बाप बेटी की चुदाई – मालिनी अवस्थी की ज़ुबानी-15

पिछला भाग पढ़े:- बाप बेटी की चुदाई – मालिनी अवस्थी की ज़ुबानी-14

मानसी जब स्नेहा के घर गयी तो स्नेहा का अपने बॉयफ्रेंड प्रभात के साथ चुदाई का प्रोग्राम बना हुआ था। चुदाई के लिए दोनों दूसरे कमरे में चले गए। उनकी सिसकारियों की आवाजों से कुंवारी मानसी का मन चूत चुदवाने का होने लगा और वो अपनी चूत में उंगली करने लगी। जब चुदाई के बाद स्नेहा और प्रभात आये तो स्नेहा ने मानसी को चूत में उंगली करते देख लिया। स्नेहा के कहने से प्रभात मानसी को चोदने के दूसरे कमरे में ले गया। अब आगे।

मानसी बता रही थी, “आंटी प्रभात के बहुत कहने पर भी मैंने प्रभात का लंड मुंह में नहीं लिया। प्रभात का लंड मुंह में लेने के ख्याल से ही मुझे तो उल्टी होने को हो गई। जब प्रभात अपना लंड मेरे मुंह में डालने के लिये आगे की तरफ आने लगा तो मैंने प्रभात को पीछे धकेल दिया”।

“प्रभात समझ गया कि मैं लंड मुंह में नहीं लेना चाहती। हंस कर प्रभात पीछे हटते हुए बोला, “मानसी, स्नेहा तो बड़े मजे से मेरा लंड चूसती है। तुम्हे तो चुदाई के लिए ट्रेंड होने में वक़्त लगेगा। चलो उठो, लेटो और अपने टाइट फुद्दी के दर्शन करवाओ। तुमने लंड नहीं चूसना कोइ बात नहीं, मुझे तो चुसवाओ अपनी कुंवारी फुद्दी?”