ग्रुप सेक्स – समूह में चुदाई – भाग 4 (अंतिम भाग)

इस भाग में – हमारी, मतलब मेरी – जसप्रीत – जस्सी और मेरे आधे अधूरे पति राज की सेक्स ग्रुप में एंट्री

हम इस ग्रुप में शामिल हो गए I बस बाकियों की “हां ” की जरूरत थी I अगर हां हो जाती तो फिर मेरी भी चुदाई या रगड़ाई – जो भी कह लो शुरू हो जानी थी I सोच सोच कर ही चूत बग़ावत कर रही थी

जैसा कि सपना ने बताया था, अगली मुलाकात सपना के घर हुई। सपना ने सब को हमारे बारे में बता दिया इस लिए हमसे मिलने पांचों जोड़े इस बार आ गए। सुमित – सपना तो थे ही। बाकी चार थे जुगल – अमृता, संदीप – पूनम, राजन – रश्मि, रेनू – अनूप।

सपना ने हमारा परिचय करवाया और कहा कि हम भी इस ग्रुप में शामिल होना चाहते हैं। फिर पूछा कि बाकी के पांचों जोड़ों की क्या राय है। सब ने हां कर दी। राज को तो वो लोग जानते ही थे। मैं ही नयी थी।