पिछला भाग पढ़े:- मां ने दिखाई प्यार की औकात-1
नमस्कार दोस्तों, मैं प्रेम अपनी कामवाली की चुदाई कहानी का अगला पार्ट लेके आया हूं। उम्मीद है आप सब ने पिछला पार्ट पढ़ा होगा। जिन्होंने भी पिछला पार्ट नहीं पढ़ा है, वो क्रिया उसको जरूर पढ़ें।
पिछले पार्ट में आप सब ने पढ़ा कि हमारे घर में शालिनी नाम की एक जवान नौकरानी आई, मैं जिसके करीब जाने लगा, और मुझे उससे प्यार हो गया। फिर जब मेरी मां को ये बात पता चली, तो उन्होंने कहा कि शालिनी ये सब सिर्फ पैसों के लिए कर रही थी। लेकिन मैं उनकी बात नहीं माना। फिर मां ने मुझे शालिनी का इम्तहान लेने को कहा, जिसके लिए मैं तैयार हो गया।
इस इम्तहान के तहत मुझे घर में उसके साथ अकेले में सेक्स की कोशिश करनी थी। फिर हुआ भी ऐसा ही। जब घर पर कोई नहीं था, तो मैंने शालिनी को छूना शुरू किया। फिर जब मैं किस्स करने आगे बढ़ा, तो उसने मुझे रोक लिया। अब आगे-
जब शालिनी ने मुझे रोका, तो मैंने उससे पूछा: क्या हुआ शालिनी?
तभी शालिनी बोली: प्रेम, इसके आगे बढ़ने के पैसे लगेंगे। जितना तुमने किया, उतना भी मैंने दोस्ती की वजह से करने दिया है।
उसकी ये बात सुन कर मैं हैरान हो गया। मुझे मम्मी की बात याद आने लग गई। मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था, कि मैं क्या बोलूं उसको। लेकिन फिर मैंने खुद को शांत करते हुए उसको कहा-
मैं: कितने लगी?
शालिनी: घंटे के 2000, पूरी रात के 10000।
मैं ठीक है बोल कर उसके पास से उठा, और अपने रूम की तरफ चल दिया। रूम में जा कर मैंने जेब से फोन निकाला, और मम्मी को कॉल की।
फिर मैं बोला: मम्मी आप सही कह रही थी। शालिनी पैसों के लिए ये सब कर रही थी। वो मुझसे कोई प्यार नहीं करती।
ये बोल कर मेरा रोना निकल गया।
तभी मेरी मम्मी बोली: बेटा इसमें रोने का कोई बात नहीं। मैंने तो तुझे पहले ही कहा था कि वो ऐसा ही करेगी। शुक्र करो तुम्हें वक्त रहते सच पता चल गया।
मैं: हां मम्मी। लेकिन अब मैं क्या करूं?
मम्मी: कितने पैसे मांगे हैं उसने?
मैं: एक घंटे का 2000 और पूरी रात का 10000।
मम्मी: अच्छा मेरे लॉकर में से पैसे निकाल ले, और हां, उसकी अच्छे से बैंड बजा देना। अपना सारा गुस्सा उस रंडी पर निकाल देना जो तुम्हारे प्यार के लायक कभी थी ही नहीं।
मम्मी की ये बात सुन कर मैं जोश में आ गया। फिर मैंने मम्मी की सेफ से पैसे निकाले। उसके बाद मैं बाहर हॉल में वापस गया, और नोटों का बंडल शालिनी के सामने फेंका, और बोला-
मैं: अब शुरू करें?
शालिनी ने मुस्कुरा कर हां का इशारा दिया। फिर मैं उसके पास बैठ गया, और अपने होंठ उसके होंठों से चिपका दिए। अब मैं पागलों की तरह उसके होंठ चूसने लगा। वो भी मेरा साथ देने लगी। साथ में मैं अपना एक हाथ उसकी पीठ पर ले गया, और पीठ सहलाने लगा। उसके होंठ चूस कर मुझे बहुत मजा आ रहा था। तभी मैंने जान-बूझ कर उसको दर्द देने के लिए उसके होंठ को काट लिया। उसने मुझसे दूर होने की कोशिश की, लेकिन मैंने उसको दूर होने नहीं दिया, और होंठ चूसता रहा।
फिर मैंने उसकी कुर्ती निकाल ली, और उसके ब्रा में कसे हुए बूब्स मेरे सामने आ गए। मैंने उसके दोनों बूब्स पर ब्रा के ऊपर से ही हाथ रखा, और इतनी जोर से दबाए, कि उसकी चीख निकल गई। फिर मैंने उसकी ब्रा निकाल दी, और उसको सोफा पर ही लिटा कर उसके ऊपर आ गया। मैं पागलों की तरह उसके बूब्स चूसने लगा, और निपल्स काटने लगा।
उसको दर्द हो रहा था, और वो मुझे धीरे करने को बोल रही थी। लेकिन मैं उसकी बातों को अनसुना कर रहा था। मैंने उसके निपल्स चूसते हुए काट भी लिए। उसके दोनों निपल्स बिल्कुल लाल हो गए, और थोड़ा खून भी आने लगा था। फिर मैंने उसको सोफा पर से उठाया, और अपने बिस्तर पर ले गया। वहां मैंने उसको अपने बिस्तर पर फेंका, और अपने कपड़े उतारने लगा। मेरा ऐसा बर्ताव देख कर वो हैरान थी। तो वो बोली-
शालिनी: प्रेम क्या हो गया है तुम्हें? ऐसे जानवरों की तरह क्यों बर्ताव कर रहे हो मेरे साथ?
मैं: जानवर नहीं रंडी। रंडी को चोदते हुए ऐसा ही बर्ताव करते है।
अब मैं पूरा नंगा हो चुका था, और मेरा लंड उसके सामने फनफना रहा था। मैंने उसके बाल पकड़े, और खींच कर उसके मुंह में अपना लंड डाल दिया। अब मैं उसके मुंह में धक्के दे कर उसके मुंह को चोदने लगा। उसको दर्द हो रहा था, क्योंकि मैं उसके गले तक लंड उतार रहा था, और उसके सांस लेने भी नहीं दे रहा था। उसके मुंह से बहुत सारा थूक बह रहा था।
कुछ देर मुंह चोदने के बाद मैंने लंड उसके मुंह से निकाला। वो जोर से खांसने लगी। फिर मैंने उसको घोड़ी बनाया, और उसकी लेगिंग्स पीछे से फाड़ दी। अब वो बस पैंटी में थी। फिर मैंने उसकी पैंटी नीचे की, और उसकी सेक्सी रंडी वाली गांड मेरे सामने आ गई। उसकी गांड देखते ही मैंने पहले तो 2-3 जोर से थप्पड़ मारे। थप्पड़ इतने जोर के थे, कि वो दर्द से झटपट उठी।
उसकी गांड पर लाल निशान पड़ गए, और वो चीख पड़ी। फिर मैंने उसके चूतड़ों को मसला, और फिर अपना लंड पीछे से उसकी चूत पर रगड़ने लगा। वो आह आह करने लगी। तभी मैंने अचानक से लंड चूत के मुंह पर टिकाया, और जोर से धक्का मार कर पूरा लंड फच से अंदर डाल दिया। उसकी फिर से चीख निकल गई, और वो मुझसे दूर होने के लिए आगे होने लगी। लेकिन मैंने उसकी कमर पर अपनी मजबूत पकड़ बनाई हुई थी।
फिर मैंने वैसे ही फुल स्पीड में उसकी चुदाई शुरू कर दी। कुछ देर वो चीखें मारती रही, लेकिन फिर आह आह करके मजे लेने लगी। उसका मजा मेरे से बर्दाश्त नहीं हुआ, और मैंने फिर से उसके चूतड़ों पर थप्पड़ मारे। आधा घंटा उसकी चुदाई की मैंने, और फिर उसके मुंह पर अपना माल गिरा दिया। उसके बाद मैं कपड़े लेके बाहर आ गया, और कपड़े पहन लिए।
थोड़ी देर में वो भी आई, और अपने पैसे उठा लिए। तब मैंने उससे कहा-
मैं: ये पैसे लो, और चली जाओ यहां से। कल से काम पर मत आना।
वो हैरान होके बोली: क्या हो गया?
मैं: बस दफा हो जाओ यहां से।
उसकी आंखों में आंसू आ गए, और वो चली गई। दोस्तों आपको मेरी नौकरानी की चुदाई कहानी कैसी लगी जरूर बताना।