मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-20 (अंतिम भाग)

पिछला भाग पढ़े:- मां बेटे की चुदाई – एक मनोचिकित्सक की ज़ुबानी-19

डाक्टर मालिनी ने असलम को वियाग्रा की गोली खिला कर चुदाई करवाई। असलम ने एक रंडी की तरह मालिनी को चोदा। असलम का लंड एक घंटे की चुदाई के बाद भी खड़ा ही था। मालिनी ने असलम का लंड जोर जोर से चूसना शुरू कर दिया।

पंद्रह बीस मिनट की लंड चुसाई के बाद असलम ने मेरा सर पकड़ लिया, और बोलने लगा, “आआ जोर से आह और जोर निकालो जो भी है इसके अंदर से पी लो। आअह आपकी चूत में मेरा लौड़ा अअअअह मेरी जान, आआआह निकलने वाला है मेरी जान आआह, मेरी जान। निकला आआह ले ले पी पी और पी ले पी ले ले सारा का सारा पी ले पी।”

असलम मेरा सर पकड़ कर अपने लंड को मेरे मुंह में आगे-पीछे कर रहा था, और साथ-साथ बोले जा रहा था। मैं मुंह में लंड लिए मन ही मन सोच रही थी, ये भी क्या और कैसी चुदाई है।

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