हाय फ्रेंड्स मेरा नाम गरिमा हैं, और मेरी उम्र 29 साल है। मैं एक हाउसवाइफ हूं। मेरा फिगर 38-40-42 का है, और बहुत सेक्सी हैं। मेरे बड़े-बड़े बूब्स और बड़ी चौड़ी गांड देख कर तो कोई भी मेरा दीवाना हो जाता हैं। मेरे हसबैंड का नाम नवीन है, और उनकी उम्र 31 साल हैं। वो अच्छी कद-काठी के हैं। ये मेरी रियल सेक्स स्टोरी हैं।
मैं मेरे एक फ्रेंड आशीष से अक्सर फोन पर लैपटाप पर बातें करती थी। हम आपस में काफी प्राईवेट बातें भी करते थे। वो पहले भी मुझसे मिलने मेरे घर आया था, और वो हमेशा मेरे करीब आने की कोशिश करता था। मुझे भी अच्छा लगता था। एक बार उसने मुझसे कहा कि, “मैं तुमसे मिलना चाहता हूं”। तो मैंने कहा, “कभी भी आ जाना”।
फिर एक दिन सुबह उसने मुझे फोन किया कि वो मुझसे मिलने आ रहा था। फिर उसने मुझसे पूछा, “तुम्हारे घर पर कौन हैं?” तो मैंने कहा कि, “अभी तो मैं घर पर अकेली हूं”। फिर वो कुछ देर बाद मेरे घर आ गया और उसने डोर बेल बजाई। मैं दरवाजा खोलने गई और वो अंदर आ गया।
मैंने आशीष से कहा कि, “क्या पाओगे कॉफी, कोल्डड्रिंक या कुछ और?” तो वो बोला, “मैं अभी रास्ते में पीकर ही आया हूं”। फिर उसने मुझे पकड़ लिया और बोला कि, “मैं तो आज तुम्हारे बूब्स पिऊंगा”। मैंने कहा, “दूर हटो मेरे से, तुम्हारी वाइफ नहीं पिलाती हैं क्या?” तो वो बोला, “उसका तो रोज पीता हूं। मैं तुमसे वैलेंटाइन डे का गिफ्ट लेने आया हूं”।
फिर मैंने आशीष से पूछा, “वाइफ के साथ कब सेक्स किया था?” तो वो बोला कि, “दो-तीन दिन हो गए है। अब वो पीहर गई हैं”। फिर आशीष और मैं मेरे बेडरुम में आ गए। आशीष और मैं बैड पर बैठ गए, और बातें करने लगे। वो मुझे तेजी से किस करने लगा। वो मुझे किस करते हुए मेरे बूब्स और गांड दबा रहा था।
फिर उसने अपनी जींस और शर्ट उतार दिए, और मेरी भी जींस और टी-शर्ट उतार दी। फिर वो मुझे किस करने लगा। किस करते-करते उसने मेरी ब्रा खोल दी, और मेरे बूब्स चूसने लगा। फिर उसने अपनी बनियान और अंडरवियर उतार दी, और नंगा हो गया। उसके बाद उसने मेरी पेंटी भी उतार दी, और मुझे भी नंगा कर दिया।
फिर आशीष ने मुझसे कहा कि, “मेरा लंड अपने मुंह में लेकर चूसो”। तो मैं उसका लंड अपने मुंह में लेकर चाटने लगी। उसका लंड नौ इंच लम्बा और ढाई इंच मोटा था। मैं उसका लंड अपने मुंह में लेकर चूस रही थी। फिर कुछ देर बाद उसने मुझे बैड पर लिटा दिया, और मेरी चूत में अंगुली करने लगा।
वो मेरी चूत पर किस भी कर रहा था। फिर उसने अपने लंड पर कंडोम लगाया, और मेरी चूत पर अपना लंड फेरने लगा। कुछ मिनट रगड़ने के बाद उसने अपना लंड मेरी चूत में डाल दिया। उसका लंड मेरे हसबैंड के लंड से बड़ा था, तो मुझे थोड़ा दर्द भी हो रहा था। वो मेरे बूब्स चाटते हुए मेरी चुदाई कर रहा था।
फिर वो तेजी से झटके मारने लगा। मुझे दर्द हो रहा था। मैंने उससे कहा, “आशीष धीरे करो, मुझे दर्द हो रहा है”। तो वो बोला कि, “तेरा हसबैंड तुझे चोदता नहीं है क्या?” तो मैंने कहा कि, “वो तो रोज चोदता है, पर तुम्हारा लंड बहुत बड़ा हैं”। फिर वो मुझे किस करते हुए मेरी चूत में तेज झटके मारने लगा, और कुछ देर बाद उसका स्पर्म निकल गया। उसके बाद वो मेरे ऊपर ही लेट गया।
कुछ देर बाद वो मेरे ऊपर से हट गया, और मैं किचन में गई, और चाय बनाने लगी। आशीष नंगा ही मेरे पीछे किचन में आ गया, और पीछे से मेरे बूब्स और गांड सहलाने लगा। मैंने कहा, “तुम कितने भूखे हों। ऐसा लगता हैं दो साल से किसी को चोदा ही नहीं हैं”। ये सुन कर आशीष मुझसे बोला, “आज तुझे चोद कर सारी भूख मिटा दूंगा”।
फिर उसने गैस बंद कर दिया, और मुझे गोद में उठा कर बेडरुम में लेकर आ गया। बेडरूम में आ कर उसने मुझे बैड पर लिटा दिया, और अपने लंड पर कंडोम लगा कर मुझे घोड़ी बनाया और चोदने लगा। वो मेरी चूत में तेज झटके मार रहा था, और मेरी गांड पर भी मार रहा था। मुझे दर्द हो रहा था।
मैं: आशीष मुझे दर्द हो रहा हैं। धीरे करो प्लीज।
आशीष: इतने लंबे टाईम बाद आज मौका मिला हैं। आज तो मैं तुम्हें अच्छे से चोदूंगा।
मैं: मेरे हसबैंड को पता चल जाएगा तो दिक्कत हो जायेगी।
आशीष: दो तीन दिन अपने हसबैंड को चोदने मत देना। बोलना कि मेरा मन नहीं हैं।
फिर वो तेज-तेज झटके मारने लगा, और मैं ज़ोर-ज़ोर से आहें भर रही थी।
मैं: आहहहह आशीष मुझे दर्द हो रहा हैं।
आशीष: पहली बार चुदवा रही है, दर्द तो होगा ही।
मैं: आशीष मुझे छोड़ दो, बाद में कर देना।
फिर आशीष मेरी चूत की गहराई तक अपना लंड डालने लगा। मुझे दर्द हो रहा था, और मज़ा भी आ रहा था।
मैं: आहहहह आशीष तुम बहुत अच्छे से चोदते हो। मेरी तो चूत की सारी गर्मी निकाल दी।
आशीष: मेरी चुदाई की मेरी वाइफ भी दीवानी हैं। मैंने कई लड़कियों की चूत में मेरा लंड डाला हैं।
फिर मेरा फ़ोन बजने लगा। मेरे हसबैंड का फोन आया था, लेकिन मैंने अटैंड नहीं किया। फिर मैं आशीष को बोली कि, “थोड़ा रुक जाओ, मैं फोन पर बात कर लेती हूं”। फिर मैंने अपने हसबैंड को वापस फोन लगाया। तेज चुदाई के कारण मैं हांफ रही थी। मेरे हसबैंड ने बात की और पूछा क्या हुआ। तो मैं बोली, “घर का काम कर रही थी, इसलिए हांफ रही हूं”।
फिर आशीष ने मुझे खड़ा कर दिया, और आगे से चोदने लगा। वो मेरी चूत में तेज-तेज झटके मार रहा था, और मेरी गांड भी सहला रहा था। कुछ देर बाद उसका स्पर्म निकल गया।
मैंने आशीष से कहा कि, “मेरे हसबैंड कभी भी आ सकते हैं, तुम निकल जाओ। तो वो बोला, “तुम्हारे हसबैंड से बोल देना कि मिलने आया था”। फिर वो बाथरुम में नहाने चला गया और मुझे भी बाथरुम में बुला लिया। फिर नहाने के बाद वो निकल गया।
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