रजनी की चुदाई उसीकी जुबानी-8

सब अभी भी हिचकिचा से रहे थे

तभी रजनी ने एक बड़ी ही अक्लमंदी वाला काम किया। वो कुणाल की बगल से उठी और मेरे पास बैठे पंकज का लंड पैंट से निकल अपने मुंह में ले लिया। ये मेरे लिए भी एक संकेत था।

मैं भी उठी और कुणाल के सामने नीचे बैठ कर राजन का लंड पैंट से निकल कर अपने मुंह में ले लिया। अब हम दोनों एक दुसरे के बॉय फ्रेंड का लंड अपने अपने बॉय फ्रेंड के सामने चूस रहे थी। सबकी हिचकिचाहट खत्म हो गयी।

पंकज ने कहा, “एक काम करते हैं, देर बहुत हो गयी है, भूख भी लगी है, कुछ हल्का खाने के लिए ले आते हैं “।

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