मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-44

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अमित को चूदाई के साथ-साथ रत्ना के बोलने का तरीक़ा बहुत पसंद आ रहा था।

अमित: तुम्हारी बेटियों ने ज़रूर तुम्हें धंधा करने के लिए ही कहा होगा। क्या वे भी धंधा करने लगी है?

रत्ना के चेहरे को देख कर ही लग रहा था कि वो बहुत खुश थी।

रत्ना: अपनी कसम, मुझे नहीं मालूम, लेकिन उनके चलने के तरीक़े और बॉडी लैंग्वेज से लगता है कि दोनों अभी कुंवारी है। उन्होंने कहा कि जब बाबू जी ने दूसरों के साथ चुदवाने की परमीशन दे ही दी है, तो फिर दूसरी औरतों जैसा चुदाई के साथ साथ कमाई भी करो। मैंने बदनामी की बात की तो उन्होंने कहा कि यहां कि 100 में से 90 औरतें स्टूडेंट्स के साथ चुदवा कर रुपया कमाती है, और शान से रहती है। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि दूसरों की तरह 3-4 हज़ार के लिए ना चुदवाऊं।

रत्ना: उन्होंने ये भी कहा कि दूसरी औरतों की तरह 2 घंटा नहीं पूरी रात स्टूडेंट्स के साथ रहुंगी तो वे ज़्यादा खुश होंगे, और मुझे ज़्यादा क़ीमत देंगे। मेरा पहला स्टूडेंट् राजीव था। वो इतना खुश हुआ कि दस हज़ार के बदले उसने पंद्रह हज़ार दिया और लगातार 11 रात मुझे अपने साथ सुलाया।

रत्ना: मैंने ही उसे समझाया कि लगातार एक ही औरत को चोदेगा, तो दोनों का एक दूसरे से इंटरेस्ट ख़त्म हो जायेगा। 11 रात में ही मैंने सवा लाख कमाया। 5 रात मैंने घर में ही आराम किया। फिर ललन ने कहा कि आसिफ़ मुझे 15 हज़ार देगा। लेकिन अमित, आसिफ़ मौगा है। पूरी रात उसके साथ रही, लेकिन बेचारा एक धक्का भी नहीं मार पाया। फिर तीन दिन पहले संगीता ने तुम्हारे बारे में बताया। लेकिन तुम यहां थे ही नहीं। विनोद ने बढ़िया चोदा लेकिन तुम्हारे जैसा और कोई नहीं हो सकता।

अमित: लेकिन मैं एक पैसा भी नहीं दूंगा।

रत्ना ने ज़ोर से चूत्तड़ को उचकाया।

रत्ना: तुम बोलो, मैं तुमसे रोज़ चुदवाना चाहती हूं मुझे कितना देना पड़ेगा?

अमित ने धक्का मारना बंद कर उसे बेतहाशा चूमा। अपनी बाहों में बांध कर इतना दबाया कि रत्ना “बाप रे मर गई” बार-बार बोलती रही।

अमित: रत्ना रानी, तुम्हारी जैसी प्यारी औरतें कभी-कभी ही पैदा होती है। आज रात कोई दूसरी आयेगी लेकिन कल रात 11 बजे मैं तुम्हारा इंतज़ार करूंगा। बहुत ही मस्त माल हो रानी। लेकिन आज जी भर कर तुम्हें प्यार नहीं कर पाऊंगा। कोई देखेगा तो बहुत बदनामी होगी।

रत्ना: मेरा होने वाला है, जल्दी-जल्दी धक्के मारो।

जितनी तेज़ी और पावर से अमित धक्का मार सकता था, अमित ने मारा, और रत्ना झड़ गई, पस्त हो गई।

रत्ना: 25 साल में सात-आठ हज़ार बार तो चुदवाया ही होगा। लेकिन आज पहली बार मालूम हुआ कि असल चूदाई क्या होती है। थैंक्यू अमित, थैंक्यू वैरी मच।

दोनों बेड से उतरे। रत्ना बुर्का पहनने लगी।

रत्ना: लड़की और लड़का दोनों सबसे पहले रोड पर कुत्ता-कुतिया की चूदाई ही देखते हैं। और क़रीब-क़रीब सभी चाहती है कि उनका मर्द भी कुत्ते जैसा बुर को चाटे और कुत्ते जैसी ही लम्बी चूदाई करे। 100 में 4-5 मर्द ही ऐसे होंगे जो 15 मिनट से ज़्यादा बुर में टाइट रह सकते है। फिर अगर किसी लड़की ने गधे या घोड़े का लंड देख लिया, तब वो भगवान से प्रार्थना करने लगती है कि उसे भी कोई ऐसा मर्द मिले जिसका लंड घोड़ा के लंड जैसा लंबा हो।

रत्ना: मैं बहुत ही क़िस्मत वाली हूं कि मुझे एक ऐसे आदमी ने चोदा जिसका लंड तो घोड़ा के लंड जैसा लंबा और मोटा है ही, और वो कुत्ते जैसा चोदता भी है। अमित, अगर अब तक अपनी मां को नहीं चोदा है, तो उसे ये लंड दिखाओ, वो ख़ुद तुमसे चुदवायेगी।

एक और औरत ने मां को चोदने के लिए उकसाया। 1:45 हो गये थे। दरवाज़ा पर नॉक हुआ। मैंने टॉवेल लपेट कर दरवाज़ा खोला। दोनों विनोद और ललन साथ खड़े थे।

रत्ना: अमित, कल की पूरी रात मेरे लिए ही रिज़र्व रखना। चलो ललन, लेट हो रहा है।

दोनों आंखों से ओझल हो गये।

अमित: विनोद, रेखा और मेरी मां को चोदना है तो रुपया निकाल कर रखना। आज रात दोनों को रुम में लाने की कोशिश करूंगा। लेकिन यह बात अगर किसी तीसरे को खबर हुई तो तुम मारे जाओगे।

अमित अपने रुम में आ गया और दरवाज़ा बंद कर दोनों संपा और रत्ना के बारे में सोचने लगा।

संपा हेल्दी औरत थी, उसकी जवानी बहुत ही गदराई हुई थी। किसी भी आदमी को, नामर्द के लंड को भी एक बार तो टाइट कर ही देती। बहुत ही चमकदार, प्यारा रंग था। बहुत ही बढ़िया माल थी।

रत्ना ने कहा कि उसकी जवान बेटी था, जवान बेटा था, 25 साल पहले शादी हुई। लेकिन किसी भी एंगल से 30-32 साल से ज़्यादा की नहीं लगती थी। रेखा की ही तरह स्लिम-ट्रिम फीचर था। रेखा की चेहरे की ख़ूबसूरती सबसे बढ़िया थी, लेकिन अमित ने तब तक जितनी भी माल को नंगा किया था, रत्ना की फिगर सबसे आकर्षक थी। 36 इंच की चूचियां, 26 इंच की कमर, और 36 इंच के चूत्तड़ रत्ना को लाखों रुपया का माल बनाते थे।

अमित को होटल की औरतों और लड़कियों की याद आ गई। अमित ने बहुत कोशिश की लेकिन उसने यही फ़ैसला किया की रत्ना जैसी आकर्षक बदन वाली माल और कोई नहीं थी। अचानक उसके दिमाग़ में आया कि अगर रत्ना को लाला से मिलवा दें तो लाला इसे क्या क़ीमत देगा!

अमित तैयार हुआ और कैंटीन ना जा कर सात बजे के पहले रेखा के घर पहुंच गया। अरविंद ने दरवाज़ा खोला और अमित घर के अंदर घुसा तो देखा कि दोनों रेखा और इंदिरा बेड पर नंगी सोई हुई थी। अमित को समझते देर नहीं लगी कि रात में अरविंद ने उसकी मां को चोद लिया था। अमित ने अरविंद से कुछ नहीं कहा। एक-एक हाथ से दोनों की बुर को ज़ोर से मसला। इतने ज़ोर से मसल रहा था कि दोनों उठ कर बैठ गई।

अमित: रंडियों, आज रात ग्यारह-साढ़े ग्यारह बजे तुम दोनों को मेरे रुम में आना है। अगर नहीं आई तो समझ लेना कि तुम दोनों के लिए अमित मर गया है। अरविंद सर, दोनो रंडियों को मेरे रुम में भेजना आपका काम है।

दोनों की बूर को बेदर्दी से मसल कर अमित बाहर निकल गया। कैंटीन में जाकर जो भी मिला वो खा लिया और दिन भर क्लास किया। क्लासेज़ ख़त्म हुए और अमित अपने रुम में ना जाकर बॉयलौजी की टीचर गार्गी के घर पहुंच गया। कुछ देर बाद दोनों गार्गी और रचना साथ आये। अमित को अचानक सामने देख कर दोनों घबरा गये।

गार्गी: तुम अभी यहां! रात में 11 बजे के बाद आना।

अमित: मुझे तुम दोनों से बहुत ज़रूरी काम है। यहां बाहर में सीन मत क्रिएट करो, चलो अंदर।

मन ही मन खुश होते हुए गार्गी ने दरवाज़ा खोला। तीनों अंदर घुसे।

अमित: मुझे आज ही मालूम हुआ कि तुम दोनों आपस में सेक्स करती हो। मैं देखना चाहता हूं कि तुम दोनों एक-दूसरे को कैसे चोदती हो।

रचना सिर्फ़ गार्गी के साथ ही नहीं कई और औरतों के साथ सेक्स करती थी। पचासों बार औरत के सामने नंगी हो चुकी थी। उसने पिछले ही दिन अमित को चैलेंज दिया था कि वो शनिवार तक उसे चोद लें लेकिन अमित को सामने देख कर उसकी धड़कन बहुत ही तेज हो गई थी। लेकिन गार्गी बहुत खुश थी कि बिन बुलाए ही अमित फिर से उसे चोदने आ गया।

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