पड़ोस की भाभी संग रंगरलियां-1

यह कहानी पड़ोस की तलाकशुदा भाभी को पटा कर चुदाई की सच्ची घटना पर आधारित है। जिसमें उनके पति ने उन्हें किसी कारण से तलाक दे दिया था, और वो चुदाई के लिए बहुत प्यासी थी तो मैंने उनकी प्यास बुझाई।

सभी दोस्तों को मेरा नमस्कार। मेरा नाम अभिषेक है, और मैं 22 साल का, 5 फुट 7 इंच का लड़का हूं। मैं देखने में अच्छा हूं, शायद इसीलिए मैंने ऑनलाइन बहुत सी लड़कियां पटा ली हैं। मैं अभी लखनऊ शहर में रहता हूं। मेरे लंड का साइज लगभग 6 इंच है।

मैं हमेशा से ही बहुत चुदाई करना चाहता था। पर मेरी किस्मत ने ज्यादा साथ नहीं दिया, तो मैं 20 साल तक वर्जिन ही रहा हूं।

पर बाद में मेरी किस्मत थोड़ा चमक गई, और जब मैं लखनऊ पढ़ाई करने के लिए आया, तो जिस होस्टल में रुका‌ था, उसके सामने के घर में एक भाभी मुझसे सेट हो गई और चुदवाने लगी।

अब मैं आपको भाभी के बारे में कुछ बताता हूं, तांकि आपको उनको अपने ख्यालों में लाना आसान हो जाए‌।

भाभी का नाम आयशा है। आयशा की उम्र लगभग 23 साल है। वो यहां अपने मायके में रहती है। वो देखने में भी काफी अच्छी हैं। उनका फिगर 35-33-38 का है, और वो बहुत ही गोरी हैं।

तो अब कहानी पर आते हैं। जब मैं 2nd ईयर में था, तब एक दिन कॉलेज से वापस आकर मैं अपने रूम जोकि 1st फ्लोर पर है, के बाहर बालकनी में दोस्त के साथ बैठ कर गेम खेल रहा था। वो भाभी अपनी बड़ी बहन (सबीना) के साथ अपने द्वार पर बैठी आपस में बात कर रही थी। तभी अचानक मैं जिस कुर्सी पर बैठा था वो टूट गई, और मैं वही गिर गया। कुर्सी टूटने की आवाज़ सुन कर वो हमारी तरफ देखने लगी।

मुझे गिरा हुआ देख कर दोनो बहने हंसने लगी, जिससे मुझे कुछ असहज महसूस हुआ। पर मैं तुरंत अपने कमरे से दूसरी कुर्सी निकाल कर फिर वही बैठ कर गेम खेलने लगा। पर अब मेरा मन गेम खेलने से ज्यादा उन पर ही था। अभी भी मेरी नज़रे उनकी नज़रों से मिलते ही वो हंसने लगती थी।

तभी मैंने उन्हें देखते-देखते आंख मार दी। फिर उन्होंने भी अपनी भौहों को ऊपर करके इशारा किया। फिर मैंने भी अपनी भौहों को उठा कर इशारा किया। फिर वो हंस दी।

फिर मैंने सोचा बात आगे भी बढ़ सकती थी, तो मैंने उन्हें अपना नंबर देने की सोची। पर उस वक्त वहां पर बहुत से लोग थे, तो मैंने सही समय का इंतजार करना ठीक समझा।

फिर दूसरे दिन जब मैं कॉलेज जाने लगा, तो वो अपने दरवाजे पर खड़ी होकर मुझे ही देख रही थी। तो मैंने वापस अपने कमरे में आकर, एक कागज पर नंबर लिख कर, उसे पेन के अंदर रख कर, उनके सामने फेंक दिया। वो पेन उन्होंने उठा लिया, और मैं कॉलेज चला गया।

जब मैं कॉलेज से वापस आया तो फिरसे वो मुझे दरवाजे पर बैठ कर मेरा इंतजार करते हुए दिखी।

जब उन्होंने मुझे देखा तो वो मुस्कुराने लगी। उन्हें एक स्माइल पास करते हुए मैं अपने रूम में चला गया। कुछ देर बाद उनका कॉल आया जो कि उन्होंने अपनी बहन के फोन से किया था। तो दोनों साथ में बात कर रही थी। दोनों ने मुझसे कुछ देर बात की, और अपने बारे में बताया, और कहा तुम बहुत अच्छे लगते हो। उन्हें मुझसे प्यार हो गया था।

तो जवाब में मैंने भी कहा: आप भी बहुत अच्छी लगती हो।

तो उन्होंने पूछा: क्या तुम मुझसे प्यार कर सकते हो?

तो मैंने कहा: हां हम बात कर सकते है।

तो उन्होंने कहा: नहीं मुझे प्यार चाहिए।

फिर मैंने कहा: हां वो भी कर सकता हूं।

इसी तरह हमारी 4-5 दिन तक बात होती रही, और वो जब भी मुझे देखती तो मुस्कुराने लगती। तो मुझे थोड़ा डर लगने लगी कि कही किसी को हम पर शक ना हो जाए। फिर ये बात मैंने उन्हें समझाई।

फिर उन्होंने मिलने के बारे में पूछा तो मैंने कहा: मैं अपने रूम में अकेला ही रहता हूं, तुम रात में सब के सोने के बाद आ जाना।

चूंकि मेरे रूम के सामने खाली जगह है, और मेरा रूम सीढ़ियों के ठीक बगल में ही है, तो किसी को पता नहीं चलेगा। और मेरे होस्टल में ग्राउंड फ्लोर पर कोई नहीं रहता, तो तुम्हें आने में कोई प्राब्लम नहीं होगी।

मैंने उन्हें अपनी चूड़ियां और पायल घर पर उतार कर रख के आने को कहा। उन्होंने इसका कारण पूछा तो मैंने कहा उससे उनके आने-जाने पर आवाज होगी, तो बगल वाले कमरों के लड़को को शक हो जायेगा। उन्होंने मेरी बात मान ली।

फिर रात में 1 बजे मुझे उनका कॉल आया। मैंने अपने होस्टल में चेक करके बताया कि सब सो गए थे, और वो आ जाए, मैं दरवाजा खोलने नीचे जा रहा था। फिर जैसे ही वो मेरे होस्टल में आई, मैंने मेन गेट बंद किया, और वहीं पर उन्हें किस करने लगा। वो भी मुझे चूमने लगी। मैंने वहीं खड़े-खड़े 10 मिनट तक उनके होठों के रस को चूसा।

फिर वो मुझसे अलग होकर बोली: यही सब कुछ करोगे, या कमरे में भी चलोगे?

तो मैं तुरंत उन्हें गोदी में उठा कर अपने कमरे में ले आया और अपना दरवाजा भी बंद कर लिया। फिर कमरे में नाइट बल्ब जला लिया, जिससे हल्की-हल्की रोशनी हो गई।

मैंने उनसे कहा: ज्यादा आवाज मत करना, वरना दोनों के लिए मुसीबत हो जायेगी।

तो उन्होंने मुझे किस किया और कहा: तुम चिंता मत करो मेरे राजा। ऐसा कुछ भी नहीं होगा।

फिर मैं उन्हें बिस्तर पर लिटा कर उनके होठों का रस-पान करने लगा, और अपने दोनों हाथों से उनकी दोनों चूचियों को दबाने लगा।

वो भी मेरा पूरा साथ दे रही थी।

कुछ देर बाद मैंने उनकी सलवार का नाड़ा खोल कर अपना एक हाथ उसमें डाल दिया, और उनकी चूत को सहलाने लगा, जिस पर एक भी बाल नहीं था, और बहुत ही चिकनी थी। साथ ही सूट के ऊपर से ही उनके दूध को मुंह में लेकर काटने लगा। वो सिसकारियां लेने लगी आह आह आई।

फिर मैंने उनके सूट को निकाला तो देखा उन्होंने ब्रा नहीं पहनी थी, तो सूट उतरते ही उनकी दोनो चूचियों के दर्शन हो गए। आयशा भाभी की चूचियां बहुत ही गोरी थी, और मैं उन पर किसी भूखे शेर की तरह टूट पड़ा। एक हाथ से एक चूची को दबाता, और दूसरी को मुंह में लेकर बारी-बारी से चूसता।

कुछ ही देर में अपने पैरों की सहायता से मैंने उनकी सलवार भी निकाल दी। उन्होंने अपनी पैंटी भी नहीं पहनी हुई थी। फिर मैं उनके चूचियों और पेट को चूमते हुए नीचे चूत तक पहूंच गया। मैंने उनकी चूत देखी जो देखने काफी मस्त लग रही थी। पहले मैंने अपनी दोनों उंगलियों से चूत को फैला कर देखा, जो अंदर से एक-दम गुलाबी थी।

मैंने अपनी दोनों उंगलियां उनकी चूत में डाल दी, तो वो तुरंत चिहुक उठी। तो मैंने उनके मुंह की तरफ देख कर चुप रहने का इशारा किया, तो उन्होंने मुझे डांटा कि आराम से करो। फिर मैं उनकी चूत में अपनी उंगलियां चलाने लगा, जिससे वो बहुत ही गर्म हो गई और कहा-

भाभी: मुझसे रहा नहीं जा रहा, अब जल्दी करो मेरी जान।

मैंने बिना कुछ बोले ही उनकी चूत से उंगलियां निकाल कर अपना मुंह उनकी चूत पर रख दिया, और अपनी जीभ से उनकी चूत की चुदाई करने लगा। इसके कारण वो बहुत तेज़-तेज़ सिसकारियां लेने लगी। तो मैंने उठ कर उनके मुंह पे उनका ही सूट लगा दिया, और फिर से अपने काम पर लगा गया। वो अपने पैरों से मेरे सर को दबाने लगी और कहने लगी-

भाभी: बाबू आराम से करो।

फिर मैं अपनी लोवर उतार नंगा हो गया और उनके ऊपर 69 की पोजीशन में लेट गया। वो तुरंत ही मेरा लंड जो बहुत ही कड़क हो गया था, अपने मुंह में भर कर रंडियों की तरह चूसने लगी। 5-7 मिनट तक इसी पोजीशन में लंड और चूत चुसाई के बाद ही दोनों एक साथ झड़ गए।  मेरा पूरा पानी उनके मुंह में भर गया, जिसे उन्होंने गट-गट करके पूरा पी लिया, और मेरा लंड चूसना जारी रखा। इससे मेरा लंड झड़ने के बाद भी खड़ा ही रहा।

उनकी चूत से पानी निकलने की वजह से वो भी बहुत गीली हो गई। तो मैं उनकी चूत में अपनी दो उंगलियां डाल कर चुदाई करने लगा। जैसे ही मेरा लंड कड़क हुआ, मैंने पोजीशन बदली, और मैंने बेड से नीचे उतर कर उन्हें अपनी ओर खींचा।

उनकी कमर के नीचे तकिया लगा कर उनके पैरों को अपने कंधे पर रखा, और अपना लंड उनकी चूत पर सेट किया। मैंने झुक कर उनके मुंह पर अपना मुंह रखा और लिप लॉक कर दिया, और जोरदार शॉट मारा। इससे मेरा आधे से ज्यादा लंड उनकी चूत में चला गया।

वो झटपटाने लगी, तो मैंने उन्हें कस कर पकड़ लिया, और थोड़ा रुक कर फिरसे एक शॉट मारा।

चूत गीली होने की वजह से दो बार में ही उनकी चूत में मेरा पूरा लंड समा गया। वो अभी भी छुड़ाने की कोशिश कर रही थी। तो मैंने उनके शांत होने का इंतजार किया। 2 मिनट बाद ही वो शांत हो गई, तो मैं सीधा होकर अपना लंड अन्दर बाहर करने लगा।

जब मैं ऊपर उठा तो मैंने देखा उनकी आंखो में पानी आ गया था। पूछने पर बताया कि मेरा लंड उनके पति से बड़ा था। बहुत दिनों से वो भी उन्होंने नहीं लिया था, जिसकी वजह से चूत थोड़ी टाइट हो गईं थी।

मैं फिर ऐसे ही 10 मिनट तक उनकी चुदाई करता रहा। चूंकि ये मेरी पहली चुदाई थी। तो मुझे ज्यादा पोजीशनों के बारे में पता नहीं था। जितनी चीज़ें भी सीखी थी, सब वीडियो देख कर या फिर इस वेबसाइट पर कहानियां पढ़ कर ही सीखी थी।

इसके आगे की कहानी अगले पार्ट में।

अगला भाग पढ़े:- पड़ोस की भाभी संग रंगरलियां-2