मैं दादा जी की दीवानी हूँ-1

ये कहानी मेरी एक पाठिका सहेली की कहानी है, जो उसने मुझे संपादन करने की रिक्वेस्ट की। आगे की कहानी उसी की ज़ुबानी।

मेरा नाम शिखा है, और मैं 25 साल की हूँ। मैं जबलपुर की रहने वाली हूँ, और एक आर्मी फैमिली से आती हूँ। मेरे परिवार में मैं, मेरे पापा, मेरी माँ, मेरा एक बड़ा भाई और मेरे दादा जी हैं।

मेरे पापा एक आर्मी अफसर हैं और अक्सर उनकी इधर-उधर पोस्टिंग होती रहती हैं। मेरी माँ भी एक आर्मी अफसर की ही बेटी है, और जबलपुर में एक गरीब और अनाथ बच्चों के लिए स्कूल चलाती है। मेरे भैया लंदन में रहते हैं और वहीं नौकरी करते हैं। और मेरे दादा जी, वो भी एक रिटायर्ड आर्मी अफसर हैं।

पहले तो हम पापा के साथ अलग-अलग शहर में जाते रहते थे, लेकिन दादा जी की रिटायरमेंट के बाद उन्होंने एक आलीशान घर बनाया जबलपुर में, तो हम सब अब यहाँ ही रहते हैं।