नमस्कार साथियों, मेरा नाम अजीत है मेरी उम्र 24 साल है मैं कानपुर मे रहता हुँ आज मैं आपको अपनी शादी शुदा दीदी की तेल मालिश से चुदाई तक का सफर बताने जा रहा हुँ..
कानपुर मे मै एक बड़े होटल मे कैप्टेन का काम करता हुँ। होटल से घर आने मे मुझे अक्सर रात के 12 बज ही जाते है।
देर ना करते हुए कहानी पर आते हैँ.
मेरी दीदी का नाम सुप्रिया है उम्र लगभग 42 साल की हैँ फिगर बहुत मस्त है. दीदी का रंग एक दम गोरा है और वो लखनऊ के एक नामी प्राइवेट स्कूल मे टीचर है दीदी के दो बच्चे हैँ जिनकी उम्र 12 व 8 साल हैँ. जीजा जी हमारे ऑफिस के काम से अधिकतर टूर पर ही रहते हैँ।
बात जून की हैँ ज़ब दीदी गर्मी की छुट्टियों मे हमारे घर कानपुर आयी हुई थी. हमारे घर मे मम्मी पापा और मैं रहता हुँ..
मेरा दोपहर मे 2 बजे होटल जाता हुँ.
सुप्रिया दीदी का एक बार एक्सीडेंट हुआ था जिसके बाद उनके एक पैर मे हमेशा दर्द रहता हैँ दीदी ज़ब भी कानपुर आती हैँ मुझसे अपने पैर जरूर दबवाती हैँ इस बार भी ज़ब मैं सुबह सोकर उठा तो मेरी नजर दीदी पर गयी दीदी ने पिंक कलर की मैक्सी पहनी हुई थी दीदी ने मुझसे कहा अजीत यार मेरे पैर दबा दो बहुत दर्द हो रहे हैँ..
मैं तुरंत दीदी के पैर दबाने लगा करीब 20 मिनट तक दीदी की टांगो को दबाने के बाद मै धीरे धीरे मैक्सी के अंदर ही अंदर उनकी झांघ की तरफ बढ़ने लगा. उनकी झाँघे बिलकुल मक्खन जैसी थी.
दीदी को भी शायद अच्छा लग रहा था दीदी आराम से अपनी पूरी जाँघे दबवाए जा रही थी. थोड़ी देर बाद दीदी बोली अजीत पैर के पंजो को दबाओ वहाँ ज्यादा दर्द होता हैँ..
मेरा मन कर रहा था की दीदी का पूरा शरीर दबा दू..
मेरे अंदर अपनी बहन के प्रति ही वासना जाग रही थी। दीदी के कहने के बाद मैं उनके पंजो को दबाने लगा.
पंजे दबाते दबाते सुबह के 10 बज गए और तब तक दीदी के बगल मे सो रहे उनके दोनों बच्चे भी जग गए.. फिर दीदी ने बोल दिया बस करो अजीत अब.. बच्चों को नाश्ता भी कराना है.
दीदी के बिस्तर से उठने के बाद मेरे मन मे दीदी के प्रति देखने का नजरिया बदल गया था मै सोच रहा था दीदी की टांगे इतनी मुलायम हैँ तो दीदी की दूध कैसे होंगे. दीदी के दूध काफ़ी बड़े थे लगभग 36 तो होंगे ही।
खैर दोपहर के दो बजे मैं होटल आ गया पर मेरा पूरा ध्यान दीदी के फीगर पर ही था। बार बार मुझे दीदी की सेक्सी झांघो की याद आ रही थी। मुझसे रहा नहीं गया मैंने तुरंत पोर्न साइट्स पर जाकर बॉडी मसाज के वीडियो सर्च करने लगा.
उस दिन मैंने बॉडी मसाज के बहुत सारे वीडियो देखे और मसाज सीखने की कोशिश की..
रात के करीब 12 बजे मैं होटल से ज़ब घर पंहुचा तो मम्मी पापा सब लोग सो चुके थे गेट दीदी ने आकर खोला।
दीदी मेरी काफ़ी मॉर्डरन हैँ उन्होंने शॉर्ट्स पहन रखी थी और दीदी की गोरी टांगे रात की रौशनी मे दूध सी सफ़ेद चमक रही थी। मैंने जल्दी से कपडे चेंज किये और सोचने लगा दीदी अगर मुझसे तेल से मालिश करवा ले तो मजा आ जायेगा..
मैं दीदी के पास जाकर लेट गया और दीदी से इधर उधर की बात करने लगा फिर मैंने दीदी से पूछा दीदी आप सोई नहीं तो दीदी ने कहा मै रात 2 बजे के बाद ही सोती हुँ अजीत..
मैंने देर ना करते हुए दीदी से बोल दिया दिया लाइए आपके पैर ही दबा देता हुँ. दीदी ने कहा नेकी और पूछ पूछ दबा दो बहुत अच्छा दबाते हो अजीत तुम. वैसे भी तुम रोज कौन सा पैर दबाने वाले हो.. मैंने कहा दीदी ज़ब तक आप कानपुर मे हो छोटे भाई होने के नाते आपकी सेवा करना मेरा धर्म हैँ..
दीदी जोर से हॅसने लगी और बोली बातें तो कोई तुमसे सीखे. कमरे मे नाईट बल्ब की रौशनी मे दीदी की मोटी गोरी जांग बहुत सेक्सी लग रही थी जी तो कर रहा था की अभी दीदी की झांघो को चुम लू।
5 मिनट पैर दबाने के बाद मैंने दीदी से कहा दीदी आप उल्टा लेट जाओ पैर आपके सूखे सूखे लग रहे हैँ इनमे कहिये तो हल्का सा नारियल का तेल लगा दू।
दीदी ने कहा लगा दो,.फिर क्या मैं नारियल का तेल दीदी की गोरी टांगो पर लगाने लगा और पोर्न मूवीज देख कर मैंने मसाज सीख रखी थी पहले से ही.
सबसे पहले मैंने दीदी के दोनों पैरो के पंजो पर 20 मिनट तक तेल लगाकर हल्के हाथो से मालिश करता रहा फिर दीदी के घुटनो तक हाथ फेरने लगा दीदी से मैंने पूछा दीदी कैसी लग रही मसाज दीदी ने कोई जवाब नहीं दिया मैं समझ गया दीदी को नींद आ गयी है.
मेरी हिम्मत और बढ़ गयी मैंने तेल लेकर दीदी की जांगो पर लगाते हुए दीदी के चूतड़ों पर चला गया और उन्हें धीरे धीरे मसलने लगा मेरा हाथ दीदी की पैंटी के ऊपर था और शॉर्ट्स के अंदर धीरे धीरे मैंने दीदी की शॉर्ट्स को कमर तक कर दिया.
अब दीदी की गांड मुझे नाईट बल्ब की रौशनी मे साफ नजर आ रही थी तेल की वजह से गांड मे इतनी चमक थी की दिल कर रहा था की इसे चाट लू इतनी गोरी गांड. मैंने केवल पोर्न मूवीज मे ही देखी थी अब मुझे मेरी दीदी पोर्न मूवीज की हीरोइन लग रही थी .उन्होंने क्रीम कलर की पैंटी पहनी हुई थी जिसे मैंने उनकी गांड मे हाथ फेरते हुए गांड की दरार पर सटा दी थी.
मेरा लन्ड 90 डिग्री मे हाफ पेंट के अंदर से सलामी दे रहा था. मुझसे अब कंट्रोल नहीं हो रहा था मैं तुरंत दीदी की गांड के ऊपर बैठ गया और दीदी की पीट पर तेल लगाने लगा. पर दीदी ने जो शॉर्ट्स पहन रखा था वो कमर तक आते आते टाइट हो गया था.
मैंने दीदी से कान मे कहा दीदी इसे उतार दो ना तेल लगाने मे दिक्कत हो रही है. दीदी ने तुरंत अपने दोनों हाथो से हल्का सा उठी और मैंने शॉर्ट्स निकाल दिया.
अब दीदी ब्रा और पैंटी मे पीठ के बल लेटी हुई थी. मैं उनकी गांड मे बैठकर दीदी की पीठ पर तेल लगाने लगा की दीदी की ब्रा का हुक्क बार बार बीच मे फस रहा था. मैंने बिना दीदी से पूछे ब्रा का हुक्क खोल दिया.
अब दीदी की चिकनी कमर पूरी नंगी मेरे सामने थी मै गांड पर हाथ फेरते हुए दीदी की पीठ से होते हुए गर्दन तक मालिश किये जा रहा था.
दीदी को भी मजा आ रहा था की तभी दीदी एक दम से बोली बस करो अजीत अब सो जाओ.
मैंने कहा दीदी आगे होकर लेट जाओ ताकि मैं आपके आगे भी मसाज कर दू?
दीदी – नहीं अजीत अब बस.
मै – दीदी आपको मेरी मसाज अच्छी नहीं लगी?
दीदी – अरे नहीं मसाज बहुत अच्छी करते हो पर अब आगे नहीं.
मै – दीदी आप परेशान मत हो मैं चद्दर डाल देता हुँ आपके ऊपर.
मैंने फटाक से चद्दर दीदी के ऊपर डाल दी और दीदी से कहा घूम जाइये. मैं समझ रहा दीदी मुझसे अब शर्मा रही पर मजा उन्हें भी आ रहा है.
दीदी एक दम सीधी होकर लेट गयी. और मै उनके पैरो पर आगे की तरफ तेल लगाने लगा धीरे धीरे मै उनकी जांघो पर तेल लगा रहा चददर के भीतर से ही बार बार मेरी ऊँगली दीदी के पैंटी से छू रही थी.
मैंने हिम्मत करके दीदी की पैंटी के अंदर से उनकी जांघो पर तेल लगाने लगा. फिर मैंने देर ना करते हुए उनकी पैंटी को हाथ से नीचे कर दिया और निकाल कर बाहर रख दिया.
दीदी अब चददर के अंदर पूरी नंगी थी फिर और मै उनकी टांगो को मोड़ कर मसाज दिए जा रहा था बार बार. मेरी ऊँगली अब दीदी के चूत से टच हो रही थी और दीदी अपनी टांगे फैला रही थी.
इससे मै समझ गया दीदी अब गर्म हो रही है फिर मैंने धीरे से उनकी चादर टांगो से हटा दी अब दीदी की कोमल चूत मेरी आँखो के सामने थी।
मैंने देखा दीदी ने अपनी आँखे बंद कर रखी है. अब मैं उनके पेट पर तेल लगा कर मसाज करने लगा और धीरे धीरे दीदी के दूध की तरफ बढ़ने लगा ब्रा का हुक्क पहले से खुला हुआ था. इसलिए मैंने तुरंत ब्रा को खींच कर निकाल दिया और दीदी के बूब्स पर तेल लगाने लगा.
पहली बार मैं किसी औरत के बूब्स को दबा रहा था. दीदी के मुलायम दूध पर हाथ से मसाज किये जा रहा था की तभी महसूस हुआ दीदी अपने हाथ से बेडशीट को खींच रही हैं और सिसकारियां ले रही हैं. मैंने समय ना गवांते हुए दीदी के ऊपरी हिस्से पर पड़ा चादर हटा दिया.
अब दीदी का पूरा शरीर नाईट बल्ब की रौशनी से नहा रहा उनकी गोरे गोरे दूध व चिकनी चूत पहली बार मेरे सामने थी।
मैं दीदी के दूध को तेजी से मसले जा रहा था दीदी के निप्पल टाइट होने लगे थे मैंने तुरंत अपना मुँह दीदी के स्तन पर लगा दिया. अब दीदी मेरा साथ देने लगी उन्होंने अपने एक हाथ मेरे सर पर रखा और बोली चूस लो अपनी दीदी के दूध अजीत आ ई उ.. बहुत अच्छी मसाज करते हो तुम.
करीब 20 मिनट तक दीदी के दूध पीने के बाद मैं उनकी चूत पर अपनी जीभ लगा दी, वाह पहली बार मै चूत चाट रहा था. मैंने अपनी पूरी जीभ दीदी के चूत मे डाल कर चाटने लगा. दीदी मछली की तरह फड़फड़ा रही थी, दीदी अपने दोनों हाथो से मेरा सर अपनी चूत मे दबाये जा रही थी और बोल रही अजीत चाटो अपनी दीदी की चूत और चाटो तेरे जीजा तो कभी चूत चाटते ही नहीं हैं..
मैंने कहा दीदी तुम्हारा भाई किस दिन काम आये आएगा आपकी सेवा करना मेरा धर्म है।मुझे दीदी की चूत का स्वाद बहुत अच्छा लग रहा था दीदी की चूत चाटते वक्त दीदी एक बार झड़ भी गयी मैं उनका सारा पानी चाट गया.
दीदी को भी बहुत मजा आ रहा था.
उन्होंने बोला- बहनचोद … चूत ही चाटेगा या फिर बहन की चूत को चोदेगा भी? चल अपना लंड मेरे मुँह में डाल पहले!
और दीदी ने मेरे सारे कपड़े उतार दिए.
फिर मुझे बेड पर खड़ा कर दिया और बेड पर बैठ कर मेरा लंड चूसने लगी. मुझे बहुत मजा आ रहा था.
मेरा पहली बार था इसलिए जैसे ही दीदी ने मेरा लन्ड अपने मुँह मे लिया मै झड़ गया और मेरा पूरा माल दीदी के मुँह मे ही रह गया. दीदी मेरा माल पी गयी और बोली अजीत तुम बहुत जल्दी झड़ गए तुमने सेक्स नहीं किया क्या कभी?
मैंने कहा नहीं दीदी.
दीदी ने कहा कोई नहीं अजीत आज से मैं तेरी हुँ तुझे एक्सपर्ट बना दूंगी. उसके बाद दीदी ने अपने होंठ मेरे होंठ पर रख दिए और अंदर तक जीभ घुसा कर किस करने लगी.
10 मिनट तक किस करने के बाद मेरा लन्ड फिर से खड़ा होने लगा. मैंने कहा दीदी मेरा लन्ड खड़ा हो रहा है. दीदी बोली अजीत मेरे भाई अब देर ना करो जल्दी से इसे अपनी दीदी की चूत मे डाल दो.
मैंने जैसे ही दीदी की चूत पर लन्ड डाला मुझे लगा जैसे की मै स्वर्ग मे आ गया हुँ बहुत मजा आ रहा था और मैं दीदी की चूत को धक्के मार मारकर चोदने लगा. मेरा लन्ड पहली बार चूत मे गया था इसलिए जल्दी ही झड़ने लगा और मैंने जल्दी से अपना लन्ड निकाल कर सारा माल दीदी के पेट पर गिरा दिया.
दोस्तों कैसी लगी आपको मेरी ये कहानी मुझे जरूर बताइयेगा
अगली कहानी मे बताऊंगा कैसे दीदी ने मुझे मालिशवाला बनाकर कई औरतों की मालिश भी करवाई व चूत भी दिलवाई, धन्यवाद.