घरेलू काम वालियों की चुदाई-1

एक बात बता दूं। अगर किसी ने घर में काम करने वाली बाई को, धोबन को या मोहल्ले में सफाई करने वाली जवान औरत को नहीं चोदा तो उसने ज़िंदगी में कुछ नहीं किया, बस घास ही उखाड़ी है।

ये ज्ञान मुझे पहले नहीं था – मगर अब है।

अब पूछने वाले पूछेंगे कि भई ये तो बताओ, इनके चुदाई में ऐसा भी क्या ख़ास होता है। चूत तो चूत ही होती है – चाहे काम वाली की हो या घरवाली की।

बात इन पूछने वालों की भी ठीक है। मगर यहां सौ बात की एक बात ये है कि शारीरिक मेहनत करने के कारण इनकी मम्मे, चूतड़ और चूत एकदम टाइट होते हैं और चुदाई से पहले या चुदाई के दौरान हमारी शहरी बीवीयों की तरह इनकी चूतें पानी नहीं छोड़ती।