मेरी खूबसूरत पत्नी को अकेले रहना पसंद नहीं-11

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केडिया के बोलने पर आनंद ख़ुद माली बल्लू को बुला कर लाया। केडिया उन दोनों को लालच दिया कि दोनों में से जो कोई अंजली को ज़्यादा देर चोदेगा, उससे अपनी बड़ी बहु को चुदवायेगा।

केडिया ने अपनी जांघों पर अंजली को उल्टा, कुतिया के रुप में लिटाया। केडिया के बोलने पर आनंद अंजली के सामने बैठ गया। केडिया ने ख़ुद आनंद के ढीले लंड को पकड़ कर रखा, और अंजली के माथे को लंड पर दबाया। अंजली अपने पति का लंड चूसने लगी और बल्लू ने अंजली के चूत्तड़ों को पकड़ कर बूर में लंड को दबाया।

केडिया: खूबसूरत औरत को एक साथ तीन-तीन आदमी के साथ मस्ती मारते देखना चुदाई करने से ज़्यादा मस्ती देने वाला है। बल्लू खूब जमा-जमा कर लेकिन सावधानी से इस माल को चोदो। उफ़ आनंद, तुम्हारी घरवाली जैसी बढ़िया माल पहले हाथ नहीं लगी थी। क्या मस्त चूचियां है इस रंडी की।

अंजली केडिया की जांघ पर चूचियों को दबाये हुए एक साथ दो-दो लंड का मज़ा ले रही थी। नंगे बदन को सहलाती हुआ केडिया हर जगह अपना हाथ डाल रहा था। कई बार तो उसने दोनों लंड को एक एक हाथ में पकड़ कर रखा था। बीच-बीच में अंजली केडिया के लंड को भी चूसती थी। अंजली ने तीन-चार बार लंबी-लंबी सांस लेकर चूत को अंदर की तरफ़ सिकुड़ लिया।

बल्लू: मालिक दूसरी माल को चोदता हूं तो धक्का मारने के साथ-साथ बूर ढीली होने लगती है। लेकिन आपके इस माल की चूत और भी टाईट होती जा रही है। लगता है किसी कुंवारी माल की चूत में लंड पेल रहा हूं। उफ़ मालिक, मैं गया। और बल्लू पिछले दिन जैसा 5-7 मिनट ही चोद पाया।

केडिया: बल्लू तुम इतनी जल्दी झड़ गये? इसलिए तुम्हें जवान माल चोदने नहीं देता था। अब से फिर तुम्हें 40 साल से ज़्यादा की औरत ही चोदने के लिए मिलेगी। आनंद, तुम्हारा लंड तैयार हो गया है। अपनी घरवाली को चोदो। बल्लू तू मेरा लंड चूस।

बल्लू ने पहले आना-कानी की, लेकिन केडिया की डपट सुन कर उसका ढीला लंड चूसने लगा। आनंद ने घरवाली के पीछे जगह ली, और अंजली को चोदने लगा। माया नंगी ही थी। घर का सारा काम कर रही थी। अंजली को आनंद के कड़े लंड से भी चुदाई का मज़ा नहीं आ रहा था। लेकिन चुदवाते हुए वो सिर्फ़ केडिया को ही नहीं बल्लू को भी जहां-तहां सहला रही थी।

दोनों का लंड सहला रही थी। माया भी काम करते-करते अंजली के पास आती थी। कभी चूची तो कभी चिकने बदन को सहलाती थी। केडिया भी माया को पकड़ कर उसकी बूर को चाटता था। केडिया को बूर चाटना सबसे बढ़िया लगता था। घर के लोगों को भी ये बात तभी मालूम हो गयी थी, जब उसकी शादी भी नहीं हुई थी।

उसकी दो बड़ी बहनें थी। एक रात जब दोनों सेई थी, तो केडिया ने बहनों को नंगा कर दिया और बड़ी बहन की बूर चाटने लगा। झांटों से भरी बूर थी, फिर भी झांटों को अलग कर उसने बहुत देर तक बूर को चाटा चूसा। बहन को भी पहली बार ही बूर का सुख मिल रहा था। साथ ही उसे बहुत शर्म भी आ रही थी। उसने भाई को नहीं रोका। जब वो पूरी तरह झड़ गई तो रुम से निकल कर मां-बाप के रुम में चली गई और मां के बग़ल में बाप से लिपट कर सो गई।

इधर दूसरे रूम ने केडिया जब छोटी बहन को नंगा कर रहा था, तो उसकी नींद खुल गई। पहले तो बहन ने बहुत डराया धमकाया। केडिया ने बहन के पांव पकड़ कर बहुत खुशामद की तो बहन ने एक डील रखी। डील थी कि उस समय वे सिर्फ़ बहन के नंगे बदन से खेलेगा। बूर और चूची को चाटेगा, चूसेगा, लेकिन बूर में लंड नहीं पेलेगा।

बदले में अगले ही दिन केडिया अपनी बहन को किसी ख़ास जगह ले जायेगा। बहन अपने यार से चुदवायेगी और उसके बाद से भाई भी जब चाहें छोटी बहन को चोदेगा। केडिया ने रात में छोटी बहन को भी खूब रगड़ा। जी भर कर चाटा और चूसा। बहन ने बढ़िया से लंड चूसा और भाई का पानी गिराया। अगले दोपहर केडिया ख़ुद बहन को जहां बहन ने कहा था वहां ले गया।

तब केडिया ने छिप कर देखा कि बाबू जी के एक बहुत खुश दोस्त ने बहन को चोदा। लड़की कुंवारी थी। उसकी बूर से खून निकला। 44-45 साल के आदमी ने लड़की को 2 बार चोदा। केडिया ने पूरी चुदाई देखी।

बहन पहली बार चुदवा कर बहुत खुश थी। रास्ते भर अपने यार की तारीफ़ करती रही। साथ ही यह भी कहा कि केडिया ने बूर को बहुत ही बढ़िया से चाटा और चूसा था। जैसा बहन ने डील किया था उसने रात में केडिया से चुदवाया। लेकिन जब दोनों चुदाई कर रहे थे, तब बड़ी बहन की नींद भी खुल गई। छोटी बहन ने अपनी दीदी को सारी बात बताई और छोटी बहन के बाद बड़ी बहन ने ख़ुद भाई से चुदवाया।

चुदाई के बाद दोनों ने कहा था, “भाई, तुम्हारा लंड भी बढ़िया है और तुमने बढ़िया चोदा भी। लेकिन तुम्हारी चुदाई से ज़्यादा मज़ा तुम बूर को चाट कर देते हो। हम जिस आदमी के साथ कहें हमें उससे चुदवाओ और रात में हम दोनों बहनों का पूरा मज़ा लो।”

फिर केडिया ने ही बहनों को समझाया कि मुफ़्त में चुदवाने के बदले अपना क़ीमत लेकर चुदवाए। बहुत समझाने के बाद दोनों बहन मान गई और केडिया बड़े-बड़े, अमीर आदमियों के बीच दोनों बहनों की नीलामी करने लगा। बहुत ही कम समय में बहुत आमदनी होने लगी। दोनों बहनों को भी अपनी जवानी की क़ीमत मालूम हो गई।

केडिया सब वैसे ही बड़े व्यापारी थे। बड़े बड़े लोगों से जान- पहचान थी। पुलिस वालों को रुपये की लालच के साथ औरतों का भी लालच दिया गया और केडिया का ये धंधा बहुत तेज़ी से चलने लगा। दोनों बहनों ने सिर्फ़ अपनी कई सहेलियों और दोस्तों को ही नहीं, परिवार और आस-पड़ोस की औरतों और लड़कियों को भी ललचाया। उन्होंने किसी से नहीं कहा कि उनका अपना भाई उन्हें चोदता है।

लेकिन अपने जान पहचान, परिवार की सभी चुदने की उम्र की औरतों से कहा कि “उसका भाई बिना चोदे ही सिर्फ़ चूस-चाट कर औरत को पूरा मस्त और ठंडा कर देता है। फिर औरतें और जवान लड़कियां केडिया के पास आने लगी। जिस रात बहनों को पहली बार नंगा किया था, उसके एक साल के अंदर ही घर की सभी चूसने लायक़ औरतों ने केडिया से अपना बूर की मालिश करवाई, बूर चुसवाया। चूस-चाट कर ही केडिया सबको इतना गर्म कर देता था कि सभी की सभी ख़ुद ही केडिया को चोदने के लिए कहती थी। मां भी अपनी बेटियों के साथ केडिया से चुदवाने लगी।

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