मेरी दिलकश साली

हैलो दोस्तों, इस जीजा-साली चुदाई कहानी में आप सब का स्वागत है। मेरा नाम अरुण है, और मैं हिमाचल का रहने वाला हूं। मेरी उम्र 32 साल है, और मैं शादी-शुदा आदमी हूं। ऊंचाई मेरी 5 फुट 9 इंच है, और लंड मेरा 6.5 इंच लंबा है। जब से जवान हुआ, तब से चुदाई का बहुत शौकीन रहा हूं। वो बात अलग है कि शादी से पहले तक सिर्फ मुठ मार कर गुजारा करता था।

मेरी बीवी का नाम शीनम है, और वो एक सेक्सी औरत है। उसकी चूत चुदाई करके मुझे मजा आता था, लेकिन कब तक एक आदमी एक ही चूत को उतने ही चाव से चोदता रहेगा, जितना चाव शुरू-शुरू में होता है?

अब शादी के बाद घर के काम, ऑफिस के काम, बच्चों की देख-भाल, इन सब से फुरसत मिले, तो बंदा किसी और लौंडियां को देखे या उससे बात करे। तो इस तरह के हालात में अगर आपको आसानी से किसी लड़की से बात या फ्लर्ट करने का मौका मिलता है, तो वो है आपकी साली।

बड़ा ही अच्छा रिश्ता हैं ये साली का, जिसको आधी घरवाली भी कह देते है। साली एक ऐसी लड़की है जो कितनी भी सेक्सी और नखरेबाज क्यों ना हो, लेकिन जीजा से तो उसको बात करनी ही पड़ती है, और उसका फ्लर्ट भी बर्दाश्त करना पड़ता है।

भगवान ने मुझे भी एक सेक्सी साली के रिश्ते से नवाजा है। मेरी साली का नाम डिंपल है, और वो 25 साल की जवान और कड़क लड़की है। साली का रंग गोरा है, और फिगर एक-दम बॉलीवुड की हीरोइनों जैसा है। वो काफ़ी शरारती और चुलबुली टाइप की है, इसलिए मुझसे पंगे लेती रहती है।

वो मुझसे काफी खुली हुई भी है, और इसका फायदा मैं हमेशा उसको उसकी बॉडी पर छू कर लेता रहता हूं। फिर एक दिन इसी खुलेपन का फायदा मुझे मिला, और मैंने अपनी साली की कुंवारी चूत का आनंद उठाया। चलिए बताता हूं सब कैसे हुआ।

हमारे शहर में मेला लगा हुआ था, और वहां पर बहुत सारी एक्टिविटीज करने के लिए थे। वहां पर वाटरपार्क भी बना हुआ था। एक दिन मेरी बीवी ने मुझसे कहा कि हमें भी वहां जाके आना चाहिए। मैंने उसको हां बोल दिया, और उसने तभी मेरी साली डिंपल को भी साथ चलने के लिए फोन पर बोल दिया। डिंपल ने भी हां बोल दिया, और उसके साथ जाने की खबर सुन कर मैं बहुत खुश हो गया।

फिर डिंपल हमारे घर आ गई। उसने सफेद रंग का टॉप और नीले रंग की जींस पहनी थी। उसकी जींस इतनी टाइट थी कि पीछे से उसकी गांड, आगे से उसकी चूत, और नीचे से उसकी सेक्सी जांघों का आकार साफ समझ में आ रहा था। उसके सेक्सी फिगर को देखते ही मेरे लंड में अकड़न सी आने लगी। लेकिन मैंने खुद पर नियंत्रण किया।

मेरी बीवी भी तैयार हो चुकी थी, और हम सब मेले में जाने के लिए तैयार थे। तभी अचानक मेरी बीवी को उसकी सहेली का फोन आया कि उसके पिता जी का देहांत हो गया था। अब मेरी बीवी को वहां जाना पड़ना था। ये सुन कर मेरी साली मायूस हो गई। पर मेरी बीवी ने कहा-

बीवी: तुम लोग ऐसा करो, मुझे उसके घर छोड़ कर मेले में चले जाओ।

ये सुन कर साली खुश हो गई, और मेरे मन में भी लड्डू फूटने लगे, कि साली के साथ अकेले जाने का मौका मिलेगा। फिर बीवी को छोड़ने के बाद हम दोनों मेले में पहुंचे। वहां जाते ही डिंपल ने कहा कि उसको वाटरपार्क में जाना था। हम वहां गए, और टिकटें ली। उन्होंने हमने स्विम सूट दे दिए।

जैसे ही मेरी साली स्विम सूट पहन के आई, मैं तो उसको देखता ही रह गया। लाल रंग के स्विम सूट में वो लाल परी लग रही थी। उसको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। मैंने भी सिर्फ स्विम सूट पहना था, जो काफी टाइट होता है। उसमें से मेरे लंड का उभार साफ नज़र आ रहा था। मेरी साली की भी नज़र मेरे लंड पर पड़ी, पर उसने अनदेखा कर दिया।

फिर हम दोनों पूल में उतरे। उसको तैरना नहीं आता था, और पूल का पानी गहरा था, तो वो मुझे पकड़ कर तैरने लगी। मौके का फायदा लेते हुए मैं बार-बार उससे चिपक कर उसको अपने लंड का स्पर्श करवाता। उसकी गांड इतनी मुलायम थी, की क्या ही बताऊं। ऐसा लग रहा था किसी सॉफ्ट गद्दे में लंड दबा रहा होऊं। कुछ देर ऐसा ही चलता रहा।

जब मेरी साली ने बार-बार लंड टच करवाने पर कोई ऐतराज नहीं किया, तो मैंने और आगे बढ़ने का सोचा। मैं उसको पूल के किनारे पर ले गया, और पीछे से पकड़ कर लंड को गांड पर घिसाने लगा। लेकिन इस बार कुछ ऐसा हुआ, जो मैंने सोचा नहीं था।

जब मैंने लंड गांड पर घिसाया, तो उसने अपना हाथ पीछे ला कर मेरे लंड पर रखा, और पीछे देख कर बोली-

डिंपल: जीजू अंदर ही घुसा दोगे क्या?

ये सुन कर मैं थोड़ा घबरा गया, लेकिन फिर मैंने हिम्मत करके बोला-

मैं: अगर तुम्हें कोई दिक्कत नहीं है तो जरूर घुसाऊंगा।

वो मुस्कुराई और बोली: मैंने कब मना किया आपको?

और ये बोल कर उसने अपना मुंह फिर से आगे कर लिया।

मैं समझ गया था कि अब उसकी तरफ से मुझे हरी झंडी थी। फिर मैंने जरा भी टाइम वेस्ट नहीं किया, और अपना कच्छा नीचे करके अपना लंड बाहर निकाल लिया। हम लोग एक कोने पर थे, तो किसी को कुछ पता चलने वाला नहीं था।

फिर मैंने अपनी साली की कच्छी नीचे की, और उसकी चूत को मसलने लगा। वो आह आह करने लग गई। फिर मैंने उसको थोड़ा झुकाया, जिससे उसकी गांड पीछे की तरफ हो गई। उसके बाद मैंने अपना लंड उसकी चूत पर सेट किया, और जोर का धक्का मारा।

पहले धक्के में मेरे लंड का टोपा उसकी चूत फाड़ कर अंदर घुस गया। उसकी चूत से खून निकल कर पानी में ऊपर की तरफ बहने लगा, और पानी में घुल गया। फिर मैं धक्के पे धक्का मारता गया, और कुछ धक्कों में मेरा पूरा लौड़ा उसकी चूत में समा गया।

डीजे की आवाज इतनी ऊंची थी, कि अगर वो जोर से आवाज भी निकालती, तो किसी को पता नहीं चलता। अब मैंने उसके कंधों पर अपने हाथ रख लिए, और तेज़ी से लंड अंदर-बाहर करके उसकी टाइट चूत की चुदाई करने लगा।

दोस्तों एक तो खुले में चुदाई का मजा, ऊपर से जिसकी चुदाई कर रहे हो वो आपकी साली, ऊपर से उसकी चूत कुंवारी, आपको स्वर्ग का अनुभव तो होगा ही। ऐसा ही कुछ मेरे साथ हुआ था।

लगभग 10 मिनट मैंने उसकी चूत की चुदाई की, और फिर लंड बाहर निकाल लिया। उसकी चूत का पानी निकल कर पूल के पानी में बहने लगा। मेरा भी पानी निकल गया। फिर हम दोनों बाहर आ गए। उसके बाद हमनें गाड़ी में भी चुदाई की, लेकिन वो कहानी मैं तभी बताऊंगा अगर मुझे अच्छा रिस्पॉन्स मिलेगा तो।

मेरी साली की चुदाई कहानी पढ़ कर आपको कैसा लगा, जरूर बताएं।