मां बेटे के चुदाई रिश्ते-3

पिछला भाग पढ़े:- मां बेटे के चुदाई रिश्ते-2

मां भी जल्दी से उठी, और अपने कपड़े पहन कर नीतू के पास चली गई। अब मुझे बहुत शर्म आ रही थी और डर भी लग रहा था। फिर मैं चुप-चाप अपने रूम सो गया। रात को मैंने देखा कि कोई मेरे लंड को पकड़ कर उसे चूस रहा था। मैंने आंख खोली तो देखा वो मां थी।

मैंने मां से पूछा: मां नीतू क्या कह रही थी?

तो मां बोली: बेटा तू फिकर मत कर, मैंने उसे समझा दिया है। उसे हमारे इस रिश्ते से कोई परेशानी नहीं है।

यह सुन कर मैं खुश हो गया, और मां को बेड पर पटक कर उनके ऊपर चढ़ गया। फिर उनकी चूत की चुदाई करने लगा। उस दिन मैंने पूरी रात अपनी मां की चूत और गांड की चुदाई करी, और हम दोनों ऐसे ही बिना कपड़े के नंगे हो कर सो गए। सुबह नीतू हमारे रूम में आई। हम दोनों नंगे सोए हुए थे।

नीतू मां को उठाने लगी: मां नाश्ता बना दो, मुझे कॉलेज जाना है।

मैंने देखा कि नीतू का ध्यान सिर्फ मेरे लंड पर ही था। शायद उसने पहली बार इतना बड़ा लंड देखा था। वो मेरे लंड को बहुत ध्यान से देख रही थी। मैं समझ गया कि नीतू भी मुझसे अपनी चूत चुदवाना चाहती थी। मां उठ कर नंगी ही रसोई में जाकर नीतू के लिए खाना बनाने लगी।

नीतू के बारे में सोच कर मेरा लंड फिर से खड़ा हो चुका था। मैं अपने रूम से बाहर गया, और रसोई में जा कर मां की चुदाई करने लगा। नीतू भी वहीं पर बैठी सब देख रही थी। फिर नीतू नाश्ता करके अपने कॉलेज चली गई। और मैं मां को चोदता रहा। फिर मैं भी नहा धोकर काम पर चला गया। शाम को जब मैं घर आया तो देखा नीतू ने शॉर्ट पहने हुए थे, जिसमें वो एक दम हीरोइन लग रही थी।

नीतू को ऐसे देख कर मेरा लंड खड़ा हो गया। लेकिन मैंने खुद पर कंट्रोल किया, और खाना खा कर अपने रूम में जाकर मां का इंतजार करने लगा। कुछ टाइम बाद मां मेरे रूम में आई और बोली-

मां: आज तू मेरे रूम में चल। तेरे लिए एक सरप्राइज है।

मैं मां के रूम में गया तो देखा कि मां ने रूम को फूलों से सजाया हुआ था, और नीतू लाल साड़ी पहनी हुई थी। वो एक दुल्हन की तरह मेरा इंतजार कर रही थी। मैंने मां से पूछा-

मैं: मां नीतू ऐसे क्यों बैठी हुई है?

तो मां बोली: ये आज से तेरी बहन नहीं तेरी पत्नी है। ये भी तेरे लंड को देख कर तेरी दीवानी हो गई है। जा मेरे शेर, बुझा दे इसकी चूत की प्यास।

ये सुन कर मेरा लंड तन कर टाइट हो गया। मैं नीतू के पास गया और उसका घूंघट उठाया। नीतू को थोड़ी शर्म आ रही थी।

फिर मैं बोला: अपने पति से शर्माते नहीं है मेरी जान।

और नीतू ने मुझे गले से लिया। फिर मैंने नीतू को किस करना शुरू कर दिया। उसके होंठ गुलाब की तरह मुलायम थे। दिल कर रहा था कि इनको पूरा खा जाऊं। फिर मैंने नीतू को सीधा लिटाया, और उसके सारे कपड़े निकाल दिए। नीतू पूरी तरह नंगी हो गई। उसका बदन तो मां से भी सुंदर था। उसके दूध एक दम सफेद थे,‌ और उसके गुलाबी निपल्स देख कर मैं तो पागल सा हो गया।

मुझे तो आज पता चला था कि नीतू इतनी हॉट माल थी। उसकी गुलाबी चूत पर एक भी बाल नहीं था। आज मुझे एक सील पैक चूत का मज़ा मिलने वाला था। मैंने जल्दी से अपने सारे कपड़े निकाल दिए, और नीतू के साथ लेट गया। नीतू भी जल्दी से मुझसे चिपक गई और मुझे किस करने लगी।

फिर मैं उसके दूध दबाने लगा। उसको थोड़ा-थोड़ा दर्द हो रहा था। उसके मुंह से आह आह भैया, धीरे करो, दुख रहा है। आह ओह मां आह, की आवाजें आने लगी। फिर मैंने अपना एक हाथ अपनी प्यारी बहन नीतू को चूत पर रख दिया, और उसे सहलाने लगा।

नीतू को सांसे तेज तेज चलने लगी, और वो कस कर मुझसे चिपक गई। फिर मैंने अपनी एक उंगली नीतू को चूत में डाल दी। उंगली जाते ही नीतू जोर से चिल्ला पड़ी। उसकी चूत बहुत टाइट थी। उसकी आंखों में दर्द से आंसू आ गए। वो दर्द से कराह उठी। फिर मैंने अपनी जीभ उसकी चूत पर रख दी, और उसकी चूत को चाटने लगा। उसकी चूत बहुत रसीली थी। उसकी गुलाबी चूत चाटने में मुझे बहुत मज़ा आ रहा था।

फिर उसका दर्द थोड़ा कम हुआ, और वो भी अब मजे लेने लगी। वो मेरा सर पकड़ कर अपनी चूत में दबाने लगी। उसकी सांसे तेज़ होने लगी, और कुछ देर बाद उसकी चूत ने पानी छोड़ दिया। मैंने उसकी चूत का सारा रस पी लिया। उसकी चूत का रस बहुत स्वाद था। फिर मैंने अपना लंड उसके हाथ में पकड़ा दिया। वो मेरे लंड को हिलाने लगी।

उसके कोमल हाथों में जाकर मेरा लंड बहुत टाइट हो चुका था। फिर मैंने नीतू से अपना लंड चूसने को कहा। उसने मेरे आधे लंड को अपने मुंह में ले लिया। उसके गुलाबी होंठ मेरे लंड को चूस रहे थे। क्या बताऊं दोस्तों, मेरा लंड तो जन्नत की सैर कर रहा था। करीब 15 मिनट तक वो किसी पोर्न स्टार की तरह मेरे लंड को चूसती रही। फिर मैंने मां को तेल की शीशी लाने को कहा, क्योंकि नीतू की चूत बहुत टाइट थी। वो इतना बड़ा लंड लेने लायक नहीं थी।

मां रसोई में जाकर तेल ले आई। फिर मैंने और मां ने अच्छी तरह नीतू की चूत और गांड की मालिश करी। अब वक्त आ चुका था दोस्तों अपनी बहन की सील तोड़ने का। फिर मैंने भी अपने लंड पर तेल लगा लिया, और नीतू की दोनों टांगो को खोल दिया। नीतू की गुलाबी चूत मेरे लंड के सामने थी। मैंने अपने लंड को नीतू की चूत पर सेट किया, और हल्का सा धक्का लगाया।

मेरा आधा लंड ही नीतू को चूत में गया था, कि वो दर्द से कराह उठी। वो दर्द से तड़प उठी। मैंने जल्दी से अपने होंठ उसके होठों पर रख दिए, और उसे किस करने लगा। उसकी चूत से ख़ून आने लगा। उसे काफी दर्द हो रहा था, लेकिन मैंने धक्के देने जारी रखें, और अपना पूरा लंड उसकी गुलाबी चूत में घुसा दिया। नीतू दर्द से तड़प रही थी। उसकी आंखों में आंसू निकल रहे थे।

वो हाथ जोड़ कर कहने लगी: भईया प्लीज छोड़ दो, बहुत दर्द हो रहा हैं। प्लीज मैं मर जाऊंगी। आह भईया मुझे छोड़ दो। मम्मी भईया को बोलो मुझे छोड़ दें। आह मम्मी बहुत दर्द हो रहा है आह।

फिर मम्मी कहने लगी: बेटा अभी थोड़ा दर्द होगा। फिर बाद में बहुत मजा आएगा।

और फिर हम दोनों हसने लगे। अब मां ने भी अपने सारे कपड़े निकाल दिए, और नीतू को किस करने लगी। अब नीतू का दर्द भी कम हो गया था। वो आह भईया, ओह मां, आह भईया और तेज से आह ओह आह की आवाजें निकालने लगी। मैंने भी अपनी स्पीड बढ़ा दी, और जोर-जोर से उसकी चुदाई करने लग गया।

नीतू भी अब चुदाई का पूरा मज़ा लेने लगी, और करीब आधे घंटे तक लगातार चुदाई के बाद मैंने अपना सारा वीर्य नीतू की चूत मैं भर दिया, और नीतू से चिपक कर उसके उपर लेट गया। फिर हम तीनों एक साथ बेड पे लेट गए। फिर कुछ समय बाद मां ने मेरे लंड को पकड़ कर उसे अपने मुंह में ले लिया, और उसे चूसने लगी। नीतू ने भी अपनी चूत मेरे मुंह पर रख दी।

मां मेरा लंड चूस रही थी, और मैं नीतू की चूत चाट रहा था। फिर मां उठी और मेरे लंड पर बैठ गई और मेरे लंड से अपनी चूत की प्यास बुझाने लगी। मां और नीतू एक-दूसरे को किस करने लगी, और हम तीनों एक साथ थ्रीसम सेक्स करने लगे। फिर कुछ समय बाद मैंने मां और नीतू को सीधा लिटाया, और बारी-बारी उन दोनों की चुदाई करने लगा। फिर मैंने नीतू को घोड़ी बना कर उसकी गांड मारने को कहा। लेकिन वो गांड मराने से मना करने लगी।

फिर मैंने जैसे-तैसे उसकी गांड मारी। उसकी गांड बहुत टाइट थी। उसकी गांड मारने में बहुत मज़ा आ रहा था। उस दिन मैंने रात 4 बजे तक लगातार मां और नीतू की चुदाई करी, और फिर हम तीनों साथ में ही नंगे सो गए। दोस्तों अब मैं और मेरी मां और बहन तीनों रोज बहुत चुदाई करते है, और रोज रात को एक साथ नंगे ही सोते हैं।

कहानी अच्छी लगी हो तो रिप्लाई जरूर करना दोस्तों। और अगर कोई भाभी या आन्टी मुझसे अपनी चूत चुदवाना चाहती हो, तो मुझे कॉन्टैक्ट कर सकती है।

Leave a Comment