बाप बेटी की चुदाई – मालिनी अवस्थी की ज़ुबानी-12

पिछला भाग पढ़े:- बाप बेटी की चुदाई – मालिनी अवस्थी की ज़ुबानी-11

उस दिन जब आलोक ने मानसी को चोदने से मना किया तो मानसी नाराज हो कर अपने कमरे में चली गयी। कोइ चारा ना देख कर आलोक ने बेमन से मानसी को चोद दिया। मगर मानसी को इस बेमन से हुई चुदाई में मजा नहीं आया। मानसी को तो अब रगड़ाई वाली चुदाई की आदत पड़ चुकी थी। अब आगे।

आलोक डाक्टर मालिनी को बता रहा था, “मालिनी जी मुझे ये उम्मीद नहीं थी कि मानसी को इस तरह की रगड़ाई वाली चुदाई की आदत पड़ चुकी थी। तभी मैंने ये सोच लिया कि बहुत हो चुका। इससे पहले कि अब बाप-बेटी में चुदाई के इस खेल में मानसी कुछ ज्यादा ही आगे निकल जाए, चुदाई के मजे का ये खेल तमाशा बंद होना चाहिए”।

“अगले दिन मैं ऑफिस से आया और फ्रेश हो कर ड्राइंग रूम में ही मानसी को बुला लिया”।