मेरी खूबसूरत पत्नी को अकेले रहना पसंद नहीं-7

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दर्ज़ी: अंजली बेगम, 33 साल से चुदाई कर रहा हूं। शादी के पहले सिर्फ़ रंडियों को चोदता था। लेकिन शादी के बाद 30 साल तक सिर्फ़ अपनी चार बेगम को ही चोदता रहा। लेकिन बेगम, आपके जैसा और कोई नहीं। लेकिन बेगम एक बार में मन नहीं भरा।

अंजली: अभी कुछ ही देर बाद माया आयेगी। उसके आने के पहले चले जाओ। अगले संडे को दोपहर 2 बजे ट्रायल के लिए आओगे तब आगे का सोचेंगे। आज हम कपड़े ख़रीद कर तुम्हें दे देंगे।

दर्ज़ी ने होंठों को चूमा।

दर्ज़ी: बेगम आपने अपना पूरा नाप दे दिया। मेरे लंड की मोटाई आपकी इस प्यारी गुफा के लिए फ़िट है। रविवार को भी मुझे इस गुफा से ख़ज़ाना निकालना है।

अंजली: मैं तो गुफा का दरवाज़ा खोल दूंगी, लेकिन सोच लो मेरे पति आनंद साहब घर में रहेंगे।

दर्ज़ी कपड़े पहनने लगा, और अंजली नंगी बैठ कर देखती रही। दर्ज़ी झुका और बुर को एक बार चूम कर बाहर चला गया।

“इस दर्ज़ी ने ज़रूर बढ़िया चोदा लेकिन बल्लू और बढ़िया चोद सकता है।”

अंजली को ना बल्लू से चुदवाने की शर्म थी ना ही दर्ज़ी से चुदवाया उसका ही शर्म। थोड़ी दी देर बाद माया घर में घुसी, और अंजली को देख कर चिल्लाई।

माया: रंडी, तुमने एक शरीफ़ आदमी को बर्बाद कर ही दिया।

अंजली: तुमने ही तो कहा था कि मैं उसे बहकाने की कोशिश करूं। बहकाने के चक्कर में हरामी ने चोद ही लिया। लेकिन माया कोई खास मज़ा नहीं आया। कपड़े पहन लूं?

माया ने भी अपने सारे कपड़े उतार दिए।

माया: साहब के आने तक हम ऐसे ही रहेंगे।

माया ने एक घंटे में सारा काम ख़त्म किया। उसने अंजली को वहीं फ़्लोर पर लिटाया। आगे से, पीछे से अंजली के अंग-अंग को चाटा और दबाया। आख़िर में माया ने अंजली की बुर को अंदर से बाहर से खूब चूसा खूब चाटा। अंजली मस्त हो गई और झड़ गई।

अंजली: अब मुझे अपनी बुर का स्वाद लेने दे।

माया ने नहीं रोका। अंजली ने अंगुलियों से चोदते हुए माया की बुर को भी खूब चूसा। अंजली बुर को चूस ही रही थी, कि दरवाज़े पर नॉक हुआ। दोनों में से कोई नहीं उठी।

माया: अंजली दरवाज़ा खोलो।

अंजली उठी, दरवाज़ा खोला, और फिर तुरंत आकर माया की बुर को चूसने लगी। आनंद ने कुछ कहा नहीं। वो भी नंगा हुआ, और अंजली के पीछे आया। उसके चूत्तड़ को पकड़ कर कुतिया के पोज में किया और घरवाली को चोदने लगा। जब अंजली को लगा कि लंड उसकी बुर में पूरा टाइट था, तो वो झटक कर अलग हो गई।

अंजली: मुझे रोज़ चोदते हो, इस आग की भट्टी को ठंडा करो।

माया ने कोई नख़रा नहीं किया। पत्नी के सामने माया के चोदने लगा। अंजली को ही नहीं माया को भी आश्चर्य हुआ कि ये चिकना दिखने वाला साहब इतना बढ़िया चोद सकता था।

अंजली: माया, इस हरामी को देखो, तीन साल से मुझे चोद रहा है। कभी 20 मिनट से ज़्यादा नहीं चोदा और अभी देख तेरी बुर में इस मादरचोद का लंड फस गया है।

माया: नज़र मत लगा रंडी। बहुत मज़ा आ रहा है आनंद। अपना ही माल समझ कर चोदो।

ये दोनों चूदाई करते रहे और अंजली किचन में चली गई। कुछ देर बाद तीन ग्लास में गर्म चाकलेट ड्रिंक लेकर आई। आख़िरकार करीब 45 मिनट बाद आनंद ने माया की बुर को रस से भर दिया।

माया: उफ़ साहब। आप से पहले 32 लंड इस बुर में घुसे है लेकिन पहले कोई भी 15 मिनट से ज़्यादा नहीं चोद पाया। बहुत मस्त किया साहब आपने।

आनंद ने उसे खूब चूमा।

आनंद: साहब नहीं, आज से अभी से हम तीनों दोस्त हैं।

माया: आप दोनों बहुत ही बढ़िया इंसान है।

ना माया ने ही ज़िक्र किया ना ही आनंद ने पूछा कि दर्ज़ी आया था कि नहीं। सभी चॉकलेट पीने लगे।

अंजली: सलमान दर्ज़ी आया था। सारा नाप लेकर गया है। जब मैंने कपड़े के बारे में कहा तो उसने कहा कि वो ख़ुद सारे कपड़े ख़रीद कर सिलाई करेगा। रविवार को ट्रायल लेने आयेगा।

अंजली ने इतने आराम से कहा कि अगर अंजली ने माया को नहीं बता दिया होता तो उसे संदेह भी नहीं होता कि अंजली ने दर्ज़ी से चुदवाया था। माया भी नहीं जानती थी कि सुबह में माली बल्लू भी चोद कर गया था।

अंजली अपनी नई ज़िंदगी से खुश थी। उसे अब बुड्ढे केडिया का इंतज़ार था। एक ही दिन में उसने 35 साल के जवान माली बल्लू और 52 साल के दर्ज़ी सलमान से चुदवाया।

दोनों से चुदवाने के बाद उसे लगा कि अगर बल्लू सलमान की तरह चोदता तो उसे पूरा मज़ा आता। अब उसे बुड्ढे केडिया का इंतज़ार था। माया ने घर में घुसते ही समझ लिया कि अंजली ने चुदवाया है। अंजली ने दर्ज़ी के साथ की चुदाई की सारी बात बताई, लेकिन यह नहीं बतलाया कि सुबह उसने बल्लू से भी चुदवाया था। अंजली तब भी नंगी थी। वो माया के साथ लेस्बियन का खेल खेल रही थी कि आनंद भी आ गया। उसने पहले अंजली को और बाद में माया को चोदा। माया को आनंद के साथ की लंबी चुदाई बहुत ही ज़्यादा पसंद आई।

माया: दीदी, मैं तो यही समझती थी कि आनंद जैसे चिकने आदमी चुदाई के मामले में बेकार ही होते हैं। लेकिन अपने बेटों की कसम आनंद, आपने मेरा बूर और दिल दोनों को बिल्कुल ठंडा कर दिया। अब आप जब चाहो, सुबह शाम मुझे चोद सकते हो। मेरा भाई, आपका चपरासी प्रकाश भी आपकी घरवाली को चोदना चाहता है और केडिया, जो बुड्ढा सुबह घर आया था वो ख़ुद तो चोद नहीं सकता है दीदी से नंगा नाच करवायेगा और अपने सामने अपने नौकरों से चुदवायेगा। आपका माली बल्लू भी केडिया के लिए चुदाई करता है, और उसका दूसरा नौकर देखने में आदमी है, लेकिन उसका लंड घोड़े के लंड जैसा मोटा और लंबा है।

माया अपने एक-एक हाथ से आनंद के लंड और अंजली की बूर को सहला रही थी।

माया: ये भीमा तीन महीने पहले ही आया हैं। मैं तो यह समझती थी कि वो भी दूसरे नौकरों की तरह अपने मालिक को खुश करने के लिए मालिक के सामने औरतों को चोदता है। लेकिन आज ही एक औरत ने, जिसकी मैं दलाली करती हूं, उसने बताया कि भीमा रुपया लेकर चुदाई की भूखी औरतों को भी चोदता है। उस औरत ने उसे दस हज़ार देकर चुदवाया।

अंजली: उस रंडी को चुदाई में कुछ मज़ा भी आया कि नहीं?

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