अंकिता और मेरी कामवासना-3

पिछला भाग पढ़े:- अंकिता और मेरी कामवासना-2

हिंदी सेक्स कहानी के पिछले पार्ट में आपने पढ़ा कि प्यार का इज़हार करने के बाद अंकिता घर पर झूठ बोल कर मेरे पास ही रुक गई। फिर हम दोनों में सेक्स का खेल शुरू हुआ। अब आगे-

मैंने अंकिता भी ब्रा के हुक खोल कर उसके मांसल बूब्स को आजाद किया, और ब्रा एक तरफ फेक दी। मैंने अंकिता के दोनों बूब्स को हल्के-हल्के मसलते हुए चूसना शुरू किया, तो अंकिता मचल हुई। उसके मुंह से सिसकारियां, आह उफ्फ ओह की मादक आवाजें आने लगी। मैं और अंकिता दोनों ही अपनी-अपनी उत्तेजना के चरम पर पहुंच चुके थे। हम दोनों एक-दूसरे से लिपट-चिपट कर रहे थे।

अब मैंने अपना हाथ अंकिता की कमर पर रखा, और उसकी पैंटी को पकड़ कर अंकिता की आंखों में देख कर कहा-