मुकुल कुलश्रेष्ठ – हंसमुख रंगीला साहिल – भाग 1

भावना विपिन की बात बता रही थी, “जीजी मैंने अभी विपिन का लंड मुंह में ले कर चूसना ही शुरू किया था। विपिन का लंड सख्त होने लगा था । वो मस्ती में आ ही रहा था कि दरवाजे के घंटी बज गयी। महेश आ गया था”।

“साले चूतिये से खुद से तो चुदाई होती नहीं किसी और से भी चुदाई होने नहीं देते”।

“मैं उठ गयी, विपिन ने भी उठ कर दरवाजा बंद कर लिया ” I

भावना की बात सुन कर मुकुल खुश हो गयी, “कमाल है !!! अच्छा हुआ तूने बता दिया”। बीस साल के लड़के से चुदाई करवाने का तो मजा भी बड़ा आएगा – और लंड भी कैसा कमाल वाला – घर की बात घर में। इस बार आएगा तो देखती हूं कैसे पटाया जा सकता है “?

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