राजू और उसके प्यारे सन्तोष मौसा-4

पिछला भाग पढ़े:- राजू और उसके प्यारे सन्तोष मौसा-3

शाम हो ही चुकी थी। राजू को पानी पिला कर होश में लाकर थोड़ी देर बाद दोनों घर आ गये। राजू घर आते ही बिस्तर पर सो गया। 9 बजे जागा तो देखा बिस्तर पर एक पुरानी बनारसी साड़ी, ब्लाउज, और पेटीकोट रखा था। साथ ही पूरे बिस्तर पर फूल पड़े थे।

राजू सुबह से तीन बार मौसा के लंड का रसपान कर चुका था। थकान होती लेकिन हवस का आगे वो थकान कुछ भी नहीं होती। उसके अंदर की रंडी ना जाने कहां से ताकत ले आती। राजू जब सो कर जागा, तो उसने अपने पास एक बनारसी साड़ी को रखा देखा। बाहर आया तो मौसा खाना बना रहे थे।

वो बोले: आज तो मैं भी बहुत थक गया था। अभी कुछ देर पहले ही सो कर उठा हूं। तेरी मौसी के कपड़े बिस्तर पर रखे हैं। बाथरूम में बाल साफ करने की मशीन भी हैं। और शाम में जो मेकअप का सामान मिला वो भी ले आया हूं। तू जल्दी से नहा कर तैयार हो जा। आज से तू मेरी पत्नी होगी, और अब से तेरा नाम राजू नहीं रज्जो होगा। अब जल्दी से तैयार हो जा रज्जो।