मैं और मेरी चंदा दी – अंत

Pichla part – मै और मेरी चंदा दी। The Conclusion

हम ऐसे ही बाहर निकल के एक पत्थर के पीछे जाने लगे। वहा पोहचते ही जैसे वो जंगली हो गई, एक झटके में उसने मेरा लंड अंडरवियर से बहार निकाल के, मुह में ले के चुसने लगी। सोचो दोस्तो, एक इतनी सेक्सी लड़की जिस के इतने प्यारे पिंक होठो ने तुम्हारे लंड को जकड रखा हो और तुम्हारा लंड के आगे पिछे हो रही हो, मैं तो अपने आप को रोक ही नहीं पा रहा था फिर मैंने जमीन पे तौलिया बिछा के उसे लीटाया और उसकी पेंटी खीच कर नीकाल दी।

क्या मस्त चुत थी चंदा की, हल्के से बाल और अंदर से एक दम गुलाबी, मैंने भी झट से उसे चूम लिया, और उसने मेरे सर को अपनी दोनो जांघों के बीच में दबा लिया। और अपने हिप्स को धीरे-धीरे ऊपर उठाने लगी, और थोड़ी देर में डिस्चार्ज हो गई। और मुस्कुराते हुई बड़ी संतुष्टि लग रही थी । मगर मैं अभी ठंडा नहीं हुआ था, मैंने हलका सा उसके ऊपर आके अपना लंड उसके दोनो स्तन के बिच…

में दबा लिया और आगे पिछे करने लगा, जब लंड आगे जाता तो वो मुह खोल के अपने मुह मे ले लेटती, खुले आसमान में ये मेरा पहला अनुभव मेरे होश उड़ा रहा था, हमे किसी का डर नहीं था, न किसी के देखने का और न किसी को दिखाने का हम तो बस अपने में मस्त थे, फिर चंदा ने बोला मैं और नहीं रह शक्ति, कृपया इसे जलदी डालो, मैंने भी अपने लंड को हाथ में लिया और चंदा की चुत पे रागडने लगा, वो फिर से बिना पानी के