दोस्त की बहन को उसी के घर जा कर चोदा

दोस्तों मेरा नाम अश्विन है। अब मैं अपनी सेक्स कहानी शुरू करता हूं।

मैं एक छोटे से गांव का रहने वाला हूं। मैं दिखने में हैंडसम और लंबे कद का लड़का हूं। मेरी उम्र 20 साल है। यह मेरा पहला अनुभव है। मेरे दोस्त का नाम सूरज है। वो मेरी ही कक्षा में पढ़ता है। सूरज को एक बड़ी बहन है, जिसका नाम साक्षी है।

साक्षी दिखने में किसी हीरोइन से कम नहीं, और फिगर कुछ 30-28-33 का होगा। गोरा रंग, बड़े-बड़े गोल-गोल बूब्स, मोटी गांड। उसे देखते ही खड़ा हो जाए ऐसी बला की खूबसूरत है वो। तो चलो बिना वक्त गवाए कहानी शुरू करते है।

बात उन दिनों की है जब हम कॉलेज में थे। साक्षी मुझसे और सूरज से बड़ी थी, तो मैं उन्हें दीदी ही बुलाता था। तो मैं, साक्षी दीदी, और सूरज हम एक ही कॉलेज में थे। दीदी हमसे एक साल सीनियर थी। कॉलेज हमारे शहर में था, तो हमें रोज कॉलेज साथ ही जाना होता था। तो हम तीनों एक ही बाइक पर जाते थे। मैं बाइक चलाता था, मेरे पीछे सूरज, और उसके पीछे दीदी बैठती थी। दीदी मुझसे बहुत मजाक करती थी।

वो मुझसे खुल कर बातें करती थी। एक दिन सूरज की तबीयत खराब थी, तो वो उस दिन कॉलेज नहीं आने वाला था। मैं और दीदी ही जाने वाले थे। मैं तैयार होकर दीदी को लेने गया। आज दीदी बहुत ही हॉट माल लग रही थी। दीदी ने मुझे देखा और एक हल्की सी स्माइल देकर गाड़ी पर बैठ गई। रास्ते से जाते वक्त हमारी बातें चालू हो गई।

मैंने दीदी को बोला: दीदी आज आप बहुत खूबसूरत लग रही हो।

दीदी थैंक यू बोल कर हंसने लगी। ना जाने मेरे मन में क्या आया, मैंने दीदी को पूछा-

मैं: दीदी आपका बॉयफ्रेंड होगा हैं, आप इतनी खूबसूरत हो तो?

दीदी ने हां बोला।

दीदी बोली: 2 साल से बॉयफ्रेंड है।

मैंने दीदी से पूछा: दीदी आपने तो सेक्स भी किया होगा ना उसके साथ?

दीदी इस बात से गुस्सा हो गई। फिर उन्होंने कुछ भी नहीं बोला, और दिन भर मुझसे बात भी नहीं। कॉलेज से आने के बाद मैंने दीदी को घर छोड़ कर अपने घर आ गया। फिर शाम हुई। मैं अपने दोस्त सूरज के घर गया, तो वहां सिर्फ दीदी थी। दीदी को मैंने सॉरी बोला।

दीदी बोली: ठीक है।

फिर मैंने पूछा: दीदी सूरज कहा है?

दीदी बोली: वो हॉस्पिटल गया है।

मैंने ठीक है कहा, और वहां से निकल ही रहा था, कि दीदी ने मुझे बोला: रुको, आओ बैठो, वैसे भी घर पर कोई नहीं है। मेरा मन नहीं लग रहा।

फिर क्या, मुझे तो इसी पल का इंतजार था। मैं रुक गया। थोड़ी देर ऐसी ही बातें करते-करते 1 घंटा बीत गया।

दीदी बोली: कुछ बना देती हूं खाने को, भूख लगी होगी ना?

फिर दीदी किचेन में चली गई। दीदी का फोन वहीं रह गया। मैं उनका फोन देखने लगा। मैंने जैसे ही वाट्सअप खोला, मुझे एक लड़के के साथ दीदी की चैटिंग दिखी। शायद उनका बॉयफ्रेंड होगा।

मैंने जैसे ही चैटिंग खोली मैं हैरान था। दीदी ने न्यूड वीडियो भेजी थी। मैंने जल्दी से वो वीडियो मेरे नंबर पर भेज दी और मेरी चैटिंग डीलीट कर दी। तब तक दीदी खाना लेकर आ गई थी। हमने खाना खाया, और बैठ गए। तब मैंने दीदी को उनकी वीडियो दिखाई। वो देख कर परेशान हो गई। पहले तो वो मुझ पर गुस्सा करने लगी।

वो बोलने लगी: डीलीट कर दे प्लीज।

मैं उनकी तरफ देखते हुए बोला: मुझे क्या मिलेगा?

तो वो बोली: तुझे जो चाहिए दूंगी, बस वीडियो डीलीट कर दे।

मैंने बोला: ठीक है, डीलीट कर दूंगा। पर मुझे जो वीडियो मैं है वो सब दिखाना होगा।

दीदी थोड़ा सोचने के बाद बोली: ठीक है।

फिर वो अपनी टीशर्ट उतारने लगी। मैं देखने लगा। उन्होंने टीशर्ट निकाली, और नीली ब्रा में आ गई। क्या मक्खन माल थी, क्या ही बोलूं। जैसे ही उन्होंने ब्रा निकाली, मैं देखते ही रह गया। मेरा लंड पूरा खड़ा हो चुका था, और पेंट से बाहर आने के लिए बेताब था। दीदी ने ये देख लिया था। क्या बूब्स थे उनके एक-दम दूध जैसे गोरे।

फिर मैंने दीदी को बोला कि मुझे एक बार उन्हें टच करना था। दीदी ने साफ मना कर दिया। मैंने थोड़ी मिन्नतें की तो वह मान गई। फिर मैं उनके पास गया, और छूने लगा। थोड़ा-थोड़ा करके उन्हें दबाने लगा। दीदी को भी मजा आने लगा। उनके भी मुंह से आह आह की सिसकारियां निकलने लगी।

ना जाने उन्हें क्या हुआ, वो मेरे सर को पकड़ कर मेरे होंठों को चूसने लगी। मुझे भी इसी पल का इंतजार था। मैं भी उनके होंठो पर टूट पड़ा। करीब 10 मिनट के लंबे चुंबन के बाद मैं दीदी के बूब्स को मुंह में भर के चूसने लगा। फिर दीदी मेरा लंड पैंट के ऊपर से सहलाने लगी। बूब्स को पूरी तरह निचोड़ने के बाद मैंने दीदी की पेंट उतारी, और पैंटी भी।

एक-दम गुलाबी जवान चूत। एक भी बाल नहीं था चूत पर। मैं उनकी चूत पर टूट पड़ा, और चाटने लगा। उनकी चूत पूरी तरह गीली हो चुकी थी। मैं जोर-जोर से चूत चाट रहा था। दीदी को बहुत मजा आ रहा था।

वो बोल रही थी: आह आह, चाट मेरे राजा, और चाट।

और मेरा मुंह उनकी चूत में दबा रही थी। बहुत देर तक चूत चाटने के बाद दीदी ने मुझे उठाया, और मेरा लंड बाहर निकाल कर मुंह में लेने लगी। मुझे बहुत मजा आने लगा। पहली बार कोई लड़की मेरा लंड ले रही थी, और वो भी एक-दम किसी रांड की तरह। 5 मिनट में ही मैंने दीदी के मुंह में पानी निकाल दिया। दीदी पूरा पानी पी गई। थोड़ी देर में दीदी मेरे ऊपर लेट कर किस करने लगी, और हम दोनों फिर से गर्म होने लगे।

दीदी ने अपने हाथों से हिला-हिला कर मेरा लंड खड़ा कर दिया था। मैं उठा और दीदी को मेरे नीचे लिटाया, और उनकी चूत में लंड सेट किया। फिर एक जोर का धक्का मारा, तो दीदी सहम उठी और मुझे धक्का देने लगी।

मैं रुका, और दीदी के होंठो को चूमने लगा। काफी दिनों से दीदी चुदी नहीं थी, शायद इसलिए दर्द हो रहा था। कुछ देर बाद दीदी नॉर्मल हुई तो मैंने फिर से एक धक्का देकर पूरा लंड दीदी की चूत में दे दिया। फिर जोर-जोर से चोदने लगा। अब दीदी को भी बहुत मजा आने लगा था। मैं जोर-जोर से दीदी को चोदने लगा, और दीदी जोर-जोर गांड उठा-उठा कर चुदने लगी, और मुझे गालियां देने लगी-

दीदी: साले बहनचोद!

और वो सिसकारियां भरने लगी। 15 मिनट की चूत चूदाई के बाद मैं दीदी अंदर ही झड़ गया, और उनके ऊपर लेट गया। चुदाई के बाद दीदी बहुत खुश थी।

दीदी बोली: इतने अच्छे से तो मेरे बॉयफ्रेंड ने भी कभी नहीं चोदा। अब से हमेशा मैं तेरे साथ ही चुदाई करुंगी।

दीदी ने ऐसा बोला और मुझे चूमने लगी। क्योंकि बहुत समय हो गया था, मैंने बाय बोला और वहां से घर पर आ गया। आगे कैसे मैंने दीदी की गांड मारी, और उनकी दोस्त को चोदा, ये अगली सेक्स कहानी में बताता हूं। आज के लिए इतना ही।