कॉलेज टाइम की मोहब्बत को चोदा जी भर के

दोस्तों मैं सीधे सेक्स कहानी पर आता हूं-

एक बार मेरी कंपनी में कुछ नई भर्ती के लिए इंटरव्यू हो रहे थे। अपने डिपार्टमेंट का बॉस होने के नाते इंटरव्यू मुझे ही लेने थे। कंपनी ने पूरे देश से बहुत सारे लोगों को कॉल किया था। ये प्रोसेस तीन दिन चलने वाला था। मैं बहुत बिजी था।

कंपनी में इंटरव्यू स्टार्ट हुए तो तीन उम्मीदवारों के बाद मेरी एक कॉलेज फ्रेंड जिसका नाम बिंदु था, वो गेट से बोली “मे आई कम इन सर”। मैं उसे देख कर चौंक गया, और कुर्सी से उठ कर बोला, “अरे बिंदु, तुम यहां!”

वो बोली: अरे अरुण, तो तुम यहां के बॉस हो?

मैं बोला: तुम यहां कैसे?

वो बोली: यार जॉब के लिए ट्राई कर रही हूं।

बिंदु हमारे बैच की काफी मेहनती और समझदार लड़की थी, और पढाई में भी बहुत तेज़ थी। हमारी कॉलेज में अच्छी दोस्ती थी। हम दोनो एक-दूसरे को बहुत चाहते थे, और प्यार करते थे। उसको यहां देख कर मेरी सोई हुई भावनाएं फिर जाग गई। फिर हम लोग बाते करने लगे।

उसने बताया: यार शादी के बाद पति को बिजनेस में काफी नुकसान हुआ है, तो जॉब करनी पड़ेगी।

मैं उसे बोला: यू आर सिलेक्टेड।

वो बोली: कुछ रहने का भी इंतजाम करना पड़ेगा।

मैं बोला: तुम टेंशन ना लो, सब हो जायेगा। ऑफिस की तरफ से पंद्रह दिन के लिए तो गेस्ट हाउस मिलेगा ही। बाकी बाद का इंतजाम मैं कर दूंगा। तुम थोड़ी देर रुको, मैं इंटरव्यू से फ्री जाऊं, फिर हम साथ में चलते है।

उस टाइम वो बहुत प्यारी लग रही थी, जैसे शिल्पा शेट्टी साड़ी में लगती है। एक-दम लंबा कद, मीडियम साइज के बूब्स, गोरा रंग। करीब पांच बजे मैं फ्री हो गया, और बिंदु को गाड़ी में बिठा कर निकल गया। हम एक गेस्ट हाउस पहुंचे, और उसका सामान वहां रखवा दिया। फिर बैठ कर बात करने लगे।

कमरा बंद करके हम एक-दूसरे से लिपट गए। यार आज कितने दिन बाद मिले थे। हम एक-दूसरे को बहुत चाहते थे, लेकिन हमारी शादी घर वालों की वजह से नहीं हो पाई थी। लेकिन आज सारे अरमान जाग गए थे। हमें कोई रोकने वाला नहीं था। हम दोनों ऐसे लिपट गए, जैसे सालों बाद दो चाहने वाले मिल गए। किस्स तो हम एक दूसरे को कॉलेज में भी कर लेते थे। बाकी कुछ नहीं।

वो मुझे घूरने लगी और बोली: यार तुम वैसे ही लगते हो जैसे कॉलेज में थे।

मैं बोला: तुम भी कहा बदली हो।

मैंने धीरे से उसके बूब्स दबा दिए। वो कुछ नहीं बोली, बल्कि और कस के मुझसे चिपट गई।

वो बोली: अरुण पहले नहीं तो आज मुझे तुम्हारी बीवी बनाना है। मेरी वो इच्छा पूरी कर दो यार। मैं तुम्हे याद करके तड़पती हूं।

तभी उसने मेरे लंड पर हाथ रख दिया। मैंने उसकी साड़ी को उतार दिया, और उसके ब्लाउज को खोल कर उसकी चूची ब्रा पर से दबाने लगा। वो मेरा साथ देने लगी। चूची दबाते हुए ही मैंने उसके पेटीकोट का नाड़ा खोल दिया। पेटीकोट नीचे गिर गया। वो पैंटी और ब्रा में मेरे सामने खड़ी थी।

मैंने अपनी पैंट और शर्ट उतारी, और बनियान भी उतार दी। मैं सिर्फ अंडरवियर में खड़ा था। फिर हम दोनों बेड पर लेट गए, और चिपट गए। बेड पर आते ही मैंने उसकी ब्रा का हुक खोल दिया था। वो उपर से बिलकुल नंगी हो गई। क्या गजब के बूब्स थे उसके। मैं उन्हें चूसने लगा। वो पागल होने लगी और बोलने लगी-

बिंदु: और चूसो अरुण, मजा आ रहा है।

उसने भी मेरा लंड पकड़ लिया था, और उसे मसल रही थी। तभी मैंने उसकी पैंटी निकाल दी, और अपने मुंह को उसकी चूत पर रख दिया। वो सिसकारियां लेने लगी।

वो बोली: अरुण आज मुझे चोद दो। मैं तुमसे सिर्फ खयालों में चुदती आई हूं। आज सच में चोद दो। मैं तुम्हारे लंड का पूरा मजा लेना चाहती हूं।

मेरा भी एक-दम तन कर जबरदस्त साइज में था। वो कभी-कभी कॉलेज में उपर से इसे सहला देती थी, लेकिन नंगा कभी नहीं देखा था।

लंड को देख कर वो‌ बोली: यार कितना जबरदस्त हथियार है तुम्हारा। मैं मेरी लाइफ में मिस हो गई, नहीं तो आज इस पर मेरा अधिकार होता।

मैं बोला: आज ये तुम्हारा ही है। जैसे चाहो वैसे मजे लो इसके।

उसने लंड को पकड़ा और अपने मुंह में ले लिया, और जबरदस्त चुसाई चालू कर दी। हम 69 की पोजिशन में आ गए। मैंने उसकी चूत को चाट-चाट कर लाल कर दिया।

वो बोली: अरुण यार एक बार पहले मुझे चोद दो, बड़ी खुजली हो रही है।

मैंने उसे सीधा किया और उसकी चूत पर लंड सेट करके धक्का लगा दिया। उसकी चूत थोड़ी सी टाइट थी। लंड ने फिर भी अपनी ताकत से उसे चीर दिया। वो दर्द से झटपटाने लगी। पर मैं अब उसे कहा छोड़ने वाला था। मैंने दनादन चुदाई शुरू कर दी।

अब वो अपने चूतड़ उठा-उठा कर मेरा साथ देने लगी। बीस मिनट बाद मैंने पूछा कहा निकलूं, तो वो बोली अंदर ही छोड़ दो। मैंने पांच-सात झटके में अपना सारा लावा उसकी चूत की गहराई में छोड़ दिया। फिर ऐसे ही लिपट कर कुछ देर पड़े रहे। कुछ देर बाद उसने मुझे चूमना शुरु किया और बोली-

बिंदु: अरुण आज तुमने मेरी बरसों की तमन्ना पूरी कर दी है।

कुछ देर बाद उसने मुझे फिर सहलाया, और मेरे निप्पल चूसने लगी। वो लंड पर हाथ फेरने लगी, और मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया। इस बार मेरा मन उसको किसी और पोजिशन में चोदने का था। मैंने उसे खड़ा किया, और उसका एक पैर कुर्सी पर रख कर उसके पीछे से लंड को उसकी चूत में डाल दिया। फिर उसे उसी पोजिशन में चोदा। कुछ देर उसे ऐसे ही चोदने के बाद मैंने उसे घोड़ी बना लिया, और चुदाई शुरू कर दी।

वो बोली: आज ही सारी भड़ास निकाल लो मेरे यार। गजब का स्टेमिना है तुम्हारा।

हमने कपड़े पहने और मैं अपने घर चला गया। फिर पंद्रह दिन तक मैंने उसे सभी पोजिशन में चोदा। पंद्रह दिन के बाद एक दिन मैं उसे घर लेकर आया, और मेरी पत्नी रिया से मिलवाया। रिया हमारे अफेयर के बारे में जानती थी। उसको हमने हमारी ही सोसाइटी में एक अपार्टमेंट किराए पर दिलवा दिया, और वहा शिफ्ट होने में उसकी मदद की। वो काफी खुश रहने लगी।

मैं और बिंदु साथ में ऑफिस जाने लगे, और वापस भी साथ आ जाते थे। रिया बहुत अंडरस्टैंडिंग है। वो कभी मुझे बिंदु से मिलने से नहीं रोकती थी। बिंदु और रिया की भी अच्छी दोस्ती हो गई थी। मैंने कई बार उसके फ्लैट पर जा कर भी उसे चोदा। रिया दिन भर अपने बुटीक में व्यस्त रहती है। रिया को मैं हमेशा संतुष्ट रखता हूं, तो उसका कभी कोई शक करने जैसा नहीं बनता है। हमारी सेक्स लाइफ भी एक-दम शानदार चल रही है।

आप लोगो को मेरी ये सेक्स कहानी कैसी लगी बताना जरूर।