दोस्तों मेरा नाम प्रेम है, और ये मेरी कामवाली की चुदाई कहानी है। मैं औरंगाबाद का रहने वाला हूं। अभी मेरी उमर 24 साल है, लेकिन जब ये घटना हुई, तब मैं 19 साल का था। उस वक्त मेरा लंड 6 इंच का था, और मैं कॉलेज के प्रथम वर्ष में पढ़ता था। चलिए अब मैं सीधे कहानी पर आता हूं।
उन दिनों हमारे घर में एक नई कामवाली लड़की को रखा गया था। वो मुझसे 2 साल बड़ी थी। उसका रंग ठीक-ठाक था, लेकिन नैन-नक्श बहुत सुंदर थे। उसका फिगर भी मस्त था। भरा हुआ जिस्म था उसका। उसका नाम था शालिनी। अब मैं नया-नया जवान हुआ था, और इस उमर में हर लड़की की तरफ आकर्षण होता है, और उससे प्यार हो जाता है। ऐसा ही कुछ मेरे साथ भी हुआ।
शालिनी काफी चुलबुली थी, और मेरे साथ हंस-हंस कर बातें करती थी। उसकी हंसी बड़ी अच्छी थी, और वो हंसते हुए बड़ी प्यारी लगती थी। मुझे उससे प्यार होने लगा था। अब जब भी वो फ्री होती थी, तो मैं उससे बातें करने लग जाता। धीरे-धीरे हमारी बहुत बातें होने लगी। अब मुझे उससे बहुत प्यार हो गया था।
फिर मैंने सोचा कि मैं शालिनी से ही शादी करूंगा, और उसको अपना जीवनसाथी बनाऊंगा। पर तभी मेरे दिमाग में आया कि वो तो हमारी नौकरानी थी, तो मेरे घर वाले क्या सोचेंगे। लेकिन फिर मैंने सोचा कि प्यार के सामने सब चीज़ें छोटी है। और मैंने आखिर में यहीं फैसला किया कि मैं शालिनी को अपने प्यार का इजहार करूंगा, और उसी से शादी करूंगा।
पर तभी मेरी प्रेम कहानी में एक नया मोड़ आया। एक बार शाम के वक्त मैं और शालिनी छत पर बैठे बातें कर रहे थे। तभी अचानक मम्मी ऊपर आ गई। मम्मी को देख कर शालिनी डर गई, और जल्दी से नीचे चली गई। मम्मी वहीं खड़े होके मुझे घूरती रही, जिससे मुझे भी डर लगने लगा। फिर वो बोली-
मम्मी: चल नीचे मेरे साथ।
ये बोल कर वो नीचे जाने लगी, और मैं भी उनके पीछे जाने लगा। वो मुझे अपने रूम में ले गई। फिर वो बोली-
मम्मी: क्या हो रहा है ये?
मैं: मम्मी मैं आपको बताने की वाला था। मुझे शालिनी से प्यार है।
मम्मी: क्या! प्यार है? तू पागल है? अरे वो नौकरानी है।
मैं: फिर क्या हुआ मम्मी? है तो वो इंसान ही, और मुझे पसंद है।
मम्मी: देख मेरी बात ध्यान से सुन। मान लिया तुझे उससे प्यार है। लेकिन क्या उसको भी तुझसे प्यार है?
मैं: हां मम्मी, वो भी मुझसे प्यार करती है।
मम्मी: उसने कहा तुझे ऐसा?
मैं: कहना क्या है? मुझे पता है।
मम्मी: हां वो तो ठीक है। लेकिन कहा उसने तुझसे? या तूने पूछा उससे?
मैं: नहीं।
मम्मी: देख बेटा, मेरी बात सुनने में तुझे बुरी लगेगी, लेकिन ध्यान से सुनना। ऐसी लड़कियों का काम होता है सेक्स करके पैसे लेना। और वो भी यहीं कर रही है। उसको तुझसे प्यार नहीं है।
मैं: शालिनी ऐसी नहीं है मम्मी।
मम्मी: हां हो सकता है, लेकिन मुझे इसका सबूत चाहिए।
मैं: कैसा सुबूत?
मम्मी: तू अभी उसको बोलना मत कि तू उसको प्यार करता है। तू उसके साथ और करीब हो, और सेक्स करने की कोशिश कर।
मैं: मम्मी ये आप क्या कह रही है। मैं प्यार करता हूं उससे।
मम्मी: हां पता है, लेकिन शादी के बाद तो सेक्स करेगा ना, तो अभी कर ले। देख अगर वो शरीफ हुई, तो तुझे मना करेगी। चल अगर प्यार में उसने हां भी कर दी, और सेक्स कर लिया तब भी ठीक है। लेकिन अगर उसने सेक्स के बाद पैसे नहीं मांगे, तो मैं मान लूंगी कि वो तुझसे प्यार करती है।
मैं: ये क्या मतलब हुआ?
मम्मी: जैसा कि मैंने बताया कि ऐसी लड़कियां पैसे के लिए सेक्स करती है। तो अगर वो तुझसे पैसे नहीं मांगेगी, तो मैं खुद तेरी शादी उससे करवाऊंगी। लेकिन अगर मांग लिए, तो तू उसको भूल जाएगा।
मैं: ठीक है। मुझे अपने प्यार पर पूरा विश्वास है।
मम्मी: बढ़िया।
फिर अगले दिन से मैंने शालिनी के साथ छेड़खानिया करनी शुरू कर दी। मैं कभी उसका हाथ पकड़ता, और कभी उसके जिस्म पर कहीं ना कहीं हाथ फेर देता। वो मुझे मना नहीं करती थी। फिर एक दिन मम्मी ने मुझे बताया कि सारे घर वाले कहीं बाहर जाने वाले थे। उन्होंने मुझे कुछ भी बहाना करके घर पर रुकने को कहा, और अकेले में शालिनी के साथ सेक्स करने को कहा।
मैंने मम्मी की बात मान ली, और क्लास टेस्ट का बहाना करके घर पर रुक गया। फिर घर वाले चले गए। अब घर पर मैं और शालिनी ही थे। आज शालिनी ने लेगिंग्स के साथ कुर्ती पहनी हुई थी। उसकी लेगिंग्स लाल रंग की थी, और कुर्ती सफेद रंग की। दोनों चीजें काफी टाइट थी, तो उसके जिस्म की पूरी शेप दिख रही थी। वो काफी सेक्सी लग रही थी।
आज घर पर कोई नहीं था, तो हम हॉल में सोफा पर बैठ कर बातें करने लगे। थोड़ी देर बातें करने के बाद मैंने शालिनी के हाथ पर हाथ रख लिया। उसने मुझे कुछ नहीं कहा और एक स्माइल दी। फिर मैं उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगा। उसने तब भी कुछ नहीं कहा। मुझे लगा यहीं सही मौका था, तो मैं अपना चेहरा उसके चेहरे के करीब ले गया। अब मैं उसके होंठों को चूमने वाला था।
जैसे ही मैं उसके होंठों के करीब गया, उसने अपने होंठों पर एक उंगली रख कर मुझे रोक लिया। उसकी इस हरकत से मुझे बड़ी खुशी हुई। मैंने सोचा आखिर जो मैंने सोचा वहीं हुआ, और शालिनी ने मुझे रोक लिया। इसका मतलब शालिनी एक शरीफ लड़की थी।
फिर मैं पीछे हुआ, और उसको पूछा: क्या हुआ?।
तभी शालिनी ने मुझे जो कहा, उससे मेरी दुनिया ही पलट गई, और मेरे पैरों के नीचे की जमीन सरक गई।
अब शालिनी ने मुझे क्या कहा, और आगे क्या हुआ, वो आपको इस कहानी के अगले पार्ट में पढ़ने को मिलेगा। इस नौकरानी की चुदाई कहानी का ये पार्ट आपको कैसा लगा मुझे जरूर बताएं। दोस्तों अपनी फीडबैक कमेंट सेक्शन में कमेंट करके जरूर दे। जितने आपके कमेंट होंगे, उतनी ही जल्दी इस राज से पर्दा उठेगा कि शालिनी ने मुझे क्या कहा था।
अगला भाग पढ़े:- मां ने दिखाई प्यार की औकात-2