हीना की पहली चुदाई-1

हॉट गर्ल पहली चुदाई कहानी में पढ़े कि कैसे मेरी बहन के साथ कॉलेज में पढ़ने वाले लड़के ने मेरी बहन की सील कॉलेज में तोड़ी, और मेरी बहन की चूत का भोसड़ा बना दिया।

दोस्तों मैं अनुज फिर से अपनी नई कहानी आप लोगों से सांझा कर रहा हूं। मेरी यह सच्ची कहानी है। मेरी पहली कहानी में आप लोगों ने पढ़ा कि कैसे मेरे मोहल्ले का एक लड़का जिसका नाम राहुल था, ने मेरी बहन को हमारे ही घर में चोदा और मैं खिड़की से मेरी छोटी बहन की चुदाई देखता रहा।

पहली कहानी में आप लोगों ने पढ़ा कि जब राहुल ने हीना की चूत में अपना लंड डाला, तो हीना को राहुल के लंड से कुछ खास फरक नहीं पड़ा। जिससे मैं समझ गया था कि हीना पहले ही किसी से चुदवा चुकी थी, और बाद में मैं हीना की और चुदायियों के बारे में पता लगाने लगता हूं। मैं इसमें कामयाब भी होता हूं।

मुझे मेरे एक दोस्त जिसका भाई हीना के ही कॉलेज में पढ़ता था, उससे मेरी बहन की पहली चुदाई के बारे में पता चला। जो मैं आप लोगो से सांझा करने जा रहा हूं।

जिन दोस्तों ने मेरी पहली कहानी नहीं पढ़ी, उनको मैं हीना के बारे में बता देता हूं।

हीना मेरी छोटी बहन है और अभी हीना 20 साल की है।

हीना का शरीर थोड़ा भरा हुआ है। उसके मम्मे और गांड का साइज उभरा हुआ है। जिसमें मेरे मोहल्ले और हीना के कॉलेज के लड़को का हाथ है, जिन्होंने हीना को चोद-चोद कर उसके मम्मे और गांड को बड़ा कर दिया है। अब में सीधा कहानी पर आता हूं।

जब मैंने हीना और राहुल की धमाकेदार चुदाई मेरे घर में ही देखी, तो मैं हीना के बारे में और जानने लगा। तो मेरा एक दोस्त विकास जो कि मेरे ही साथ कॉलेज में पढ़ता है, उसके छोटे भाई रोहित से मुझे मेरी बहन की पहली चुदाई का पता चला।

रोहित जो कि हीना से एक साल बड़ा है, और हीना के ही कॉलेज में पढ़ता था। उसने बताया कि हीना कॉलेज में नई थी, तो उसकी सेटिंग रोहित की क्लास के एक लड़के वैभव से थी। वैभव और हीना अक्सर ही वैभव की क्लास में या कॉलेज के किसी और जगह पर मिलते ही रहते थे। रोहित और वैभव भी अच्छे दोस्त थे।

हीना का कॉलेज हमारे घर से थोड़ा दूर था, तो हीना कॉलेज बस में ही जाया करती थी। वैभव और रोहित भी हीना की बस में ही जाते थे। फिर रोहित ने बताया कि एक दिन कॉलेज की छुट्टी हुई तो सभी लोग बस में बैठ गए।

बस कॉलेज से थोड़ी ही दूर गई थी, और अचानक ही बस में कोई खराबी आ गई, और बस खराब हो गई। पहले तो सभी लोग बस में ही बैठे रहे, और ड्राइवर और उसका सहायक बस को ठीक करने लगे। पर बस में कुछ ज्यादा ही खराबी आ गई थी।

तब ड्राइवर ने सभी को बोला: जिनका घर पास में ही है, वो अपने घर फोन कर दे, और अपने-अपने घर चले जाए। और जिनका घर दूर है, वो कॉलेज में जा कर बस ठीक होने तक इंतजार करे।

हीना और रोहित का घर तो वैसे भी दूर ही था। तो यह लोग वापिस कॉलेज में आ गए। वैभव का घर भी दूर था, तो वह भी कॉलेज में ही रुक जाता है।

थोड़ी ही देर में कॉलेज खाली हो गया। बचे हुए लोग कॉलेज में ही इधर-उधर घूमने लगते है। रोहित ने बताया कि पहले वो अपने कुछ साथियों के साथ स्पोर्ट्स रूम में जाता है, और कुछ इंडोर गेम्स खेलने लगता है।

लड़कियां भी उन लोगो के साथ ही शामिल होती है। पर रोहित बताता है कि शुरू से ही वैभव और हीना उसे कहीं दिखाई नहीं देते। रोहित इस बात को इग्नोर करता है, और वापिस अपने खेल में लग जाता है।

रोहित ने मुझे बताया कि वह और उसके दोस्त तकरीबन सभी स्पोर्ट्स रूम में ही अलग अलग एक्टिविटी कर रहे थे। कुछ टाइम बाद भी उसको हीना और रोहित वहां नहीं दिखे। तकरीबन 1 घंटे बाद ड्राइवर उन सभी को बुलाता है, और बस ठीक होने का बोलता है, और सभी को जल्दी से बस में बैठने को कहता है।

तभी सब लोग अपना-अपना बैग लेकर बस में चले जाते है। रोहित, वैभव और हीना को ढूंढने लगता है। पर वो उसको कहीं नहीं दिखते। थोड़ी ही देर में बस निकल जाती है। रोहित अभी भी वैभव और हीना को ही ढूंढ रहा होता है।

तभी रोहित ने मुझे बताया कि वो हीना और वैभव को ढूंढता हुआ दूसरे माले पर आता है। तभी रोहित को स्टोर रूम से कुछ आवाजे सुनाई पड़ती है। रोहित भी स्टोर रूम की ओर चला जाता है।

रोहित ने मुझे बताया कि वो इतने में ही समझ जाता है कि पक्का वैभव और हीना कुछ कर रहे थे। वो चुपके से स्टोर रूम के पास आता है। दरवाजा बंद होने के कारण वे स्टोर रूम की खिड़की से अंदर देखता है।

रोहित ने मुझे बताया कि अंदर वैभव ने हीना को एक मेज पर बैठा रखा था, और खुद खड़ा-खड़ा ही हीना के होंठो को चूस रहा था, और अपने दोनो हाथों से हीना के संतरों को दबा रहा था। बीच-बीच में वो हीना के मम्मों को छोड़ कर हीना की पीठ और कमर को भी सहला रहा था।

इन्हीं सब के बीच हीना और वैभव दोनों ही गरम हो गए थे। अब वैभव हीना के मम्मों को जोर-जोर से दबाने लगा,‌ जिससे हीना के मुंह से सिसकियां निकलने लगी। स्टोर रूम से हीना की हल्की सिसकियों की आवाज़ें आने लगी थी। तभी वैभव हीना की कॉलेज यूनिफॉर्म की शर्ट के बटन खोलने लगता है।

रोहित ने मुझे बताया कि जैसे ही वैभव हीना की शर्ट के सारे बटन खोल देता है, हीना की ब्लैक रंग की स्पोर्ट्स ब्रा दिखने लगती है। मुझे भी याद था कि जब हीना उस क्लास में थी, तो उसके मम्मे ब्रा लायक नहीं थे।

वैभव हीना के मम्मों को स्पोर्ट्स ब्रा के अपर से ही निचोड़ रहा था। हीना तब तक पूरी गरम हो चुकी थी। उसके बाद वैभव ने हीना की शर्ट और स्पोर्ट्स ब्रा को निकाल दिया।

इसके आगे क्या हुआ, वो आपको अगले पार्ट में पता चलेगा। आगे की कहानी जानने के लिए जुड़े रहिए।

अगला भाग पढ़े:- हीना की पहली चुदाई-2