मैं जल्दी से झड़ गई थी। वो बात करते-करते ही मेरे पास आती जा रही थी।
मैंने भी जल्दी से पूछा: फिर से कब चुदोगी?
उसने किस्स करते हुए कहा: तुम चाहो तो अभी चोद दो मुझे।
दोस्तों अगर आपको मेरी बहन की चुदाई कहानी अच्छी लगी हो तो बताएं।