नासिक में मौसी की बेटी की सील तोड़ी-1

दोस्तों नमस्कार। आप सब को मेरी ही कहानी का इंतजार रहता है। क्योंकि मेरी कहानी आपको ओरिजनल फील देती हैं उसके लिए आप सब ने जो मेल किये उसके लिए तहे दिल से बहुत-बहुत धन्यवाद। आइए आपको आज हम एक नई घटना के बारे में बताने वाले हैं। ध्यान से सब छोड़ के इत्मिनान से पढ़िये और डूब जाइये मेरी कहानी में।

दोस्तों ये तब की बात है, जब मेरे रेलवे के पेपर लगे हुए थे। मेरा सेंटर नासिक गया हुआ था। नासिक काफी अच्छी जगह है, जो गये होंगे उन्हें पता भी होगा। वहां का मौसम ना ज्यादा ठंड ना ज्यादा गर्म वाला था।

वैसे मेरा कोई सगा नहीं नासिक में, बस दूर की एक मौसी रहती थी। पर उनकी भी डेथ हो गई थी 2 साल पहले। उनकी एक बेटी और एक बेटा थे, जिनकी देखभाल के लिए मौसा ने फिर से शादी कर ली थी मौसी के गुजरने के डेढ़ साल के बाद। मेरी जान-पहचान बस मौसी से ही ज्यादा थी, और उनके बच्चों से, जो कि हमसे बात करते थे अक्सर।

नई वाली मौसी‌ तो मेरे लिए पराई थी, तो मैं कभी उनसे बात नहीं की। बस कभी-कभी मौसा से होती थी। वो भी एक कम्पनी में सुपरवाइजर थे, तो ज्यादातर बिजी ही रहते थे। इसलिए बच्चों को ज्यादा समय दे नहीं पाते थे। बच्चे प्यार के भूखे थे। सगी मां जैसा प्यार सौतेली मां से मिल नहीं पा रहा था। पर पैसे की कोई तकलीफ नहीं थी, इसलिए सब ठीक ही चल रहा था।

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