हेल्लो दोस्तों मेरा नाम मनोज है, और मैं ग़ाज़ियाबाद का रहने वाला हूं। मैं एक इंजीनियर हूं। मेरी हाईट 5 फीट 8 इंच है। और मेरा लंड इतना बड़ा है कि कुंवारी से लेकर आंटियों तक का बहुत बार पानी निकाल देगा। मैं दिखने में सीधा-साधा सा लड़का हूं। लेकिन चुदाई के मामले में सबसे आगे। मुझे भाभियों में बहुत इंट्रेस्ट है।
भाभियों को देख कर बस मन करता है कि अभी पकड़ के चोद दूं। ऐसे ही भाभी की एक कहानी आप सभी के लिए लाया हूं।
ये मेरी सच्ची कहानी है। मैं आशा करता हूं कि आपको मेरी ये सच्ची और खूबसूरत घटना पसंद आयेगी। अगर किसी भाभी को अकेलापन लगे, वो मुझसे बेझिझक बात कर सकती हैं। या मुझे मेल करके अपना अकेलापन दूर कर सकती है।
तो चलिए अब कहानी शुरू करता हूं। नौजवान अपना हथियार बाहर निकाल लो और भाभियां अपनी चूत में उंगली डालने के लिए तैयार हो जाओ। अब ज्यादा बोर ना करते हुए कहानी पर आते है।
मैं अपने ऑफिस से घर जा रहा था, और फेसबुक चला रहा था। तभी मुझे फेसबुक पर एक भाभी की प्रोफाइल दिखी, तो मैंने उस पर रिक्वेस्ट भेज दी और अगले ही दिन उसने एक्सेप्ट कर ली। भाभी के बारे में तो बताना भूल ही गया।
उसका नाम लिजा है और वो मेरठ की है। उसका रंग एक दम गोरा है। उसका 1 बेटा भी है।लेकिन उसके फिगर को देख कर लगता ही नहीं है के उसका एक बेटा भी है। वो अपने पति और बेटे के साथ वहां रहती है।
तो हमारी नॉर्मल बात शुरू हो गयी। भाभियों को अपनी तारीफ सुनना बहुत पसंद होता है। तो मैं उसकी बहुत तारीफ़ किया करता था। वो कही ना कहीं मुझे पसंद करने लगी ही। कुछ ही दिनों में उसने अपना नंबर दे दिया। एक दिन मैंने उसकी फ़ोटो मांगी तो कुछ ना-नुकुर के बाद उसने मुझे अपनी फोटो सेंड की। कया बवाल भाभी थी। 5 फुट 5 इंच की स्लिम सी लड़की। उसका फिगर 34-30-36 था। जिसे देख कर किसी का भी लंड खड़ा हो जाये।
कुछ दिनों बाद हमारे बीच सेक्स चैट शुरू हो गयी। एक दिन की बात है, मैंने उसे मिलने के लिए बोला। लेकिन उसने मना कर दिया। क्योंकि उसका पति घर के पास ही जॉब करता था, और उसकी सोसाइटी अच्छी थी। लेकिन ज्यादा हाई-फाई ना होने की वजह से थोड़ा डर था।
लेकिन कहते है ना भगवान के घर देर है लेकिन अंधेर नहीं। मेरी किस्मत ने जोर मारा, और उसके पति को 2 दिन के लिए बाहर जाना पड़ गया। उसने मुझे बताया और मैंने ऑफिस से आते ही वहां जाने की तैयारी कर ली।
उसका पति रात को 10 बजे निकल गया और मैं भी पूछते-पूछते उसकी सोसाइटी के बाहर आ गया। मैंने उसे काल किया। वो मुझे लेने गेट पर आ गयी। जैसे ही मैंने उसे देखा, मेरे होश उड़ गये। उसने साड़ी पहनी थी काले रंग की, जो कि मैंने उसे बोला था।
फिर हम साथ उसके फ्लैट की तरफ जा रहे थे, तो मैंने उसकी थोड़ी तारीफ कर दी। जिससे वो थोड़ी शरमाने लगी। हम लोग घर पहुंच गये। मेरा तो मन कर रहा था कि अभी के अभी उसे उठा के रूम में ले जा कर चोद दूं। वो जैसे ही मेरे लिये पानी लेने गयी, मैंने पीछे से उसे पकड़ लिया, और उसकी गर्दन पर एक किस कर दी। इससे वो चौंक गयी।
उसने कहा: इतनी जल्दी क्या है?
मैंने थोड़ा कंट्रोल किया। तब तक उसका पति जा चुका था, और उसका बेटा सो चुका था। फिर हमने खाना खाया। लेकिन चूत के आगे खाना कहा अच्छा लगता है।
हम फिर बेडरूम में आ गए। मैंने उससे थोड़ी प्यार भरी बातें की। मैंने उसका हाथ पकड़ा, और उससे बात करते-करते करीब चला गया।
उसे गले से लगा कर उसकी गर्दन पर किस करना शुरु कर दिया। उसने शुरू में थोड़ा अलग होने की कोशिश की। लेकिन मुझे पता है कि एक लड़की या भाभी को कैसे प्यार करते है। उसके बाद मैंने उसे लिटाया, और उसके उपर आ कर उसके माथे से चूमना शुरू किया। फिर उसके गाल, कान, गले, से किस करता हुआ नीचे आया।
मैंने अपना एक हाथ उसके बूब्स पर रखा, और दूसरे से उसके बाल पकड़ कर उसके होंठों और उसकी जीभ को चूसना शुरू कर दिया। वो भी मेरा साथ दे रही थी। हम लोग किस करने में इतना खो गए थे, कि उसे पता ही नहीं चल रहा था कि उसके फोन पर उसके पति की काल आ रही थी।
फिर उसने काल पर बात की तो उसके पति ने बताया कि ट्रेन से निकल चुका था। उसके बाद हम दोनों एक-दूसरे को देख रहे थे, और वो किसी दुल्हन की तरह शर्मा रही थी। मैंने उसे लिटाया, और फिर मैं थोड़ा नीचे आया, और उसका ब्लाऊज निकाल दिया। फिर ब्रा भी निकाल दी। उसके बूब्स देख कर मैं पागल सा हो गया।
मैं एक बूब्स को बच्चे की तरह पी रहा था, और दूसरे बूब्स के निप्पल को धीरे-धीरे मसल रहा था। ऐसा करने से उसके मुंह से आवाजे निकलने लगी। पूरे कमरे में हमारे सेक्स करने की आवाजें आ रही थी। उसके हाथ मेरे बालो में थे। मैं किस करता हुआ नीचे आया। उसकी साड़ी और पेटीकोट को निकाल के अलग कर दिया। अब वो सिर्फ काले रंग की पैंटी में थी।
एक दूध जैसी गोरी भाभी सिर्फ काले रंग की पेंटी में लेटी हो, ये सोच कर ही पानी निकल जाता है। मैंने उसकी पैंटी को अलग किया। उसने आज ही नीचे शेव किया था। उसकी चूत एक-दम फूल जैसी लग रही थी। बस मन कर रहा था के अभी खा जाऊं।
मैंने उसकी चूत के चारों तरफ अपनी जीभ को घुमाया। वो तड़प उठी। वो मेरा सर पकड़ कर चूत के छेद की तरफ ले जा रही थी। फिर जैसे ही मैंने उसकी चूत पर अपनी जीभ से चाटा, उसके मुंह से जोर की सिसकारी निकली। उसी के साथ उसका पानी निकल गया। उसे आज तक उसके पति ने इतना खुश नहीं किया था।
उसके बाद वो उठी और उसने मेरे सारे कपड़े उतार दिए। मैंने 69 की पोजिशन में आने को कहा। उसने एक ही बार में मेरा लंड मुंह में ले लिया और ऐसे चूस रही थी जैसे जन्मों से प्यासी हो। मैं भी ऐसा फील कर रहा था जैसे आसमान में था। वो मेरा लंड ऐसे चूस रही थी जैसे कि पॉर्न स्टार हो। कुछ देर बाद हम अलग हुए, और वो मेरे उपर आ कर लेट गयी। अब हमने लिप किस की।
फिर मैंने अपना लंड उसकी चूत पर रखा, और एक झटके में पूरा अंदर डाल दिया। इससे उसकी चीख निकल गयी। लेकिन मैं परवाह ना करते हुए लगातार अपना लंड अंदर-बाहर कर रहा था। फिर मैंने थोड़ी स्पीड बढ़ाई। मैंने उसे 3-4 पोज में चोदा। इतने में वो 2 बार झड़ चुकी थी।
करीब 15 से 20 मिनट के बाद मेरा निकलने वाला था, और उसका तीसरी बार। मैंने अपना लंड बाहर निकाल के पानी निकाल दिया। फिर वो मुझसे चिपक कर लेट गयी। थोड़ी देर हम ऐसे ही लेटे रहे। लेकिन जब इतनी खूबसूरत भाभी बराबर में लेटी हो, कहां चुप-चाप लेटने का मन करता है। हम दोनों पूरे पसीने में हो गए थे।
ऐसे ही हमने पूरी रात 4 बार सेक्स किया। और फिर नंगे सो गये।
अगले दिन सुबह उठ कर हमने साथ में शावर लिया, और एक और एक बार हमने जम कर सेक्स किया। हम दोनों ही इस चुदाई से बहुत खुश थे। वो मुझसे ऐसे बात कर रही थी जैसे मैं ही उसका पति था। उसकी आंखो में इतना प्यार था, जैसे वो मेरी ही बीवी हो। उस दिन के बाद हमें जब भी मौका मिलता है, वो मुझे घर बुला लेती है। और हम जी भर के एक-दूसरे को प्यार करते है।
आपको मेरी कहानी कैसी लगी, मुझे जरूर बताना। और अगर किसी भाभी या लड़की को सर्विस चाहिए वो भी फ्री, तो जरूर मेल करे, और एक बार सेवा का मौका जरूर दे। कहानी कैसी लगी बताना ना भूले।