गांव की जवान कुंवारी चूत-2

पिछला भाग पढ़े:- गांव की जवान कुंवारी चूत-1

चूत टाइट होने की वजह से सिर्फ टोपा ही अंदर गया था। उसे बहुत दर्द होने लगा था। लेकिन वो चिल्लाई नहीं, क्योंकि उसको पता था कि घर 40-50 मीटर की दूरी पर था, और कोई सुन लिया तो दिक्कत हो जायेगी। उसकी बुर से खून नहीं निकला, तो मैंने उससे पूछा। तो वो कसम खाकर बोली कि ये उसका पहला सेक्स था।

मुझे भी यकीन हो गया, क्योंकि उसकी बुर बहुत टाइट थी, बस चूत बहुत गीली हो गई थी, जिसकी वजह से थोड़ी आसानी हो गई थी। फिर उसने इशारा किया तो मैंंने धक्का लगाया। मेरा पूरा लंड अंदर चला गया।

फार मैं धीरे-धीरे आगे-पीछे करने लगा। तब मैंने धीरे-धीरे झटके देना शुरू किया, और फिर स्पीड बढ़ा दी, और जोर-जोर से धक्के लगाने लगा। वह 15 मिनट में झड़ गयी। फिर जब मैं झड़ने को हुआ, तो अपना लंड उसकी बुर से निकाल कर सारा माल उसके पेट पर डाल दिया। वह उस वक़्त बहुत खुश थी, जो उसके चेहरे पे साफ दिख रहा था।

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