मां को चोदने के लिए लोगों ने उकसाया-47

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उन्होंने कदमों की आहट सुनी और दोनों ने फ़िर चेहरे को कवर कर लिया। रेखा की बात सुन कर अमित को बहुत ज़ोर का धक्का लगा। उसे अपनी गलती समझ आ गई। वो भूल गया था कि दो लाख की क्या क़ीमत है। उसे रेखा से कभी धंधा करने के लिए नहीं बोलना चाहिए था। लेकिन बहुत देर हो चुकी थी। रेखा ही नहीं उसकी अपनी मां भी उसके दोस्त के सामने नंगी थी। विनोद अंदर आया और दरवाज़े को अंदर से बंद कर दिया।

विनोद: रेखा रानी ये है 6 लाख। मैंने तुम्हें अपनी खास रंडी बनाने के लिए ये सारा रुपया निकाला था। दूसरी औरतों को हम ज़्यादा से ज़्यादा 5 हज़ार ही देते हैं। लेकिन अगर तुम वादा करो की तुम यहां किसी और से नहीं चुदवाओगी, तो आज की क़ीमत के अलावा हर महीना तुम्हें पांच लाख दूंगा। बदले में हर हफ़्ता एक रात मेरे साथ गुज़ारनी‌ होगा। एक रात तो आओगी ही, उसका पांच लाख हर महीना दूंगा ही, उसके अलावा जब भी आओगी हर रात कम से कम 25 हज़ार दूंगा। लेलो सारा रुपया। आज का 4 लाख और कल रात का दो लाख। तुम दोनों कल की पूरी रात भी मेरे साथ ही रहोगी।

विनोद ने किसी को हाथ भी नहीं लगाया था, लेकिन उसने रेखा को अपनी रखैल बनाने का ऑफ़र भी दे दिया।

विनोद: रानी, अब तो दोनों की क़ीमत दे दी है, अब चेहरा क्यों छिपा रही हो?

विनोद ने झटके से चेहरे के उपर से कवर हटा दिया।

इंदिरा: अब तो सब कुछ देख लिया। तुमने हमारी क़ीमत भी दे दी। अब ये सभी 6 लाख हमारे। अगर हमें तुम्हारी चूदाई भी पसंद आई तो ही हम कल रात फिर आयेंगे। अगर तुम हमें खुश नहीं कर पाये तो फिर हम ना ये रूपये वापस करेंगे, ना ही दुबारा यहां आयेंगे।

विनोद ने अमित के मां के गालों को सहलाते हुए तीन बार होंठों को चूमा। वैसा ही उसने रेखा को भा चूमा। दोनों की चूचियों को सहलाया।

विनोद: आंटी, अमित ने जब ये कहा कि रेखा उसकी मां जैसी ही लगती है तब मुझे विस्वास नहीं हुआ था। मुझे लगा था मानो वो मज़ाक कर रहा था। लेकिन सच ही आप दोनों बहनें ही लगती है। मैं बहुत ही ज़्यादा खुश हूं कि मुझे एक साथ दोनों खूबसूरत बहनों को प्यार करने का, उन्हें चोदने का मौक़ा मिल रहा है। सॉरी दोस्त (अमित), तुम्हारी मां मेरे सामने नंगी है। बहुत ही मस्त माल है यार। अभी तो मैं तुम्हारी मां को चोदूंगा ही।

विनोद: अगर तुम्हें पसंद नहीं है तो मेरे रुम में चले जाओ, इंदिरा आंटी, आप भी यहीं रह जाओ तो मैं आपको भी हर महीना 5 लाख और हर रात की चुदाई का अलग से 25 हज़ार दूंगा। ये रेखा तो मुझे जान से प्यारी है ही, आप भी मुझे बहुत पसंद आ गई है। रेखा, बेटे के सामने मां को चोदने में बहुत ही ज़्यादा, डबल मज़ा आयेगा, पहले आंटी को चोद लूं?

रेखा: कुत्ते का जब लंड टाईट होना शुरु होता है, तो सभी के सामने वो पहले अपनी मां की बूर में ही लंड पेलता है। तुम सब भी कुत्ते ही हो। क्या पता तुमने भी चूदाई की शुरुआत अपनी मां की बूर में ही लंड पेल कर की हो। लंड में दम भी है कि सिर्फ़ रुपये देकर ही औरत को नंगा करते हो? चिट्ठी में तो बहुत भाव मारते हो कि ऐसे चोदूंगा वैसे लंड चुसाऊंगा। अभी तक तो तुमने लंड दिखाया भी नहीं, तुम्हारे लंड में दम नहीं है तो कोई बात नहीं। जब तक तुम्हारा लंड टाईट नहीं होता है तब तक अपने दोस्त (अमित) से बोलो हमें चोदेगा। देखो उसका लंड कैसे पाजामा के नीचे से भी हमें डरा रहा है।

रेखा की बात पर अमित ने अपना पाजामा और कुर्ता निकाल दिया।

विनोद: अ अ अमित ये क्या है? अब समझ आया कि संगीता और रत्ना क्यों तुमसे इतना खुश रहती है। बाप रे कोई कैसे इस लंड को अपना बूर में लेती है?

अमित: तुम्हें, अभी दिखाता हूं।

रेखा ना ना, नहीं करती रही लेकिन अमित उसके उपर चढ़ा और एक मिनट के अंदर ही लंड को बूर में पेल दिया। थोड़ी देर रेखा अमित के पीठ पर मुक्के से मारती रही। लेकिन रेखा की बूर को अमित का लंड बहुत ही पसंद आ गया था। 5-7 मिनट ही गुजरे होंगे, और रेखा लाउड सिसकारी मारते हुए चुदाई का मज़ा लेती रही। अमित अपने तरीक़े से खूब जमा कर चोद रहा था। रेखा को चोदते हुए उसने मां की चूचियों को भी मसलना शुरु किया।

अमित: अब क्या देख रहे हो? मेरी रंडी तेरे सामने नंगी है, अगर तुमने नहीं चोदा तो पिछली रात जैसा तुम्हारे रुपया पर मैं ही ऐश करुंगा। तुम्हारे कारण अपनी मां को भी चोद लूंगा।

लेकिन अमित का घोड़े जैसा लंड देख कर विनोद शॉक्ड हो गया था। दोनों नंगी औरतों को देख कर लंड टाईट हुआ था, वो ढीला हो गया।

अमित: कुतिया (मां) देख क्या रही है? बेचारे ने इतना रुपया दिया है, तो तू भी अपना कमाल दिखा। पिछले दिन होटल में तुमने मेरे सामने तीन कुत्तों से चुदवाया था। यहा़ भी मेरे दोस्त से चुदवा ले।

बेटे की बात सुन कर इंदिरा उठी और उसने विनोद को नंगा किया। उसे अपने साथ बेड पर लिटाया और दोनों एक-दूसरे को रगड़ते हुए चुम्मा चाटी करने लगे। कुछ देर मस्ती लेने के बाद इंदिरा ने बहुत प्यार से लंड को चूसा। अमित और रेखा की चुदाई 30-35 मिनट हो गई,‌ तब विनोद ने इंदिरा की बूर में पहला धक्का मारा।

इंदिरा: वाह बेटा विनोद ! बहुत दम है तेरे लंड में यार। एक बात याद रखो किसी भी औरत को, कुतिया को इससे फर्क नहीं पड़ता कि चोदने वाले का लंड पतला है या मोटा, लंबा है, या छोटा। बस चोदने वाले में दम हो जाना चाहिए। एक और बात, सभी की सभी औरतें 20-25 मिनट की दमदार चुदाई से ही पूरी तरह से संतुष्ट हो जाती है। अमित बेटा है, बहुत खुशामद करता है तो कभी-कभी चुदवा लेती हूं।

इंदिरा: इसके बाप का लंड भी इसके जैसा ही लंबा और मोटा है। लेकिन मुझे कभी भी दोनों बाप बेटे से चुदवाने में कोई मज़ा नहीं आता है। दो रात से तुम्हारे अरविंद सर चोद रहे हैं। आज दिन में हम दोनों ने असलम से 2-2 बार चुदवाया। और मुझे दोनों अरविंद और असलम के साथ ही ज़्यादा मज़ा आया। अब तुम बहुत ही ज़्यादा मस्त कर रहे हो। तुम उन दोनों अरविंद और असलम से बढ़िया चोद रहे हो। रेखा, झूठ नहीं बोल रही हूं, बहुत मज़ा आ रहा है विनोद के साथ।

इंदिरा सिर्फ़ बेटे को ग़ुस्सा दिलवाने के लिए बोल रही थी कि उसने असलम से चुदवाया। लेकिन यह उसने बिल्कुल सच कहा कि विनोद बहुत ही बढ़िया चोद रहा था।

रेखा: विनोद तुम्हें मस्त कर रहा है और तेरा बेटा मेरी जान लेने पर तुला है। अमित, आज साफ़-साफ़ कह देती हूं, तुझे संगीता, रचना, गार्गी या रत्ना को जितना चोदना है चोद। अब से बिना बुलाए तुम मेरे घर नहीं आओगे। मादरचोद, तुमसे कोई भी लगातार 4-5 दिन चुदवायेगी तो कैसी भी रंडी क्यों ना हो मर जायेगी। अब उतर, मैं तेरा एक भी धक्का और नहीं संभाल सकती। तेरे लंड के लिए सबसे बढ़िया बूर वहीं है जहां से तू निकला है। विनोद, इस जंगली जानवर से मेरी जान बचाओ।

दोनों औरत घर से ही प्लान बना कर आई थी कि अमित के दोस्त के सामने भी इंदिरा को उसके बेटे से चुदवायेगी जिससे कि अमित किसी के सामने रेखा का नाम लेने से भी घबरायेगा।

विनोद ने इंदिरा को 10-12 मिनट ही चोदा होगा। रेखा बार-बार विनोद से बोलती रही। जब इंदिरा ने भी कहा तब विनोद ने इंदिरा की बूर से लंड निकाला।

विनोद: अमित, रुपया मैंने दिया लेकिन तुम ने भी मेरी रेखा को चोद लिया। अब से तुम्हारी मां भी मेरी रंडी है, रखैल है। लेकिन तुम भी क्या याद करोगे कि विनोद भी क्या दिलदार था। चोद लो एक बार अपनी मां को भी। इंदिरा आंटी, आप जब तक यहां है, हर रात आप मेरी मेहमान है।हर रात आपको एक एक लाख दूंगा। सच रेखा रानी, आपकी ख़ूबसूरती का कोई मुक़ाबला नहीं। लेकिन ये अमित की रंडी मां, ये कुतिया बहुत ही मस्त माल है।

अमित भी रेखा के बूर से लंड निकाल कर सीधे अपनी मां के उपर आ गया। विनोद अपनी सबसे खास पसंद की माल रेखा से बात ही कर रहा था और अमित ने अपने दोस्त के सामने भी अपनी मां‌ की बूर में लंड पेल दिया।

समाप्त